के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. हेमाक्षी जत्तानी · डेंटिस्ट्री · Consultant Orthodontist
ब्लड टेस्ट यानी हमारे रक्त का परीक्षण रक्त के नमूने पर किया जाता है। जो रक्त में कुछ पदार्थों की मात्रा को मापने के लिए या विभिन्न प्रकार के रक्त कोशिकाओं को गिनने के लिए किया जाता है। बीमारियों के लक्षण या बीमारी होने के संकेतों को देखने के लिए किया जा सकता है। एंटीबॉडी (Antibody) या ट्यूमर (Tumore) मार्करों की जांच करने के लिए भी ब्लड टेस्ट किया जा सकता है।
सबसे आम रक्त परीक्षण में से कुछ हैं:
ब्लड टेस्ट के जरिए रोगी की बीमारियों और सेहत की स्थितियों की जांच करने में मदद मिलती है। ये टेस्ट यह भी बताता है कि आपके शरीर के अंग कैसे कार्य कर रहे हैं। जिसके आधार पर किसी भी बीमारी का इलाज करना बहुत ही आसान हो जाता है।
विशेष रूप से, ब्लड टेस्ट (Blood Test) डॉक्टर्स की मदद कर सकते हैं:
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ब्लड टेस्ट बहुत ही सामान्य होता है। जब भी आप नियमित तौर पर अपने स्वास्थ्य की जांच कराते हैं, तो आपका डॉक्टर यह देखने के लिए ब्लड टेस्ट की सिफारिश कर सकता है कि आपका शरीर कैसे काम कर रहा है। आपके स्वास्थ्य की स्थिति की जांच करने के लिए एक निश्चित चिकित्सा प्रक्रिया के तहत डॉक्टर ब्लड टेस्ट (Blood Test) की सिफारिश करते हैं।
इस टेस्ट के लिए बहुत ही कम मात्रा में खून का नमूना लिया जाता है, इसलिए इससे आपको किसी तरह की स्वास्थ्य परेशानी महसूस नहीं होगी।
फिर भी, कुछ लोगों को टेस्ट के दौरान और बाद में चक्कर आना महसूस होता है। अगर आपके साथ पहले ऐसा हुआ है, तो डॉक्टर को इसके बारे में बताएं, ताकि उन्हें आपके स्वास्थ्य की स्थिति का अंदाजा रहे।
इस टेस्ट के बाद, जहां से खून का नमूना लिया गया होगा वहां पर कुछ दिनों तक निशान और हल्के दर्द का एहसास हो सकता है। जो कुछ समय बाद अपने आप ही ठीक हो जाएगा।
अगर इंजेक्शन लगाए गए स्थान पर किसी तरह का घाव, सूजन या इंफेक्शन जैसी समस्या होती है तो इस बार में जल्द से जल्द अपने डॉक्टर को बताएं।
ब्लड टेस्ट (Blood Test) के दौरान बहुत ही कम लोगों को बेहोशी महसूस होती है। अगर आपको ऐसी स्थिति महसूस हो तुरंत टेस्ट करने वाले डॉक्टर या नर्स को बताएं। क्योंकि बेहोशी को रोकने के लिए तुरंत लेट जाना चाहिए।
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इस टेस्ट के लिए आपके खून का नमूना लेने वाले डॉक्टर या नर्स आपको बताएंगे कि क्या आपको टेस्ट से पहले किस तरह के निर्देशों का पालन करना चाहिए।
उदाहरण के लिए, ब्लड टेस्ट के प्रकार (Types of Blood Test) के आधार पर आपसे यह पूछा जा सकता है:
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ज्यादातर मामलों में यह टेस्ट करने में सिर्फ कुछ मिनट का समय लगता है। इस टेस्ट को आप अपने स्थानीय अस्पताल में डॉक्टर, नर्स या फ़ेलबोटोमिस्ट (रक्त के नमूने लेने में विशेषज्ञ) से करवा सकते हैं।
अगर आपकी नसें आसानी से दिखाई देती या खोजी जा सकती हैं तो खून का नमूना लेने में बहुत ही कम समय लगता है। आमतौर पर इस प्रक्रिया में 5 से 10 मिनट का समय लगता है।
फिर भी, कभी-कभी कुछ लोगों की नस की पहचान करने में अधिक समय लग सकता है। जिसके लिए आमतौर पर निर्जलीकरण जैसे विकार, फेलोबोटोमिस्ट या डॉक्टर का अनुभव और आपकी नसों का आकार जिम्मेदार हो सकता है।
बल्ड टेस्ट में आमतौर पर आपकी बांह की नस से खून का नमूना लिया जाता है।
हाथ से नमूना इसलिए लिया जाता है क्योंकि यह शरीर का एक सुविधाजनक हिस्सा है। जहां से आसानी से खून का नमूना लिया जा सकता है। क्योंकि, कोहनी या कलाई की नसें सतह के करीब होती हैं।
वहीं, बच्चों से खून के नमूने अक्सर हाथ के पीछे से लिए जाते हैं। नमूना लेने से पहले उनकी त्वचा पर एक विशेष प्रकार का स्प्रे या क्रीम लगा कर उस हिस्से को सुन्न किया जाता है। ताकि उन्हें दर्द का एहसास न हो।
इसके अलावा टूर्निकेट को आमतौर पर बांह के ऊपरी ओर आसानी से लगाया जा सकता है। यह हाथ को कसता है और अस्थायी रूप से खून के प्रवाह को धीमा कर देता है जिससे शिरे में सूजन आ जाती है। जिससे खून का नमूना लेना आसान हो जाता है।
नमूना लेने से पहले, डॉक्टर या नर्स एंटीसेप्टिक के साथ बांह वाली त्वचा के क्षेत्र को आसानी से साफ भी कर सकते हैं।
नमूने के लिए एक सिरिंज या विशेष कंटेनर से जुड़ी सुई को नस में डाला जाता है। सिरिंज का इस्तेमाल आपके खून की कुछ बूंदें निकालने के लिए किया जाता है। जैसे ही सुई अंदर जाती है थोड़ी चुभन या खरोंच महसूस हो सकती है, लेकिन यह दर्दनाक नहीं होता। अगर इस दौरान आपको दर्द का अधिक एहसास होता है तो नमूना लेने वाले व्यक्ति को इसके बारे में बताएं ताकि वे इस प्रक्रिया को आपके लिए अधिक आरामदायक बना सकें।
खून की बूंदें लेने के बाद सुई को बाहर निकाल लिया जाता है। जहां पर कुछ मिनट के लिए कॉटन से दबाव बनाया जाता है ताकि खून न बहे।
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खून का नमूना लेने के बाद, इसे एक बोतल में डाल दिया जाएगा और आपके नाम और जानकारी के साथ उस पर लेबल लगा दिया जाएगा। फिर इसे लैब में भेजा जाएगा जहां इसकी जांच माइक्रोस्कोप या रसायनों की मदद से किया जाएगी।
कुछ सप्ताह बाद आप अपने ब्लड टेस्ट का परिणाम जान सकेंगे।
अगर आपके पास इस टेस्ट के बारे में कोई प्रश्न हैं, तो कृपया अपने निर्देशों को बेहतर ढंग से समझने के लिए अपने चिकित्सक से परामर्श करें।
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बेसिक मेटाबोलिक पैनल
कोलेस्ट्रॉल पैनल
रक्त के अन्य कामों का मान
सी-रिएक्टिव प्रोटीन: यह भी ब्लड टेस्ट है। यह हृदय रोग के लिए अधिक सटीक जानकारी देता है। सी-रिएक्टिव प्रोटीन सूजन को आंकता है (आपका शरीर तनाव या अंदर हुए किसी क्षति को कैसा ठीक कर रहा है)। इसका इस्तेमाल भविष्य में दिल से जुड़ी होने वाली बीमारियों की पहचान के लिए किया जा रह है।
अगर आपका hs-CRP स्तर 1.0 mg/L से कम है, तो आपको हृदय रोग होने का खतरा कम है।
अगर आपका स्तर 1.0 और 3.0 mg/L के बीच है, तो आपको हृदय रोग से जुड़े कुछ खतरे हो सकते हैं।
अगर आपका hs-CRP स्तर 3.0 mg/L से अधिक है, तो आपको हृदय रोग से जुड़े गंभीर खतरे हो सकते हैं।
होमोसिस्टीन: अगर किसी व्यक्ति में बी12 या फोलेट की कमी है या अगर किसी को दिल का दौरा या स्ट्रोक आता है, तो डॉक्टर उसका होमोसिस्टीन टेस्टे कराने का आदेश देगा। यह हृदय रोग के लिए एक मार्कर भी है और सामान्य ब्लड प्रेशर और बुनियादी मेटाबोलिक पैनल की जानकारी दे सकता है। सामान्य स्तर 4 से 14 µmol/L है और हृदय रोग और स्ट्रोक के बढ़ते जोखिम से जुड़ा हुआ है।
HbA1c/ग्लाइकोसिलेटेड हीमोग्लोबिन: सामान्य <5.7%, प्री डाइबिटीज 5.7 से 6.4%, 6.5% या हाई लेवल के डाइबिटीज का मतलब है। यह टेस्ट कई हफ्तों या महीनों में आपके शरीर में शुगर की मात्रा मापता है। अगर आपको डायबिटीज है, तो आपका डॉक्टर आपको बताएगा कि आपको अपने स्तर को मापने के लिए कितनी बार ब्लड टेस्ट (Blood Test) कराने की आवश्यकता हो सकती है। इस टेस्ट के बारे में अपने डॉक्टर को बाएं अगर आपके परिवार में पहले भी कभी किसी सदस्य को डायबिटीज की समस्या रही है तो।
डॉक्टर से अपने खून के बारे में आए सभी परिणामों को अच्छे से समझें। आपका खून सामान्य रेंज से अगर बाहर काम करता है तो इसके में उनसे पूछें। कभी-कभी यह जानने में कुछ महीनों या साल भर का भी समय लग जाता है कि क्या आपके ब्लड टेस्ट (Blood Test) के परिणाम एक निश्चित तरीके से चल रहे हैं या नहीं।
प्रयोगशाला और अस्पताल के आधार पर, ब्लड टेस्ट के लिए सामान्य सीमा अलग-अलग हो सकती है। कृपया अपने चिकित्सक से चर्चा करें कि आपके परीक्षा परिणामों के बारे में आपके कौन से प्रश्न हो सकते हैं।
डिस्क्लेमर
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