अगर आपको इनमें से कोई भी गंभीर साइड इफेक्ट्स दिखाई देते हैं तो मेडिकल जांच जरूर करवाएं जैसे ; सुनने में बदलाव होना, अस्थिरता, गंभीर चक्कर आना, बेहोशी, तेज/अनियमित धड़कन।
एक प्रकार के प्रतिरोधी बैक्टीरिया के कारण ये दवाई कभी-कभी गंभीर आंत की स्थिति का कारण बन सकती है (क्लोस्ट्रीडियम डिफिसाइल- जो डायरिया से जुडी होती है)। ये स्थिति ट्रीटमेंट के दौरान देखने को मिल सकती है या इलाज बंद होने के हफ्ते बाद या महीने बाद भी दिखाई दे सकती है। अपने डॉक्टर को बताएं अगर आपको ये स्थितियां दिखाई देती है जैसे : लगातार डायरिया, पेडू या पेट में दर्द/ऐंठन, स्टूल में ब्लड/म्यूकस आना।
अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई देते हैं तो एंटी-डायरिया उत्पाद या नारकोटिक दर्द की दवा न लें क्योंकि इन उत्पादों से स्थिति बिगड़ सकती है।
इन दवाइयों का लंबे समय तक इस्तेमाल करने से या बार-बार उपयोग करने से मुंह खराब हो सकता है या इंफेक्शन हो सकता है। अगर आपको मुंह में सफेद धब्बे वजायनल डिस्चार्ज में बदलाव दिखाई देता है या अन्य कोई लक्षण दिखाई देते हैं तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
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इस दवा से शायद ही बेहद गंभीर एलर्जिक रिएक्शन होता है। हालांकि, अगर आपको एलर्जिक रिएक्शन से जुड़े कोई भी लक्षण दिखाई देते हैं जैसे रैशेस/सूजन (खासकर चेहरे/जीभ/ गले में), गंभीर रूप से चक्कर आना, सांस लेने में दिक्कत तो मेडिकल जांच जरूर करवाएं।
यह संभावित दुष्प्रभावों की पूरी सूची नहीं है। यदि आप ऊपर बताए गए अन्य प्रभावों को नोटिस करते हैं, तो अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट से संपर्क करें।
कौन सी दवाएं ओफ्लॉक्सासिन के साथ इस्तेमाल नहीं की जा सकती हैं?
कुछ उत्पाद जो इस दवा के साथ इस्तेमाल नहीं किये जा सकते जैसे : “खून पतला होना’ (जैसे सीनोकोमरोल, वार्फरिन), स्ट्रोंटियम। ओफ्लॉक्सासिन के अलावा कई दवाएं ह्रदय की गति को प्रभावित कर सकती है (क्यूटी प्रोलोगेशन), जैसे डॉफेटिलाइड, प्रोकेनामाइड, अमिओडेरों, क्विनडाइन, सोटालोल, आदि। हालांकि अधिकांश एंटीबायोटिक गोलियां हार्मोनल जन्म नियंत्रण को प्रभावित करने की संभावना कम होती है जैसे पिल्स, पैचेस, या अंगूठी, कुछ एंटीबायोटिक्स (जैसे रिफाम्पिन, रिफाब्यूटिन) उनकी प्रभावशीलता को कम कर सकते हैं। इससे गर्भधारण हो सकता है। यदि आप हार्मोनल जन्म नियंत्रण का उपयोग करते हैं, तो अधिक जानकारी के लिए अपने चिकित्सक या फार्मासिस्ट से पूछें।
ओफ्लॉक्सासिन लिवोफ़्लॉक्सासिन के काफी समान होता है। ओफ्लॉक्सासिन करते समय लिवोफ़्लॉक्सासिन से बनी दवाओं का इस्तेमाल न करें। ये दवाइयां कुछ प्रकर के लेबोरेटरी टेस्ट (जैसे ओपिएट्स के लिए यूरीन स्क्रीनिंग) के साथ इस्तेमाल नहीं की जा सकती है, संभावित रूप से गलत परिणामों का कारण बन सकती है। इस बात का ध्यान रखें कि आपके डॉक्टर और लेबोरेटरी जानकार को पता हो कि आप ये दवाइयों का इस्तेमाल कर रहे हैं।
अभी आप जो भी दवाइयां ले रहे हैं उसे ओफ्लॉक्सासिन के साथ इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, इससे दवाई के कार्य करने के प्रभाव पर असर पड़ सकता है और गंभीर साइड इफेक्ट्स का जोखिम बढ़ सकता है। किसी भी दवा के गलत प्रभाव को रोकने के लिए, आपको इस्तेमाल की जाने वाली दवाओं की एक सूची बनाकर रख लेनी चाहिए (जिनमें डॉक्टर के पर्चे की दवाएं, बिना सलाह वाली दवाएं और हर्बल उत्पाद शामिल हैं) और फिर उसे डॉक्टर या फार्मासिस्ट के साथ साझा करें। आपकी सुरक्षा के लिए, बिना डॉक्टर की सलाह लिए कोई भी दवा अपने आप शुरू, बंद या खुराक में बदलाव न करें।
क्या भोजन और एल्कोहॉल के साथ ओफ्लॉक्सासिन का इस्तेमाल किया जा सकता है?
ओफ्लॉक्सासिन दवा के काम करने के तरीके को बदलकर या गंभीर दुष्प्रभावों के लिए जोखिम को बढ़ाकर भोजन या एल्कोहॉल के साथ गलत प्रभाव डाल सकती है। इस दवा को लेने से पहले भोजन या एल्कोहॉल के साथ किसी भी तरह के सही परिणाम नहीं दिखाई देते हैं तो अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट से जरूर बात करें।
ओफ्लॉक्सासिन खाने से स्वास्थ्य पर किस तरह का प्रभाव पड़ सकता है?
ओफ्लॉक्सासिन आपकी स्वास्थ्य स्थिति पर गलत प्रभाव डाल सकती है। यह प्रभाव आपकी स्वास्थ्य स्थिति को बिगाड़ सकता है या फिर दवाई के कार्य करने के तरीके को कम कर सकता है। जरूरी है कि आप अपनी स्वास्थ्य स्थिति को डॉक्टर और फार्मासिस्ट को बताएं।