के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya
देशभर में कोरोना वायरस महामारी के कारण लॉकडाउन है। लॉकडाउन के दौरान बच्चों के पास कुछ ही विकल्प बचे हैं, जिनमे कुछ देर ऑनलाइन स्टडी करना, टीवी देखना, मोबाइल चलाना या फिर इनडोर गेम खेलना। खैर स्कूल खुलने में अभी कितना समय लगेगा, इस बारे में कहना मुश्किल है। कोरोना वायरस की महामारी तेजी से भारत में फैल रही है। ऐसे में स्कूल तभी खोले जाएंगे, जब हालात बेहतर हो जाए। देशभर में लॉकडाउन को बढ़ाकर तीन मई तक कर दिया गया है। उसके बाद भी अगर संक्रमण काबू में नहीं हुआ तो हो सकता है कि लॉकडाउन को बढ़ा दिया जाए। लॉकडाउन में ऑनलाइन स्टडी ही एक माध्यम बचा है, जिसकी हेल्प से बच्चे स्टडी कर सकते हैं और पढ़ाई का लॉस होने से भी बच रहा है। लेकिन लॉकडाउन में अगर बच्चे सिर्फ स्टडी करेंगे तो हो सकता है कि उन्हें कुछ समय बाद बोर फील होने लगे। इसलिए ये जरूरी है कि बच्चे लॉकडाउन में ऑनलाइन रिसोर्स का यूज भी करें। अगर आपको ऑनलाइन रिसोर्स के बारे में जानकारी नहीं है तो आर्टिकल पढ़ें और जानें कि किस तरह से लॉकडाउन में ऑनलाइन रिसोर्स बच्चों की क्रिएटीविटी को बढ़ाने का काम कर सकते हैं।
यह भी पढ़ें: कोविड-19: दिन रात इलाज में लगे एक तिहाई मेडिकल स्टाफ को हुई इंसोम्निया की बीमारी
लॉकडाउन के दौरान बच्चे किसी भी प्रकार की अन्य एक्टीविटी को नहीं सीख सकते हैं। ऐसी कई एक्टीविटी होती हैं, जिन्हें बच्चे करना पसंद करते हैं और उससे बहुत कुछ सीखते भी हैं। अब चूंकि कोरोना महामारी के कारण सभी कुछ बंद चल रहा है तो वो कोई स्पेशल क्लास भी नहीं ले सकते हैं। ऐसे में बच्चों के लिए लॉकडाउन में ऑनलाइन रिसोर्स एक अच्छा ऑप्शन है। अगर बच्चे एक्ट्रा टाइम का सही से यूज करेंगे तो उनको बहुत सी नई बाते सीखने को मिलेंगी। अगर आपके बच्चे को डांस करना पसंद है, लेकिन उसे डांस के स्टेप सिखाने के लिए किसी टीचर की जरूरत महसूस हो रही है तो आप बच्चे के लिए ऑनलाइन डांस क्लासेस का इंतजाम कर सकती है। टीनएज को गिटार या फिर पियानो सीखना अच्छा लगता है।
फिलहाल आपके पास बहुत समय है। आप आसानी से ऑनलाइन रिसोर्स की हेल्प से बहुत कुछ सीख सकते हो। पेंटिंग, सिंगिंग भी इस समय सीखने के लिए अच्छा ऑप्शन हो सकता है। वैसे तो स्कूल की ओर से भी बच्चों को हॉबी एंजॉय करने के लिए ऑनलाइन रिसोर्स प्रोवाइड कराएं जा रहे हैं। अगर आपके पास ऐसा ऑप्शन है तो उसे जरूर ज्वाइंन करें और एंजॉय करें।
यह भी पढ़ें: Lockdown 2.0- भारत में 3 मई तक बढ़ा लॉकडाउन, 20 अप्रैल के बाद सशर्त मिल सकती है छूट
वैसे तो लॉकडाउन की वजह से सभी तरह के कॉम्पिटीटिव एक्जाम में रोक लगा दी गई है, लेकिन जो बच्चे लॉकडाउन में ऑनलाइन स्टडी पर जोर देते हुए अपने कॉन्सेप्ट क्लीयर कर लेते हैं, उनको बहुत फायदा पहुंचेगा। लॉकडाउन में ऑनलाइन रिसोर्स की हेल्प से बेसिक कॉन्सेप्ट क्लीयर किए जा सकते है। भले ही आप घर के अंदर हो, लेकिन आपके पास फिलहाल पर्याप्त समय है और आप इसका फायदा उठाएं। अगर आपके सभी टॉपिक क्लीयर हो चुके हैं तो बेहतर होगा कि आप रिवाइज करें। सेल्फ स्टडी से सेल्फ कॉन्फिडेंस भी बढ़ता है। बेहतर होगा कि स्टूडेंट्स समय का पूरा फायदा उठाएं। एक बात का ख्याल रखें कि देश भर में इस समय कोरोना वायरस महामारी फैली हुई है। इसलिए एक्टीविटी या स्टडी के साथ ही हाइजीन का भी पूरा ख्याल रखा जाए।
[covid_19]
यह भी पढ़ें: चेहरे के जरिए हो सकता है इंफेक्शन, कोरोना से बचने के लिए चेहरा न छूना
ऑनलाइन लाइव क्लास, स्टेप बाय स्टेप ट्यूटोरियल, न्यू स्किल लर्निंग वीडियो आप ऑनलाइन सर्च की हेल्प से सर्च कर सकते हैं। ऑनलाइन क्लास या फिर ऑनलाइन सर्टिफिकेट कोर्स के दौरान आपको पे भी करना पड़ सकता है। अगर आपके स्कूल, कॉलेज या फिर इंस्टीट्यूट की ओर से ऑनलाइन रिसोर्स मुहैया कराएं जा रहे हैं तो बेहतर रहेगा कि आप उनका यूज करें। वैसे तो आपको ऑनलाइन फ्री रिसोर्स भी आसानी से मिल जाएंगे। आप चाहे तो इस बारे में अपने टीचर से जानकारी ले सकते हैं।
यह भी पढ़ें: Lockdown 2.0- भारत में 3 मई तक बढ़ा लॉकडाउन, 20 अप्रैल के बाद सशर्त मिल सकती है छूट
लॉकडाउन में लाइब्रेरी में बुक जाकर पढ़ना तो पॉसिबल नहीं है। ऑनलाइन बुक मंगाना या फिर ऑनलाइन बुक पढ़ना अच्छा ऑप्शन हो सकता है। अगर आपके बच्चे छोटे हैं तो बच्चों की ऑनलाइन स्टोरी बुक को इंस्टॉल किया जा सकता है। बच्चे स्टोरी पढ़ना एंजॉय करते हैं। लेकिन इन सबके बीच एक बात का ध्यान जरूर रखें कि बच्चे फैमिली के साथ क्वालिटी टाइम भी स्पेंड जरूर करें। कोरोना महामारी के दौरान हेल्दी डायट लेना भी बहुत जरूरी है। कुछ बातों का ध्यान रखकर लॉकडाउन को एंजॉय किया जा सकता है।
लॉकडाउन को कैसे यूजफुल बनाया जाए, ये तो हमने आपको बता दिया, लेकिन लॉकडाउन के वक्त खुद का ख्याल रखना भी बहुत जरूरी है। अगर घर में किसी भी व्यक्ति को कोरोना वायरस के लक्षण नजर आ रहे हो तो बेहतर होगा कि तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। साथ ही इन बातों का ध्यान भी रखें।
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है। अगर आपको किसी भी तरह की समस्या हो तो आप अपने डॉक्टर से जरूर पूछ लें।
और पढ़ें :-
कोरोना के दौरान सोशल डिस्टेंस ही सबसे पहला बचाव का तरीका
कोविड-19 है जानलेवा बीमारी लेकिन मरीज के रहते हैं बचने के चांसेज, खेलें क्विज
ताली, थाली, घंटी, शंख की ध्वनि और कोरोना वायरस का क्या कनेक्शन? जानें वाइब्रेशन के फायदे
कोराना के संक्रमण से बचाव के लिए बार-बार हाथ धोना है जरूरी, लेकिन स्किन की करें देखभाल
डिस्क्लेमर
हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।