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डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए?
यूटीआई और यीस्ट इंफेक्शन में ऊपर बताए गए लक्षण सामने आने पर आपको डॉक्टर से मिलना चाहिए। अगर यूटीआई का समय से पूरा इलाज नहीं हुआ तो किडनी इंफेक्शन हो सकता है। वहीं, यीस्ट इंफेक्शन आगे चल कतर और ज्यादा विकराल रूप ले सकता है। फिर यह सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन का रूप ले लेता है।
यूटीआई और यीस्ट इंफेक्शन का निदान कैसे करें?
ऊपर जो भी लक्षण बताए गए हैं, उनमें से अगर आप किसी भी लक्षण से गुजर रहे हैं तो आपको डॉक्टर से मिलना चाहिए। डॉक्टर लक्षणों के आधार पर आपका इलाज करेंगे, जरूरत पड़ने पर आपकी मेडिकल हिस्ट्री के बारे में पूछ सकते हैं। इसके साथ ही यूटीआई को कंफर्म करने के लिए डॉक्टर मरीज की यूरीन जांच करा सकते हैं। वहीं, पुरुषों के प्रोस्टेट में यूटीआई इंफेक्शन को जानने के लिए डिजिटल रेक्टल एक्स-रे करा सकते हैं ताकि प्रोस्टेट में हुई असामान्य वृद्धि का पता लगाया जा सके।
यीस्ट इंफेक्शन में प्रभावित क्षेत्र की त्वचा को पोछ कर सैंपल को लैब में जांच के लिए भेजा जाता है। जांच में कंफर्म किया जाता है कि इंफेक्शन कैंडिडा फंगस के द्वारा हुआ है। फिर उसी आधार पर इलाज किया जाता है।
इंफेक्शन की समस्या : यूटीआई और यीस्ट इंफेक्शन का इलाज कैसे होता है?
यूटीआई और यीस्ट इंफेक्शन का इलाज बहुत आसानी से हो जाता है। यूटीआई का इलाज निम्न तरह से होता है :
- यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन का इलाज एंटीबायोटिक्स की मदद से किया जाता है। जिसे डॉक्टर के परामर्श पर ही लेना चाहिए। ये एंटीबायोटिक्स को डॉक्टर दिन में दो बार लगभग पांच से सात दिनों तक खाने के लिए कहते हैं।
- इसके अलावा संक्रमण को कम करने के लिए लो डोज की एंटीबायोटिक्स ले सकती हैं। जैसे- नाइट्रोफ्यूरैनटॉइन, ट्राइमेथॉप्रिम-सल्फामेथॉक्साजोल और सिफैलेक्सिन को आप यूटीआई दोबारा होने पर ले सकते हैं। डॉक्टर के परामर्श [3 के आधार पर आप इन एंटीबायोटिक्स को छह माह तक ले सकते हैं। जिससे यूटीआई के दोबारा होने के जोखिम कम हो जाएंगे।
- आपको ज्यादा से ज्यादा मात्रा में पानी पीना चाहिए। जिससे ज्यादा मात्रा में यूरीन होगी और यूटीआई के बैक्टीरिया फ्लश हो जाएंगे।
- यूटीआई के लिए आप चाहें तो करौंदे (cranberry) का जूस भी पी सकते हैं। करौंदा यूटीआई के संक्रमण को कम करता है।
यीस्ट इंफेक्शन होने पर एंटीफंगल दवाओं से इलाज किया जाता है। माइकॉनाजेल या टायोकॉनाजोल जैसी दवाओं को डॉक्टर यीस्ट इंफेक्शन में देते हैं। लेकिन, ये दवाएं बिना डॉक्टर के परामर्श के न खाएं।
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यूटीआई और यीस्ट इंफेक्शन से रिकवरी कैसे होती है?