backup og meta

आंवला, अदरक और लहसुन बचा सकते हैं हेपेटाइटिस बी से आपकी जान

के द्वारा एक्स्पर्टली रिव्यूड डॉ. पूजा दाफळ · Hello Swasthya


Piyush Singh Rajput द्वारा लिखित · अपडेटेड 13/04/2021

    आंवला, अदरक और लहसुन बचा सकते हैं हेपेटाइटिस बी से आपकी जान

    हेपेटाइटिस बी (Hepatitis B) लिवर में होने वाला एक रोग है जो हेपेटाइटिस बी वायरस के कारण फैलता है। यह एक घातक बीमारी है जिसका जल्दी पता नहीं चल पाता है। यह संक्रमित व्यक्ति के खून के संपर्क में आने से फैलता है। लंबे समय तक अगर यह बीमारी बनी रहे तो सिरोसिस या लिवर कैंसर होने की भी संभावना रहती है और गंभीर स्थिति में व्यक्ति की मौत भी हो सकती है। हेपेटाइटिस बी (Hepatitis B) आज एक ग्लोबल हेल्थ प्रॉब्लम बन चुका है और दुनियाभर में करीब 25 करोड़ से ज्यादा लोग इस बीमारी की चपेट में हैं। आज इस आर्टिकल में हेपेटाइटिस बी से बचाव (Prevention from Hepatitis B) कैसे संभव है और हेपेटाइटिस बी की समस्या कैसी होती है, यह समझने के कोशिश करेंगे।

    हेपेटाइटिस बी होने का कारण क्या है? (Cause of Hepatitis B)

    हेपेटाइटिस बी संक्रमित (Hepatitis B infection) व्यक्ति के साथ असुरक्षित यौन संबंध बनाने, ब्लेड, उपकरण का इस्तेमाल करने या फिर संक्रमित सुई के प्रयोग से फैलता है। यह संक्रमित मां से उसके गर्भ में पल रहे बच्‍चे को भी हो सकता है। इसके अलवा ब्लड ट्रांसफ्यूजन (Blood transfusion) या ऑर्गन ट्रांसप्लांट करते समय ठीक से जांच न करने पर भी हेपेटाइटिस बी हो सकता है। ऐसा माना जाता है कि हेपेटाइटस बी, एचआईवी (HIV) से 50 गुना ज्यादा तेजी से फैलता है। लेकिन ऐसा नहीं है कि हेपेटाइटिस बी (Hepatitis B) से बचाव संभव नहीं है।

    और पढ़ें : Flu: फ्लू क्या है ? जाने इसे कारण , लक्षण और उपाय

    60% लिवर कैंसर का कारण

    हेपेटाइटिस बी एक वायरल संक्रामक रोग है, जो हेपेटाइटिस बी वायरस (Hepatitis B Virus) के कारण फैलता है। कई बार हेपेटाइटिस बी से जुड़ी बीमारी में ज्यादा तकलीफ नहीं होती है, जिस कारण लंबे समय तक इस बीमारी का पता भी नहीं चलता है। इस कारण हर साल कई लोगों की हेपेटाइटिस बी (Hepatitis B) के कारण मौत भी हो जाती है। हेपेटाइटिस बी के वायरस के कारण लिवर भी खराब हो सकता है, जिससे हर साल चार हजार से पांच हजार लोगों की मृत्यु हो जाती है। विश्वभर में लिवर कैंसर के 60% मामले हेपेटाइटिस बी के कारण होते हैं।

    हेपेटाइटिस बी से बचाव कैसे संभव है?

    हेपेटाइटिस बी से बचाव के लिए घरेलू उपायों को फॉलो करना चाहिए। इन उपायों में शामिल है:

    आंवला (Gooseberry)

    hepatitis home remedies

    हेपेटाइटिस बी से बचाव के लिए आंवले (Gooseberry) का सेवन करना चाहिए। आंवले में एंटी वायरल गुण पाया जाता है। हेपेटाइटिस बी से निपटने के लिए आप आंवले के रस में शहद मिलाकर दिन में कई बार इसका सेवन करें। इसके अलावा आंवले के रस को पानी में मिलाकर पिएं या आंवला पाउडर में गुड़ मिलाकर एक महीने तक दिन में दो बार खाएं।

    लहसुन (Garlic)

    हेपेटाइटिस बी से बचाव (Prevention from Hepatitis B)

    हेपेटाइटिस बी से बचाव के लिए लहसुन (Garlic) का सेवन लाभकारी माना जाता है। लहसुन में मेटाबोलाइट्स और अमीनो एसिड भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जो हेपेटाइटिस बी (Hepatitis B) के वायरस को तेजी से खत्म करने में मदद करता है। कच्चे लहसुन की कलियां चबाने से लिवर की बीमारी से छुटकारा मिलता है।

    और पढ़ें : Glaucoma :ग्लूकोमा क्या है? जानें इसके कारण, लक्षण और उपाय

    चुकंदर (Beetroot)

    हेपेटाइटिस बी से बचाव (Prevention from Hepatitis B)

    हेपेटाइटिस बी से बचाव के लिए घरेलू उपाय में शामिल है चुकंदर। चुकंदर (Beetroot) में पर्याप्त मात्रा में आयरन, पोटैशियम, फॉलिक एसिड, मैग्नीशियम, कैल्शियम और कॉपर के अलावा विटामिन ए, बी और सी पाया जाता है। ये सभी मिनरल्स लिवर में डैमेज सेल्स को दोबारा जोड़कर सूजन और दर्द से राहत दिलाते हैं। दो गिलास चुकंदर का जूस रोजाना पीने से पीलिया में जल्दी आराम मिलता है।

    ऑलिव लीफ (Olive leaf)

    हेपेटाइटिस बी से बचाव (Prevention from Hepatitis B)

    ऑलिव (Olive) लीफ हेपेटाइटिस बी से बचाव में आपकी मदद करता है। ऑलिव लीफ (Olive leaf) में फाइटोकेमिकल नाम का एक कंपाउंड पाया जाता है जिसे ओलेरोपिन कहते हैं, जिसमें एंटी वायरल और एंटी फंगल गुण अधिकता में मौजूद होते हैं। एक कप पानी में एक चम्मच सूखे ऑलिव लीफ को दस मिनट तक उबालें और फिर इसे छानकर दिन में तीन बार पिएं। ऑलिव लीफ की जगह बाजार में उपलब्ध ऑलिव लीफ के 500 एमजी कैप्सूल का भी इस्तेमाल किया जा सकता है, लेकिन सिर्फ डॉक्टरी सलाह से ही।

    निष्कर्ष- हेपेटाइटिस बी मूल रूप से लिवर को प्रभावित करता है। ऐसे में घरेलू उपचार कर आप अपने लिवर को इसके खतरों से बचा सकते हैं।

    [mc4wp_form id=’183492″]

    अगर आपको अपनी समस्या को लेकर कोई सवाल है, तो कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श लेना न भूलें।

    डिस्क्लेमर

    हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

    के द्वारा एक्स्पर्टली रिव्यूड

    डॉ. पूजा दाफळ

    · Hello Swasthya


    Piyush Singh Rajput द्वारा लिखित · अपडेटेड 13/04/2021

    advertisement iconadvertisement

    Was this article helpful?

    advertisement iconadvertisement
    advertisement iconadvertisement