क्या प्रेग्नेंसी या ब्रेस्टफीडिंग के दौरान एससिटालोप्राम (escitalopram) लेना सुरक्षित है?
अगर आप प्रग्नेंसी के आखिरी महीने में है या प्रग्नेंसी प्लान कर रही हैं, छोटे शिशुओं को स्तनपान करवा रही हैं या इस दवा का इस्तेमाल करने के दौरान प्रेग्नेंट हो जाती हैं तो इसके बारे में डॉक्टर को जानकारी दें। ध्यान रहे है कि एससिटालोप्राम का इस्तेमाल करना आने वाले बच्चे के लिए समस्या पैदा कर सकता है।
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एससिटालोप्राम (escitalopram) के क्या साइड इफेक्ट हो सकते हैं?
एससिटालोप्राम के आम साइड इफेक्ट में सुस्ती, चक्कर आना, अनिद्रा, मतली, वजन में परिवर्तन, और इजैकुलेशन देर से होना होना शामिल है।
अगर आपको स्किन रैशेज, हीव्स, सांस लेने में परेशानी, चेहरे होंठ, जीभ और गले में सूजन महसूस होती हैं तो तुरंत अपने नजदीकी इमरजेंसी वार्ड में जाए।
मनोदशा या व्यवहार में परिवर्तन, चिंता, घबराहट, सोने में परेशानी, आवेग, चिड़चिड़ापन, आक्रामक, बेचैन, अतिसक्रिय (मानसिक या शारीरिक रूप से) या अधिक उदास महसूस करते हैं, या खुद को चोट पहुंचाते हैं या आत्महत्या के बारे में सोचते हैं तो ऐसी स्थिति में तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
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अगर आपको निम्नलिखित में से किसी भी तरह की परेशानी होती है तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें। जैसे: मांसपेशियों का बहुत ज्यादा कड़ा होना, तेज बुखार, पसीना, तेज या असामान्य हार्ट बीट्स।
मतली, उल्टी, दस्त, भूख में कमी, अस्थिरता महसूस करना, आदि।
सिरदर्द, ध्यान केंद्रित करने में परेशानी, याददाश्त की समस्या, कमजोरी, भ्रम, मतिभ्रम, बेहोशी, दौरे, सांस का अचानक रूक जाना।
कम गंभीर साइड इफेक्ट्स में शामिल हैं: उनींदापन, चक्कर आना; नींद की समस्याएं (अनिद्रा); हल्की मितली, गैस, पेट खराब, कब्ज; वजन में परिवर्तन; सेक्स ड्राइव में कमी, नपुंसकता, ड्राई माउथ, जम्हाई, कानों का बजना शामिल है।
इसके इस्तेमाल के कारण होने वाले सभी दुष्प्रभाव यहां पर नहीं बताएं गए हैं। अगर आप किसी भी तरह का जोखिम महसूस करते हैं तो अपने डॉक्टर से बात करें।