टाइप -2 मधुमेह वाले लोगों के लिए चुकंदर फायदेमंद माना जाता है। चुकंदर में फाइबर, पोटेशियम, आयरन और मैंगनीज पाया जाता है, जो ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में फायदेमंद है। चुकंदर में कई जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं, जोकि डायबिटीज वालों के लिए जरूरी है। इसमें कई तरह के मिनरल और विटामिन होते हैं। डायबिटीज के लिए चुकंदर फायदेमंद माना जाता है। इसे उबाल कर, कच्चा या सलाद के रूप में, कैसे भी खा सकते हैं। इसका ग्लाइकेमिक इंडेक्स 64 होता है, इसलिए शुगर का स्तर बढ़ता नहीं है। इससे शरीर में खून की मात्रा भी सही बनी रहती है। सर्दियों में इसका सेवन जरूर करना चाहिए।
मेथी
शुगर वालों के लिए मेथी एक सुपरफूड है और इसका सेवन डायबिटीज वालों को हर मौसम में करना चाहिए। सूखी मेथी के अलावा सार्दियों में मेथी की पत्ती का सेवन भी अधिक लाभदायक माना जाता है। यह ब्लड शुगर लेवल को मैनेज करने के लिए कारगर माना जाता है। यह कई स्वास्थ्य लाभों से भरपूर है। इसमें हाइड्रॉक्सिसिलुसीन नामक एक एमिनो एसिड होता है, जो एक तरह का मधुमेह रोधक है। इसके सेवन से इंसुलिन स्राव का बढ़ाता है। इसमें मौजूद ग्लैक्टोमेनन डाइजेशन के रेट को कंट्रोल करता है। जिससे शरीर में कार्ब्स जल्दी ब्रेकडाउन नहीं होते हैं और शरीर में ब्लड शुगर का लेवल भी नियंत्रण में रहता है। हरी मेथी की सब्जी का प्रयोग आपके दिल को सेहतमंद रखने में मदद करता है। मेथी सब्जी खाने से पेट साफ रहता है और अपच की समस्या नहीं होती है।
गाजर
डायबिटीज के रोगियों के लिए गाजर बेहद फायदेमंद है। इसमें फाइबर भरपूर मात्रा में पायाी जाती है और ये आपके खून में बहुत धीरे-धीरे शुगर रिलीज करता है। कई पोषक तत्वों से भरपूर, गाजर में विटामिन ए और मिनरल्स की अच्छी मात्रा पायी जाती है, जोकि डायबिटीज वालो की सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होती हैं। मधुमेह के मरीजों के लिए कच्चा गाजर खाना चाहिए। इसमें कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स के साथ कार्ब भी कम मात्रा में हाेता है, जो रक्त में शर्करा के क्रमिक रिलीज को सुनिश्चित करने में मदद करती है। गाजर को आप सलाद के रूप में खाएं। जर्नल ह्यूमन जेनेटिक्स में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि कॉमन जेनेटिक भिन्नता वाले लोगों में बीटा कैरोटीन के हाई ब्लड शूगर लेवल, जो शरीर में विटामिन ए के रूप में परिवर्तित होता है, टाइप -2 मधुमेह के जोखिम को कम कर सकता है।
नारंगी
संतरे सहित सभी खट्टे फलों को अक्सर विशेषज्ञों में सुपरफूड माना जाता है। अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन नींबू सहित सभी खट्टे फलों को ‘डायबिटीज सुपरफूड्स’ मानता है। कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स के साथ, सलाद या ताजा घर के बने रस जैसे व्यंजनों में संतरे शामिल कर सकते हैं। ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने के लिए नारंगी को भी डाइट में शामिल किया जा सकता है।
लौंग
लौंग में नाइजेरिसिन तत्व होता है, जो डायबिटीज के रोगियों में नियमित रक्त शर्करा के स्तर की सहायता कर सकते हैं। यह खून से अवशोषित करने के लिए कोशिकाओं की क्षमता और इंसुलिन का उत्पादन करने की क्षमता भी बढ़ाता है। विभिन्न अध्ययनों के अनुसार, लौंग ब्लड शुगर स्पाइक्स की जांच में मदद करता है और इंसुलिन उत्पादन को बढ़ावा देता है। लौंग का अर्क इंसुलिन के स्राव को बढ़ाने में मदद कर सकता है और इंसुलिन के लिए शरीर की प्रतिक्रिया में सुधार करता है। आप सुबह के चाय के कप में लौंग को शामिल कर सकते हैं। इससे ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में काफी मदद मिल सकती है।
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डायट में इन बातों का रखें ध्यान
त्वचा रूखी हो जाये तो
सर्दियों के मौसम में त्वचा में रूखेपन के कारण खुजली होती है। ऐसी स्थिति में अधिक खुजलाने पर त्वचा की पहली परत छिल जाती है जिसके कारण पानी निकलने लगता है और घाव हो जाते हैं। मधुमेह रोगियों के लिए यहां मुश्किल हो जाती है, क्योंकि घाव भरने में समय लगता है। ऐसे मरीज की त्वचा छिलना या घाव बनना खतरनाक भी हो सकता है। इसलिए मधुमेह रोगी को शुगर का स्तर नियंत्रित रखना चाहिए।
ऑयली खाने से बचें
दूसरे मौसम में भी मधुमेह के रोगियों को ऑयली आहार के सेवन से बचने की सलाह दी जाती है। लेकिन सर्दियों के मौसम में इनको इससे विशेष सावधानी बरतनी चाहिए, क्योंकि इस समय इम्यून सिस्टम बहुत कमजोर हो जाता है। इसलिए डायबिटिक्स को तेल, घी, चिकनाई एवं वसा वाली वस्तुएं अत्यन्त कम मात्रा में खानी चाहिए। इसके अलावा डिब्बाबंद, बोतलबंद एवं प्रोसेस्ड व रिफाइंड वस्तुओं से बचें। डायबिटीज विंटर केयर गाइड में आप इन सभी बातों का ध्यान रखें ।
अन्य चीजें
डायबिटीज के रोगियों को एक बार में अधिक खाने से बचना चाहिए, बल्कि कम मात्रा में कई बार में खाना इनके लिए फायदेमंद माना जाता है। डायबिटीज के रोगी ब्रेड, चावल, दाल आदि चिकित्सक की सलाह के बाद ही खायें। संतरा, सेब, पपीता, अमरूद आदि 200 से 250 ग्राम प्रतिदिन खा सकते हैं। दूध-दही आदि सामान्य मात्रा में ही लें। सूप एवं नारियल पानी भी ज्यादा मात्रा में न लें। सलाद अंकुरित अनाज, खारी, मूली, टमाटर, पत्तेदार सब्जियां शिमला मिर्च, लौकी आदि का सेवन कर सकते हैं।
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डायबिटीज फुट केयर टिप्स
जैसा कि पहले उल्लेख किया गया है, डायबिटीज नर्व क्षति या रक्त के अनुचित संचलन को जन्म दे सकती है, इसलिए डायबिटीज फुट केयर बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। स्वस्थ रहने के लिए, स्वस्थ जीवन शैली को विकसित करके मधुमेह का प्रबंधन महत्वपूर्ण है। डायबेटिक को दूर रखने और एक स्वस्थ जीवन शैली बनाए रखने के लिए, इनका पालन किया जाना चाहिए-
- एक नियमित मेडिकल चेकअप जिसमें कोलेस्ट्रॉल, ब्लड शुगर के साथ-साथ पैरों की पूरी जांच शामिल है
- नियमित रूप से ब्लड शुगर की जांच और मूल्यांकन करते रहें
- नियमित रूप से व्यायाम करना
- संतुलित आहार और सब्जियों और फलों का प्रतिदिन सेवन