1981 में पहली बार इस महामारी का मामला दर्ज किया गया, जिसे आज हम एचआईवी/एड्स के नाम से जानते हैं। पहली बार इस बीमारी को सिर्फ दुर्लभ लंग इंफेक्शन के तौर पर जाना जाता था। लेकिन, अध्ययनों के बाद पता चला कि, यह शरीर का पूरा इम्यून सिस्टम खराब कर देती है। एचआईवी की फाइनल स्टेज को एड्स कहा जाता है। यह बीमारी 1980 से लेकर आजतक मौजूद है, जो कि असुरक्षित यौन संबंध या खून के जरिए फैलती है।
वैक्सीन- एचआईवी/एड्स की कोई वैक्सीन या इलाज उपलब्ध नहीं है। इसका सिर्फ बचाव किया जा सकता है। यह बीमारी गर्भवती महिला से उसके बच्चे को भी हो सकती है।
महामारी कोलेरा
करीब 150 सालों में कोलेरा सात बार महामारी के रूप में ऊभरा। लेकिन, इसका सबसे पहला प्रकोप 1817 में रशिया से देखने को मिला, जहां करीब 10 लाख लोगों ने अपनी जान गंवाई। यह बीमारी संक्रमित मल-मूत्र से संक्रमित पानी और फूड से फैलती है। यह बैक्टीरिया ब्रिटिश सैनिकों में पहुंचने के बाद, उनके द्वारा भारत में पहुंचा। जहां कई लाख लोगों की मृत्यु भी हुई। ब्रिटिश एंपायर की वजह से यह खतरनाक बैक्टीरिया स्पेन, अफ्रीका, इंडोनेशिया, चीन, जापान, इटली, जर्मनी और अमेरिका भी पहुंचा और इन जगहों पर करीब 1,50,000 लोगों की मृत्यु हुई।
वैक्सीन- कोलेरा की वैक्सीन सबसे पहले 1885 में फेरन द्वारा विकसित की गई थी। लेकिन, इसके बाद भी यह महामारी चलती रही और समय के साथ वैक्सीन एडवांस होने से इसका इलाज उपलब्ध हो सका। हालांकि, अभी भी कई जगह कोलेरा का खतरा बना रहता है।
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दुनिया में महामारी: स्वाइन फ्लू (H1N1; Swine Flu)
स्वाइन फ्लू (एच1एन1) एक खतरनाक वायरस की वजह से होने वाला संक्रमण है, जिसने 2009 में पूरी दुनिया में तनाव ला दिया था। इस दौरान स्वाइन फ्लू की वजह से दुनियाभर में 2 लाख से ज्यादा लोगों की जान गई थी। एच1एन1 फ्लू का नाम स्वाइन फ्लू इस वजह से पड़ा, क्योंकि इस वायरस के जेनेटिक आमतौर पर सुअरों में पाए जाने वाले संक्रमण से मिलते हैं। स्वाइन फ्लू की वजह से कई गंभीर शारीरिक बीमारियां हो सकती हैं, जो कि जानलेवा भी साबित हो सकती हैं। खतरनाक वायरस स्वाइन फ्लू संक्रमित व्यक्ति के छींकने या खांसने के दौरान निकलने वाली छोटी ड्रॉपलेट्स के संपर्क में आने या इस ड्रॉप्लेट्स की वजह से संक्रमित सतह को छूने की वजह से फैल सकता है।
वैक्सीन- 2009 में फैली इस महामारी से बचने के लिए 2009 से ही वैक्सीन उपलब्ध है, जिसे फ्लू वैक्सीन या फ्लू शॉट कहते हैं। इससे बचने का एकमात्र यही रास्ता है।
महामारी कोरोना वायरस से बचने के उपाय
आपने दुनिया की कुछ खतरनाक महामारियों के बारे में जाना। लेकिन, इसके साथ हमें यह भी नहीं भूलना चाहिए कि वर्तमान में हमारे सामने कोरोना वायरस चुनौती है। जिसे खत्म करना और फैलने से रोकना हमारी जिम्मेदारी है, ताकि यह ऊपर बताई गई महामारियों जैसा और ज्यादा आतंक न फैला पाए। कोविड-19 से बचने के लिए भारत सरकार ने लोगों के लिए कुछ सलाह दी है। इन एहतियात रूपी सलाह को फॉलो करने के बाद आप कोरोना वायरस संक्रमण से काफी हद तक बच सकते हैं।कोरोना वायरस से बचने के लिए घर में ही सैनिटाइजर बनाएं। घर सब्जियों की सफाई अच्छे से करें।