कंजेनिटल नेवी (Congenital Nevi)
कंजेनिटल नेवी जन्मजात होता है। यानि, जन्म से ही शरीर पर तिल होना। हालांकि, इसकी संभावना सिर्फ 100 में से एक ही लोगों में हो सकती है। जो भविष्य में मेलेनोमा कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकती है। अगर किसी के शरीर पर जन्मजात तौर पर को कोई तिल है, तो उसे 15 से 18 वर्ष की आयु में उसकी जांच करवानी करवानी चाहिए।
डिसप्लास्टिक नीवी (Dysplastic Nevi)
डिसप्लास्टिक नेवी आम तौर पर औसत पेंसिल के रंग जैसे हो सकते हैं। जिनका आकार सामान्य तिलों के मुकाबले बड़ा हो सकता है। यह सेंटर में गहरे भूरे रंग का हो सकता है और इसके किनारे सेंटर से हल्के रंग के हो सकते हैं। कुछ स्थितियों में इन्हें भी भविष्य में मेलेनोमा के लक्षण माने जा सकते हैं। वहीं, अगर किसी के शरीर में इसी तरह 8 से 10 तिल दिखाई दे, तो उनमें मेलेमोना विकसित होने की संभावना 12 गुना बढ़ जाती है।
और पढ़ें : जीभ का कैंसर क्या है? कब बढ़ जाता है ये कैंसर होने का खतरा?
कैसे पता करें कि कोई तिल कैंसर हो सकता है?
विशेषज्ञ आसानी से शरीर पर कैंसर के लक्षणों वाले तिलों की पहचान कर सकते हैं। हालांकि, इसके लिए जरूरी है कि सही समय पर इनकी पहचान कराने के लिए आप डॉक्टर से संपर्क करें। आमतौर पर, शरीर पर कैंसर के लक्षणों वाले तिल स्किन कैंसर होने की संभावना को बढ़ाते हैं। इस तरह के तिल अन्य मौजूदा तिलों की तुलना में अलग दिखाई देते हैं। स्किन कैंसर के लक्षणों वाले अधिकतर तिल पहली बार 25 साल की उम्र के बाद दिखाई देने शुरू हो सकते हैं। जिनकें रंग, आकार और प्रकार में आप जल्द ही बदलाव नोटिस कर सकते हैं। अगर आप किसी तिल के रंग, आकार या प्रकार में होने वाले बदलाव को गौर करते हैं, तो आपको तुरंत ही त्वचा विशेषज्ञ से संपर्क करना चाहिए। कुछ स्थितियों में कैंसर के लक्षण वाले तिल के स्थान पर खुजली होना या दर्द की भी समस्या हो सकती है।
क्या तिल में बाल निकलना कैंसर के लक्षण हैं?
तिल के स्थान पर बाल का निकलना काफी सामान्य स्थिति है। सामान्य रूप से देखा जाए, तो शरीर की पूरी त्वचा पर छोटे-छोटे रोम छिद्र होते हैं जहां पर रोएं निकलते हैं। ऐसे में तिल पर बाल निकलना काफी सामान्य स्थिति मानी जा सकती है। इन बालों को वैक्सिंग, प्लकिंग और थ्रेडिंग के जरिए निकाला भी जा सकता है। यह स्वास्थ्य के लिहाज से सुरक्षित भी माना जा सकता है। हालांकि, अगर कैंसर लक्षण वाले तिल के स्थानों पर बाल है, तो उसके बारे में आपको अपने त्वचा विशेषज्ञ से बात करनी चाहिए।
और पढ़ें : कैंसर रोगियों के लिए डांस थेरिपी है फायदेमंद, तन और मन दोनों होंगे फिट
[mc4wp_form id=”183492″]
शरीर के किसी भी अंग पर तिल की जांच कैसे करें?
अपने शरीर पर तिल की जांच करने के लिए आपको उन स्थानों की नियमित जांच करनी चाहिए, जो अधिकतर समय के लिए सूर्य की किरणों के संपर्क में आते हैं। जैसे- हाथ, छाती, गर्दन, चेहरा, कान, पैर और पीठ। अगर कुछ हफ्ते और महीने बाद भी इनके रंग, आकार या प्रकार में कोई बदलाव नहीं होता है तो ये सुरक्षित हो सकते हैं। लेकिन, इस दौरान अगर आपको इनमें किसी तरह का बदलाव दिखाई दे या इन स्थानों पर कोई नया तिल दिखाई दे, तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें।