रोजाना यदि 45 मिनटों तक वायु मुद्रा को किया जाए तो शरीर में एयर के इम्बैलेंस के कारण होने वाली बीमारी नहीं होगी। वहीं 12 से 24 घंटों में इस प्रकार की समस्या से निजात मिल जाती है। यदि आप वायु मुद्रा के बेहतर परिणाम पाना चाहते हैं तो जरूरी है कि रोजाना दो महीनों तक वायु मुद्रा को नियमित तौर पर करें। आप चाहे जिस अवस्था में हो बैठे हो या फिर खड़े हो आप चाहे तो वायु मुद्रा को कर सकते हैं।
रोजाना इस मुद्रा को 15 से 20 मिनटों तक करने से ही काफी बेहतर रिजल्ट मिलते हैं। इसलिए यदि आप अपने शरीर से वायु से संबंधित परेशानी को हटाना चाहते हैं तो इस योगिक क्रिया को नियमित रूप से करें।
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हर उम्र के लोग कर सकते हैं वायु मुद्रा (Vayu Mudra)
वैसे वायु मुद्रा को हर उम्र के लोग, बच्चों से लेकर बड़े तक कर सकते हैं। वहीं वैसे लोग जिन्हें कब्ज, अपच, पेट में सूजन व पाचन संबंधी परेशानी है, जोड़ों में दर्द है वैसे लोगों को वायु मुद्रा करनी चाहिए। जोड़ों के दर्द के मामले में लोग इस योग को ज्यादा से ज्यादा करते हैं, यहां तक कि दर्द ठीक होने के बाद भी करते हैं, लेकिन उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए। क्योंकि ऐसे में फायदा होने की बजाय हानि हो सकती है। वहीं वायु मुद्रा (Vayu Mudra) को करने के बाद जब दर्द हल्का हो जाए, पेट संबंधी परेशानी कम हो जाए तो इसे नहीं करना चाहिए।
एक्सपर्ट की सलाह लें
यदि आप जीवन में हेल्थ बेनीफिट्स चाहते हैं तो इस यौगिक क्रिया को अपनाकर कई प्रकार के रोग से मुक्त रह सकते हैं, लेकिन जरूरी है कि इस यौगिक क्रिया को सही से किया जाए। इस विषय पर अधिक जानकारी के लिए योगा एक्सपर्ट की सलाह लें। हैलो हेल्थ ग्रुप चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार प्रदान नहीं करता है। वहीं यदि आप योग नहीं करते हैं तो जरूरी है कि योग को जीवन में शामिल कर मानसिक व शारिरिक रूप से स्वस्थ्य रह सकें।
अगर आप वायु मुद्रा (Vayu Mudra) से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।