इसके अलावा, अगर एमओडीवाई मधुमेह का समय पर इलाज नहीं किया गया, तो यह दूसरे अंगों को भी प्रभावित करने लगता है। जिससे आपको नर्व डैमेज, दिल की बीमारी (Heart problem), आंखों को नुकसान जैसे अंधापन, पैरों की दिक्कत, स्किन प्रोब्लम्स हो सकती हैं। मैच्युरिटी-ऑनसेट डायबिटीज ऑफ द यंग के हर प्रकार के लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं और यह हर व्यक्ति में अलग-अलग दिख सकते हैं। हो सकता है कि ऊपर बताए गए लक्षणों में से कुछ ही लक्षण देखने को मिले या फिर इनसे भी अलग समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
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इस प्रकार के मधुमेह (MODY Diabetes) का पता कैसे लगता है?
सबसे पहले मधुमेह की जांच करने के लिए डॉक्टर आपका ब्लड टेस्ट करेगा, जिससे आपके शरीर में मौजूद ब्लड ग्लूकोज के स्तर का पता लगाया जा सकेगा। इसके बाद डॉक्टर यह पता लगाने की कोशिश करेगा, कि आपको एमओडीवाई, टाइप-1, टाइप-2 मधुमेह में से कौन-सी डायबिटीज है। चूंकि, एमओडीवाई डायबिटीज का ट्रीटमेंट बिल्कुल अलग होता है, इसलिए इस बात का शुरुआत में ही पता लग जाना जरूरी है। अगर आपके ब्लड में टाइप-1 का कारण बनने वाली एंटीबॉडीज (Antibodies) नहीं हैं और आपमें इंसुलिन रेजिस्टेंस (Insulin Resistance) भी नहीं है, तो आपको एमओडीवाई डायबिटीज (MODY Diabetes) हो सकती है।
इसके अलावा, डॉक्टर एक जेनेटिक टेस्ट की मदद से भी इस रोग की जांच कर सकता है। जिसमें आपके लार, खून आदि से डीएनए लेकर यह पता किया जाता है, कि कहीं आपके जीन में म्यूटेशन (Mutation) होने की वजह से तो, मधुमेह नहीं है। अगर ऐसा होता है, तो टाइप-1 या टाइप-2 मधुमेह की आशंका खत्म हो जाती है। यह टेस्ट आपमें एमओडीवाई डायबिटीज का कोई लक्षण दिखने से पहले भी इसकी जांच कर सकता है।
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