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कीड़ों के काटने से हो सकती है इंसेक्ट स्टिंग एलर्जी, कुछ ऐसे संभव है इसका उपचार

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


AnuSharma द्वारा लिखित · अपडेटेड 05/05/2021

    कीड़ों के काटने से हो सकती है इंसेक्ट स्टिंग एलर्जी, कुछ ऐसे संभव है इसका उपचार

    एलर्जी एक आम शब्द है, जिसे हम रोजाना के जीवन में सुनते हैं। क्योंकि कई दवाईयां, खाद्य, पदार्थ, पालतू-जानवर आदि एलर्जी का कारण बन सकते हैं। यही नहीं, आपको जानकार हैरानी होगी कि घरों में सामान्य पाए जाने वाले कीड़े भी हमारी इस समस्या की वजह हैं। मधुमक्खियां (Honey Bee), ततैया (Wasp), होर्नेट्स (Hornets), लाल चींटियां (Fire Ants) जिन्हें फायर आंट्स भी कहा जाता है, इनके काटने से एलर्जी हो सकती है। कुछ लोगो मच्छर, बेड बग जैसे घर में पाए जाने वाले इंसेक्ट्स से भी एलर्जिक रिएक्शंस महसूस करते हैं। इन कीड़ों का डंक आमतौर पर सामान्य होता है, लेकिन कई बार इनके कारण गंभीर रिएक्शंस भी हो सकते हैं। इंसेक्ट स्टिंग एलर्जी (Insect Sting Allergy) यानी इन कीड़ों के काटने से होने वाली एलर्जी से बचाव तो थोड़ा मुश्किल है। लेकिन, हमें यह पता होना चाहिए कि इस स्थिति में क्या करना चाहिए। आइए, जानते हैं इनके बारे में विस्तार से।

    इंसेक्ट स्टिंग एलर्जी क्या होती है? (What is Insect Sting Allergy)

    इंसेक्ट स्टिंग आमतौर पर मामूली रूप से परेशान करने वाले होते हैं। लेकिन, अगर कोई व्यक्ति उनसे एलर्जिक है तो यह गंभीर रिएक्शंस पैदा कर सकते हैं। जब यह इंसेक्ट या कीड़े किसी को काटते हैं तो उनकी त्वचा में वेनम (Venom) इंजेक्ट कर देते हैं। यह वेनम एक तरह से जहर होता है जो व्यक्ति के लिए एलर्जी का कारण बन सकता है। कई बार, कीड़े के काटने से होने वाला एलर्जिक रिएक्शन पहली बार काटने से नहीं होता है। लेकिन, दूसरी या अधिक बार कीड़े के काटने से यह समस्या गंभीर हो सकती है। अगर आपको कीड़े के काटने से एलर्जी होती है तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें। 

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    इंसेक्ट स्टिंग एलर्जी के लक्षण क्या होते हैं? (Symptoms of Insect Sting Allergy)

    जब कोई व्यक्ति इंसेक्ट स्टिंग्स से एलर्जिक होता है, तो उसके शरीर का इम्यून सिस्टम जो सामान्यतया इंफेक्शन से लड़ता है। लेकिन, इंसेक्ट के वेनम में मौजूद प्रोटीन्स को ओवररेट करता है। जब कीड़ा हमें डंक मारता है, तो शरीर इन प्रोटीन्स को हानिकारक आक्रमणकारियों के रूप में देखता है और हमारा इम्यून सिस्टम (Immune System) इन आक्रमणकारियों से लड़ने के लिए बहुत मेहनत करता है। जो एक एलर्जी प्रतिक्रिया का कारण बनता है और इसके कारण शरीर में हिस्टामाइन (Histamine) जैसे रसायन रिलीज होते हैं। इस रिलीज के कारण यह लक्षण हो सकते हैं:

    • व्हीजिंग (Wheezing)
    • सांस लेने में समस्या (Trouble Breathing)
    • खांसी और नाक का जमना (Coughing or Nasal Stuffiness)
    • बोलने में समस्या (Trouble Speaking)
    • गले में कसाव (Throat Tightness)
    • पेट में दर्द (Stomach Ache)
    • उल्टी आना (Vomiting)
    • डायरिया (Diarrhea)
    • आंखों में खुजली, पानी आना और सूजन (Itchy, Watery, or Swollen Eyes)
    • हायव्स (Hives)
    • लाल दानें (Red Spots)
    • सूजन (Swelling)
    • खुजली (Itching)
    • ब्लड प्रेशर का कम होना जिससे बेहोश होना (Drop in Blood Pressure, causing Lightheadedness)

    एनाफिलेक्सिस (Anaphylaxis)

    इंसेक्ट स्टिंग एलर्जी (Insect Sting Allergy) के गंभीर रिएक्शन को एनाफिलेक्सिस (Anaphylaxis) कहा जाता है। एनाफिलेक्सिस (Anaphylaxis) के अलग समय पर अलग लक्षण हो सकते हैं। एक रिएक्शन को एनाफिलेक्सिस (anaphylaxis)  तब कहा जाता है अगर किसी को यह समस्याएं हों, जैसे गंभीर लक्षण जैसे सांस लेने में समस्या (Trouble Breathing), बार-बार उल्टी होना (Repeated Vomiting), बेहोशी या गले में कसाव (Throat Tightness)।

    या 

    दो या दो से अधिक माइल्ड लक्षण जैसे हायव्स के साथ उल्टी या खांसी और पेट में दर्द। एनाफिलेक्सिस (Anaphylaxis) की शुरुआत कई एक जैसे लक्षणों के साथ हो सकती है, जो कम गंभीर रिएक्शन होते  हैं। लेकिन इसके बाद यह तुरंत बदतर हो सकते हैं। एनाफिलेक्सिस का उपचार अगर न कराया जाए तो यह जान के लिए जोखिम साबित हो सकता है। एनाफिलेक्सिस से पीड़ित व्यक्ति को तुरंत इंजेक्टेबल एपिनेफ्रीन (Injectable Epinephrine) के साथ उपचार की आवश्यकता होती है।

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    इंसेक्ट स्टिंग एलर्जी का निदान कैसे होता है? (Diagnosis of Insect Sting Allergy)

    अगर आपको ऐसा लगता है कि आपको किसी इंसेक्ट ने काटा है और आपको इंसेक्ट वेनम से एलर्जी हो सकती है तो अपने तुरंत डॉक्टर या एलर्जिस्ट से सलाह लें। आपके डॉक्टर आपसे मेडिकल हिस्ट्री के बारे में जानेंगे और आपसे डंक के बारे में पूरी जानकारी लेंगे। इसके साथ ही वो उन स्टिंग्स के कारण आपको होने वाले रिएक्शन और लक्षणों के बारे में भी पता करेंगे। इंसेक्ट वेनम से होने वाली एलर्जी के निदान के लिए कई टेस्ट कराने की सलाह भी दी जा सकती है जैसे स्किन प्रिक टेस्ट (Skin-Prick Test), इंट्राडर्मल स्किन टेस्ट (Intradermal Skin Test) या ब्लड टेस्ट। यह टेस्ट्स इस प्रकार होते हैं:

    इंसेक्ट स्टिंग एलर्जी

    स्किन प्रिक टेस्ट (Skin-Prick Test) 

    इंसेक्ट स्टिंग एलर्जी (Insect Sting Allergy) के निदान के लिए किए जाने वाले स्किन प्रिक टेस्ट (skin-prick test) में इंसेक्ट वेनम की एक छोटी मात्रा को पीड़ित व्यक्ति की पीठ या फोरआर्म पर रखा जाता है और प्रिक करके इस लिक्विड को त्वचा में जाने दिया जाता है। अगर पंद्रह से बीस मिनटों में यह हिस्सा फूल जाता है या लाल हो जाता है तो यह एलर्जी का संकेत हो सकता है। 

    इंट्राडर्मल स्किन टेस्ट (Intradermal Skin Test)

    इंट्राडर्मल स्किन टेस्ट (Intradermal Skin Test) भी स्किन प्रिक टेस्ट की तरह ही होता है। इससे यह पता चलता है कि व्यक्ति को किस खास एलर्जेन से एलर्जी है या नहीं। इसे भी प्रिक स्किन टेस्ट की तरह ही किया जाता है लेकिन यह टेस्ट स्किन प्रिक टेस्ट की तुलना में अधिक सेंसिटिव होता है और अधिक कंसिस्टेंट रिजल्ट देता है।

    ब्लड टेस्ट (Blood Test)

    ब्लड टेस्ट में, रक्त के नमूने को इम्युनोग्लोबुलिन ई (Immunoglobulin E) एंटीबॉडी की उपस्थिति के टेस्ट के लिए प्रयोगशाला में भेजा जाता है। स्किन या ब्लड टेस्ट के लिए रिएक्शन की स्ट्रेंथ यह संकेत नहीं देती है कि अगली बार जब आपको कोई कीड़ा डंक मारता है। तो आपकी एलर्जी कितनी गंभीर होगी।

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    इंसेक्ट स्टिंग एलर्जी का उपचार (Treatment of Insect Sting Allergy)

    अमेरिकन अकेडमी ऑफ एलर्जी, अस्थमा और इम्यूनोलॉजी (American Academy of Allergy, Asthma and Immunology) के अनुसार अगर आप इनेक्ट एलर्जिक हैं, तो पहले डंक के बाद आपका शरीर एंटीबॉडीज बनाएगा जिसे इम्युनोग्लोबुलिन ई (Immunoglobulin E) कहा जाता है। अगर वही जीव आपको फिर से काटता है, तो वेनम इस खास इम्युनोग्लोबुलिन ई एंटीबॉडी के साथ इंटरैक्ट करता है। जिससे वो पदार्थों अधिक रिलीज़ होते हैं, जो एलर्जिक रिएक्शन का कारण बनते हैं। इसका उपचार संभव है और इंसेक्ट स्टिंग एलर्जी (Insect Sting Allergy) का उपचार दो तरह से किया जाता है:

    जीवन के लिए घातक एलर्जिक रिएक्शन बहुत जल्दी बढ़ते हैं तो उनके लिए तुरंत मेडिकल सहायता की जरूरत होती है। इसके इमरजेंसी ट्रीटमेंट में कुछ खास दवाईयों को शामिल किया जाता है जैसे एपिनेफ्रीन (Epinephrine), एंटीहिस्टामिन्स (Antihistamines) और कुछ मामलों में कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स (Corticosteroids), इंट्रावेनस फ्लुइड्स (Intravenous Fluids) , ऑक्सीजन और अन्य उपचार शामिल हैं।

    इंजेक्टेबल एपिनेफ्रीन (Injectable Epinephrine) एलर्जिक रिएक्शन के उपचार में आपातकालीन दवा के रूप में दिया जाता है। जिन लोगों को पहले से ही एलर्जिक रिएक्शन उन्हें अपने पास एपिनेफ्रीन हमेशा रखने की सलाह दी जाती है। 

    वेमन इम्यूनोथेरपी  (Venom Immunotherapy)

    इंसेक्ट स्टिंग एलर्जी (Insect Sting Allergy) के लॉन्ग टर्म उपचार को वेनम इम्यूनोथेरेपी कहा जाता है। यह एक अत्यधिक प्रभावी इलाज है, जिसकी सलाह डॉक्टर देते हैं। इसके प्रयोग से भविष्य में इंसेक्ट स्टिंग के एलर्जिक रिएक्शन से बचा जा सकता है। वेनम इम्यूनोथेरेपी में मरीज की वेनम के प्रति संवेदनशीलता को कम करने के लिए उसकी वेनम की डोज को लगातार बढ़ाया जाता है। इस रोगी भविष्य में एलर्जिक रिएक्शन से बच सकता है। जिन लोगों को इंसेक्ट स्टिंग से गंभीर रिएक्शन होते हैं, वो इसका प्रयोग कर सकते हैं।

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    इंसेक्ट स्टिंग एलर्जी से कैसे बचा जा सकता है? (Prevention of Insect Sting Allergy)

    हालांकि इंसेक्ट स्टिंग से बचना मुश्किल है क्योंकि यह इंसेक्ट हमारे आसपास सामान्य रूप से पाए जाते हैं। हालांकि, हम कुछ ऐसे उपाय कर सकते हैं ताकि कुछ हद तक इनके संपर्क में आने से बच सकें। यह तरीके इस प्रकार हैं 

    • मधुमक्खियां (Honey Bee), ततैया (Wasp), होर्नेट्स (Hornets) आमतौर पर बगीचे, झाड़ियों, पेड़ों या बिल्डिंग्स में रहते हैं। मच्छर भी हरियाली या खड़े हुए पानी के ऊपर अंडे देते हैं। ऐसे में, हमें ऐसी जगहों पर जाने से बचना होगा जहां इन कीड़ों के होने का जोखिम अधिक होता। खासतौर पर अगर आप इंसेक्ट स्टिंग से एलर्जी है तो। 
    • घर से बाहर जाते या खेलते हुए खास सावधानी बरतें। 
    • कूड़े को हमेशा ढक कर रखें और उनमें कीड़ों को जमा न होने दें। 
    • बाहर निकलते हुए त्वचा को पूरी तरह से ढक कर रखें। जूते और जुराबें पहन कर ही बाहर निकलें 
    • परफ्यूम की खुशबु और ब्राइट रंग के कपड़े भी इंसेक्ट्स को आकर्षित करते हैं। ऐसे में इन्हें पहनने से भी बचें।
    • अपने घर के दरवाजों और खिड़कियों को बंद रखें ताकि यह कीड़े घर के अंदर न आ पाएं। इसके साथ ही आप इंसेक्ट रिपेलेंट का प्रयोग भी कर सकते हैं।
    • जिन प्लांट्स से इंसेक्ट आकर्षित होते हैं उन्हें भी अपने घर में या आसपास न रखें।

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    जैसे ही आपको कोई इंसेक्ट काटता है तो आप किसी ट्वीज़र की मदद से उस स्टिंग को निकाल लें ताकि, वेनम अंदर न जा सके अगर आपको सूजन, दर्द या खारिश है तो आप आइस या कोल्ड कंप्रेस का प्रयोग कर सकते हैं लेकिन, अगर आपको कई जगहों पर काटा गया है तो भी तुरंत डॉक्टर की सलाह जरूरी है इंसेक्ट स्टिंग एलर्जी (Insect Sting Allergy) से पीड़ित अधिक लोग बिना किसी जोखिम के रिकवर हो जाते हैं। लेकिन, अगर आपको एलर्जी से गंभीर रिएक्शन की समस्या है तो आपको हमेशा अपने साथ सेल्फ-इंजेक्टिंग एपिनेफ्रीन (Self-Injecting Epinephrine) रखना चाहिए।

    यही नहीं, गंभीर इंसेक्ट स्टिंग एलर्जी की स्थिति में तुरंत एलर्जिस्ट से संपर्क करना चाहिए। वो आपकी पास्ट हिस्ट्री और कुछ टेस्ट्स के आधार पर आपके लिए स्किन टेस्टिंग और इम्यूनोथेरेपी पर विचार कर सकते हैं। इंसेक्ट स्टिंग एलर्जी (Insect Sting Allergy) को हल्के में न लें, क्योंकि, कई बार नजरअंदाज करने पर यह गंभीर और जान के लिए खतरा बन सकती है।

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