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जानें किसे करना चाहिए और किसे नहीं
वैसे तो मकरासन को हर कोई कर सकता है। लेकिन गर्भवती महिलाओं को इसे करने से पहले डॉक्टर और योगा ट्रेनर की सलाह लेनी चाहिए। गर्भवती इस आसन को परफॉर्म न ही करें तो उनके लिए अच्छा होगा। गर्भावस्था में पेट के बल लेटना किसी भी मामले में सही नहीं है।
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क्या मकरासन करने से होता है कोई नुकसान
एक्सपर्ट बताते हैं कि मकरासन को करने से किसी प्रकार का नुकसान नहीं होता है। लेकिन इसका बेहतर परिणाम पाने के लिए जरूरी है कि आप एक्सपर्ट के दिशा निर्देशों का पालन कर करें तो आपको काफी फायदा पहुंचता है।
मकरासन को करने से मानसिक रूप से भी मिलता है फायदा
मकरासन को करने से मस्कुलोस्केलेटल सिस्टम (musculo-skeletal system) को फायदा पहुंचता है। इस आसन को करने के दौरान हमारे शरीर का पूरा स्पाइनल कॉलम पीछे की ओर बेंड होता है, वहीं लंबर और सर्वाइकल रीजन में दबाव पड़ता है। आसन को करने के दौरान एलबो जितने ज्यादा करीब होंगे उससे लंबर रीजन के अफेक्टेड एरिया को लाभ मिलेगा, वहीं एलबो जितने ज्यादा दूर होंगे उससे गर्दन के आसपास के एरिया के दर्द से निजात मिलती है। वहीं पांव की पोजिशन का असर लंबर और पेल्विक मसल्स पर पड़ता है। इसलिए इसका ज्यादा से ज्यादा फायदे उठाने के लिए एक्सपर्ट की मदद की जरूरत पड़ती है।
नाभी के ऊपर का हिस्सा ऊपर उठाने के कारण स्पाइनल कॉलम के साथ डिस्क हरकत में आते हैं। ऊपर और नीचे करने से कंप्रेशन खत्म होता है। ऐसे में लोगों को डिस्क के साथ साइटिका जैसी बीमारियों से निजात मिलती है। इतना ही नहीं इसे करने से थायरायड ग्लैंड भी प्रेस होते हैं वहीं शरीर के मेटॉबॉलिक एक्टिविटी को फायदा पहुंचता है। इस आसन को कर लार्ज इंटेस्टाइन के साथ महिलाओं का रिप्रोडक्टिव ऑर्गन का भी मसाज हो जाता है। वहीं ध्यान में मुद्रा में इसे करने से मानसिक रूप से भी फायदा पहुंचता है।
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कई प्रकार की बीमारी से भी दिलाता है मुक्ति
मकरासन को करने से लोगों को कई प्रकार की बीमारियों से भी निजात मिलती है। जो व्यक्ति इस आसन को नियमित तौर पर करते हैं उन्हें हाइपरटेंशन, कार्डियोवस्कुलर डिजीज, टाइप 2 डायबिटीज और अस्थमा की बीमारी से राहत मिलती है।