बच्चो के मुकाबले इसके लक्षण परिपक्व और व्यस्क लोगो में ज्यादा गहरे रूप से नजर आते हैं। अगर आपमें एनीमिया के लक्षण नजर आ रहे हैं और आप इसका कारण नहीं समझ पा रहे हैं, तो आपको सीलिएक रोग होने की संभावना अधिक होती है। यदि आपको उपरोक्त बताए लक्षण नजर आते हैं, तो अपने डॉक्टर से बिना देरी करें कंसल्ट करें। इन लक्षणों को आपको अनदेखा नहीं करना चाहिए, जैसे ही आप में ये लक्षण दिखें, आप तुरंत डॉक्टर से मिलें। लेकिन हां, एक बात का ध्यान रखना जरूरी है कि इस तरह के लक्षण दूसरी बीमारियों के भी हो सकते हैं, इसलिए ऐसे लक्षणों के होने पर आप डॉक्टर को दिखाने और टेस्ट कराने के बाद ही किसी नतीजे पर पहुंचें। फिर उनकी सलाह पर अपने लाइफस्टाइल में बदलाव लाएं।
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ग्लूटन से हो सकती हैं ये समस्याएं:
दिमाग: माइग्रेन, थकान, सिर में दर्द, डिप्रेशन, भूलने की आदत
ग्रोथ: लंबाई और वजन का कम रहना
छोटी आंत: सीलिएक बीमारी, डायरिया
पेट: अपच, गैस, कब्ज, पेट दर्द
बड़ी आंत: डायरिया, कब्ज, मलद्वार का फूल जाना
स्किन: एग्जीमा, डर्मटाइटिस
इम्यून: इम्यून सिस्टम कमजोर, बार-बार इंफेक्शन होना
सीलिएक बीमारी से कैसे बचें?
जिन लोगों को सीलिएक बीमारी है, उन्हें गेहूं, जौ, मैदा से दूर रहना चाहिए। साथ ही, डॉक्टर से संपर्क कर यह जान लेना चाहिए कि और किन खाद्य पदार्थों से दूरी बना लेनी चाहिए। बाहर का खाना बंद कर देना चाहिए। डिब्बाबंद सामान आपके लिए हानिकारक हो सकता है।
सीलिएक रोग का इलाज करने के लिए कोई दवा नहीं है। इससे होने वाली परेशानियों से बचने के लिए एक ही तरीका है कि आप ग्लूटन फ्री डायट को फॉलो करें। जब आप ग्लूटन फ्री डायट लेंगे तो इससे आपकी छोटी आंत हील करेगी और भविष्य में होने वाली परेशानी और सूजन को होने से रोकने में मदद करेगी। आपको हर उस चीज को खाने से बचना होगा जिसमें गेहूं या गेहूं के आटे का इस्तेमाल किया गया होगा। आपको राई, जौ, बेसन, सूजी आदि का सेवन करने से भी परहेज करना होगा। क्योंकि इन सभी में ग्लूटन होता है।