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जिम के बाद मांसपेशियों में दर्द होना अच्छा है या नहीं? जानिए इससे बचने के तरीके

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


AnuSharma द्वारा लिखित · अपडेटेड 22/06/2021

    जिम के बाद मांसपेशियों में दर्द होना अच्छा है या नहीं? जानिए इससे बचने के तरीके

    व्यायाम करना स्वस्थ और एक्टिव रहने के लिए बेहद जरूरी है। इससे न केवल हमारे शरीर के अंग सही से काम करते हैं बल्कि हड्डियां और मांसपेशियां भी मजबूत होती है। व्यायाम के लिए आजकल लोग जिम को अधिक महत्व देते हैं। वर्कआउट को करने का उद्देश्य यही होता है कि  बाजू, टांगे और एब्स मजबूत हों। हालांकि कई बार व्यायाम दर्दनाक यानी सोर मांसपेशियों का कारण भी बन सकता है। अगर आप कोई नयी एक्सरसाइज ट्राय करते हैं या अपनी क्षमता से अधिक व्यायाम करते हैं तो ऐसा होना सामान्य है। इससे आपकी मांसपेशियों में खिंचाव आ सकता है या अपने मसल फाइबर को नुकसान हो सकता है। हालांकि जिम के बाद मांसपेशियों में दर्द (Muscle soreness after gym) के कई कारण हो सकते हैं।

    ऐसा भी आप कह सकते हैं कि कोई भी फिजिकल एक्टिविटी करने के बाद मांसपेशियों में दर्द (Muscles pain) होना कोई परेशानी की बात नहीं है। ऐसे में, माइल्ड यानी हल्का दर्द होना प्राकृतिक है। जिम के बाद मांसपेशियों में दर्द (Muscle soreness after gym) होने की इस स्थिति को डिलेड ऑनसेट मसल सोरनेस (DOMS) कहा जाता है। जानिए जिम के बाद दर्द (Pain after gym) के कारणों के बारे में विस्तार से। यह जानना भी न भूलें कि इस समस्या से कैसे बचा जा सकता है।

    डिलेड ऑनसेट मसल सोरनेस (DOMS)

    डिलेड ऑनसेट मसल सोरनेस (DOMS) मांसपेशियों में होने वाला वो दर्द है, जो वर्कआउट के बाद शुरू होता है। यह दर्द अक्सर व्यायाम के पहले छह से आठ घंटे बाद महसूस होता है और व्यायाम के बाद 48 घंटे तक यह दर्द बहुत अधिक बढ़ सकता है । कुछ लोग इस स्थिति को किसी भी तरह अनुभव करना चाहते हैं क्योंकि वो जिम के बाद दर्द(pain after gym) को अच्छा मानते हैं। उस दर्द से वो अपने ट्रेनिंग सेशन की प्रभावशीलता का अंदाजा लगाते हैं, कि अपने वर्कआउट से उन्हें कितना फायदा हो रहा है। कई लोग एक्सरसाइज के बाद इस दर्द को नजरअंदाज करते हैं क्योंकि यह उनके लिए सुख या अच्छे का कारण है। जिम के बाद मांसपेशियों में दर्द(muscle soreness after gym) न होने से उन्हें लगता है कि उनके वर्कआउट से उनकी बॉडी को कोई फायदा नहीं हो रहा है।

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    जिम के बाद मांसपेशियों में दर्द (Muscle soreness after gym) के कारण

    जिम के बाद मांसपेशियों में दर्द(muscle soreness after gym) इन कारणों से हो सकता है। लेकिन, जिम जाने और वर्कआउट के बाद इसके कारण इस प्रकार हैं:

    • अगर आपने नया व्यायाम शुरू किया हो।
    • आपने अपनी वर्कआउट रूटीन में बदलाव किया हो।
    • आप अधिक समय तक वर्कआउट कर रहे हों या उसे अधिक देर तक कर रहे हो।
    • आप ऐसी फिजिकल एक्टिविटी कर रहे है, जिसकी आदत आपके शरीर को नहीं है।

    कैसे आराम पाएं जिम के बाद मांसपेशियों में दर्द की समस्या से (How to relieve muscle soreness after gym)?

    मांसपेशियों में दर्दवर्कआउट के तुरंत बाद हो सकता है। इसे एक्यूट सोरनेस कहते हैं। आप व्यायाम के 12 घंटे बाद दर्द और कसाब महसूस कर सकते हैं। कई मामलों में यह बेचैनी 48 से 72 घंटे तक महसूस की जा सकती है। इस समय के दौरान, आपकी मांसपेशियों की मरम्मत होती है और यह खुद को मजबूत करती है। मांसपेशियों में दर्द को ठीक होने के घंटे या कई बार कुछ दिन भी लग सकते हैं। जिम के बाद मांसपेशियों में दर्द(muscle soreness after gym) को दूर करने के लिए कुछ खास तरीकों का प्रयोग कर सकते हैं।

    कैसे आराम पाएं जिम के बाद मांसपेशियों में दर्द (How to relieve muscle soreness after gym) की समस्या से,जानें।

  • मांसपेशियों की मालिश करें।
  • जिम के बाद मांसपेशियों में दर्द (Muscle soreness after gym) को दूर करने के लिए आराम करें।
  • सूजन को कम करने के लिए बर्फ का प्रयोग करें
  • आपकी मांसपेशियों में रक्त के प्रवाह को बढ़ाने में मदद करने के लिए गर्मी दें । यहां तक ​​कि एक गर्म स्नान या शॉवर इसे दूर करने में आपकी मदद कर सकता है।
  • ओवर-द-काउंटर (OTC) दर्द की दवाई का प्रयोग करें जैसे नॉनस्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग (NSAID) जैसे आइबूप्रोफेन, OTC क्रीम्स और जेल जिनमें मेंथोल और कैपसाइसिन होता है। यह मांसपेशियों की दर्द को कम करने में मददगार है।
  • हालांकि, आप जिम के बाद मांसपेशियों में दर्द(muscle soreness after gym) को नजरअंदाज नहीं कर सकते। क्योंकि, यह मजबूत और स्वस्थ होने का एक हिस्सा है। लेकिन कुछ अन्य तरीके भी हैं हैं जो आपकी इस समस्या को कम करने में मदद कर सकते हैं।

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    वॉर्मअप

    अध्ययन के मुताबिक व्यायाम से पहले वार्मअप अपने मसल्स को गर्म करना एक अच्छा उपाय है। इससे मसल्स में ब्लड फ्लो अच्छे से होता है। आप वार्मअप के लिए कुछ खास तरह के व्यायाम कर सकते हैं। जैसे जॉगिंग, रस्सी कूदना,स्ट्रेचिंग या हलके वजन उठाना आदि। इससे जिम के बाद दर्द(pain after gym) से बचा जा सकता है।

    जिम के बाद मांसपेशियों में दर्द (Muscle soreness after gym)

    पर्याप्त पानी पीना

    पानी शरीर के तापमान को संतुलित रखता है, जोड़ों को ढीला करता है और ऊर्जा पैदा करने के लिए पोषक तत्वों का शरीर में परिवहन करता है। पानी के बिना आपके शरीर को अच्छी परफॉरमेंस में मुश्किल होगी और आपकी मांसपेशियों में क्रैम्प्स आ सकते हैं। यही नहीं शरीर में पानी कम होने से थकावट, चक्कर आना, या अन्य गंभीर समस्याएं भी हो सकती हैं। इसलिए आप पर्याप्त मात्रा में पानी पीना न भूलें

    आराम करें

    जिम के बाद मांसपेशियों में दर्द (Muscle soreness after gym) से बचने के लिए एक ही मसल ग्रुप के साथ एक जैसे तरीके से व्यायाम करने से पहले 48 घंटे इंतज़ार करें। हालांकि, लाइट या सीमित व्यायाम इसमें आपकी मदद कर सकते हैं। जैसे अगर कोई व्यायाम करने से आपकी मसल सोर हो गयी है, तो उसे अगले कुछ घंटे तक न करें। उसकी जगह हलकी सैर आपके जिम के बाद दर्द (Pain after gym) के लिए अच्छी साबित हो सकती है।

    व्यायाम की सही तकनीक का रखें ध्यान

    सही तरीके से व्यायाम करने से आप अपनी मांसपेशियों को स्ट्रेन या किसी भी चोट से बचा सकते हैं। अगर आप एक जिम या हेल्थ क्लब का हिस्सा हैं। तो इसके लिए ट्रेनर या विशेषज्ञ से भी इसके बारे में पूछ सकते हैं। वो आपको वजन को उठाने का सही तरीके के साथ ही मशीन और अन्य चीज़ों को कैसे प्रयोग करना यह भी सीखा देंगे। इससे जिम के बाद मांसपेशियों में दर्द(muscle soreness after gym) से भी आपको राहत मिलेगी।

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    वर्कआउट के बाद कूल होना है अच्छा उपाय

    वर्कआउट के बाद स्ट्रेचिंग करना भी जरूरी है। वर्कआउट के बाद्द आपके मसल्स जब गर्म होते हैं तो अधिक आरामदायक और लचीले होते हैं। ऐसे में स्ट्रेचिंग जिम के बाद मांसपेशियों में दर्द(muscle soreness after gym) से बचने का अच्छा उपाय हो सकता है।

    अपनी क्षमता के अनुसार ही वर्कआउट करें

    हमेशा कोई भी काम अपनी क्षमता के अनुसार ही करना चाहिए। व्यायाम करने की अगर आपकी शुरुआत है तो धीरे-धीरे कदम आगे बढ़ाएं। जैसे समय के साथ आप वजन की मात्रा बढ़ा सकते हैं। लेकिन, अगर आप शुरुआत में ही वजन की मात्रा बढ़ाते हैं तो आप खुद को नुकसान पहुंचा सकते हैं। जिम के बाद मांसपेशियों में दर्द(muscle soreness after gym) में राहत पाने के लिए अपनी क्षमता के अनुसार ही व्यायाम करें।

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    RICE (Rest, Ice, Compression, and Elevation)एप्रोच

    अगर आपको लगता है कि आपको स्ट्रेन या मोच आई है तो, RICE एप्रोच का प्रयोग करें।

    • RICE में R का अर्थ है रेस्ट यानी आराम करना
    • I का मतलब है ICE यानी बर्फ
    • कम्प्रेशन का अर्थ है दबाना
    • एलिवेशन का मतलब है ऊंचाई

    यह तकनीक जिम के बाद मांसपेशियों में दर्द(muscle soreness after gym) में राहत पहुंचाने में प्रभावी है।हालांकि यह बात इस बात पर निर्भर करती है कि आपकी चोट ज्यादा लगी है। इसमें आइस पैक, आइस स्लश बाथ या आइस मसाज का प्रयोग किया जा सकता है। इससे आपकी सूजन, जिम के बाद दर्द (Pain after gym), नील या मांसपेशियों में खिंचाव आदि कम हो सकता है। आप बर्फ का प्रयोग चोट के तीन दिन बाद करें। आप सूजन और चोट को कम करने के लिए अपनी चोट को लपेट सकते हैं। चोट लगने पर इसे एक हफ्ते तक लपेट कर रखें। लपेटने से इस पर दबाव पड़ेगा। अपनी चोट को अपने दिल के बराबर रखें या ऊपर उठाएं। यह तरीका सूजन को रोकने में मदद करता है और नील को कम करता है। यदि संभव हो तो इसे दिन में 2 से 3 घंटे तक ऊंचा रखें। आपको जल्दी ही इस परेशानी से आराम मिलेगा।

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    जिम के बाद मांसपेशियों में दर्द (Muscle soreness after gym)

    किन परिस्थितियों में तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए?

    इन परिस्थितियों में तुरंत डॉक्टर की सलाह लें:

  • अगर जिम के बाद दर्द(pain after gym) एक हफ्ते से अधिक तक रहे।
  • आपको असहनीय दर्द हो और इससे आप मूवमेंट भी न कर पा रहे हों।
  • व्यायाम से आपको बहुत अधिक असहनीय दर्द हो रही हो।
  • आपकी दर्द चक्कर आने या सांस लेने में परेशानी का कारण बन रही हो।
  • आप सोर मसल्स में लालमा, सूजन या गर्मी हो।
  • आप हड्डियों के ऊपर जोड़ों में दर्द महसूस करें
  • योगा , मानसिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारी के लिए क्लिक करें :

    वर्कआउट के बाद मांसपेशियों में दर्द अच्छा है या नहीं (Muscle pain after workout good or bad) ?

    वर्कआउट के बाद मांसपेशियों में दर्द अच्छी है या नहीं (muscle pain after workout good or bad) यह सवाल आपके दिमाग में आना आम बात है। जिम के बाद दर्द होना पूरी तरह से सामान्य है। जैसे ही आपको व्यायाम या अपनी नई दिनचर्या की आदत हो जाएगी, यह ठीक होती जाएगी। जब अधिक व्यायाम से ब्लड ऑक्सीजन का स्तर गिर जाता है तो लैक्टिक एसिड शरीर को ऊर्जा बनाने की अनुमति देता है। DOMS मसल्स के ठीक होने की प्रक्रिया का साइड इफ़ेक्ट है। जैसा हमारा शरीर मांसपेशियों की मरम्मत करता है, टिश्यू पहले की तुलना में अधिक मजबूत हो जाते हैं।

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    जिम के बाद दर्द(pain after gym) सामान्य हैं। हालांकि, आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि आप अपने मसल्स, जोड़ों या टेंडॉन्स (tendons) को नुकसान न पहुंचाएं। जोड़ों के नजदीक दर्द इस बात की तरफ इशारा है कि आपको गंभीर चोट लगी है। अगर जिम में व्यायाम से पहले या बाद में आपको दर्द होती है तो इसके कोई समस्या नहीं है। लेकिन अगर आपको व्यायाम करते हुए दर्द होता है तो यह इस बात की तरफ इशारा हो सकता है कि आपके व्यायाम में कुछ समस्या है। इसलिए, आपको वो एक्टिविटी तुरंत रोक देनी चाहिए ताकि किसी गंभीर जोड़ों या मांसपेशियों के नुकसान से बचा जा सके। कोई भी नया व्यायाम करने से पहले विशेषज्ञ से सलाह लें और उनके मार्गदर्शन में ही उसे करें।

    डिस्क्लेमर

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