अगर स्ट्रोक के कारण प्रजनन प्रणाली डैमेज होती है, तो आप सेक्स का अनुभव कैसे करते हैं या आपका शरीर सेक्स के बारे में कैसा महसूस करता है, इसमें बदलाव आ सकता है। आपमें डिप्रेशन के भी लक्षण हो सकते हैं।
5. पाचन तंत्र
दिमाग के दौरे के कारण अगर मस्तिष्क का आंतों को नियंत्रित करने वाला हिस्सा प्रभावित होता है, तो पाचन तंत्र (Digestive system) खराब हो सकता है। डाइजेस्टिव सिस्टम डैमेज होने के कारण कब्ज की समस्या, पर्याप्त तरल पदार्थ नहीं पी पाने की समस्या या शारीरिक रूप से सक्रिय नहीं होने की समस्या हो सकती है।
6. मूत्र प्रणाली
स्ट्रोक के कारण हुए नुकसान से मस्तिष्क और मूत्राशय को नियंत्रित करने वाली मांसपेशियों के बीच का संचार टूट जाता है। ऐसा होने पर बार-बार पेशाब लगने की समस्या हो सकती है। इसके अलावा, खांसते समय या सोते हुए भी आप पेशाब पर नियंत्रण रख पाने में असमर्थ हो सकते हैं।
7. मस्क्यूलर सिस्टम (Muscular system)
मांसपेशियों कितनी डैमेज हो सकती हैं यह इस बात पर निर्भर करता है कि ब्रेन स्ट्रोक मस्तिष्क के किस हिस्से में आया है।
आमतौर पर देखा जाए तो स्ट्रोक हमेशा ब्रेन के सिर्फ एक ही हिस्से को डैमेज करता है। अगर मस्तिष्क का दौरा ब्रेन के बाईं हिस्से को डैमेज करता है तो, शरीर के दाईं तरफ के अंग प्रभावित हो सकते हैं। इसके कारण शरीर के दाएं हिस्से में लकवे की भी समस्या हो सकती है।
रिसर्च की मानें तो हर साल ब्रेन स्ट्रोक की बीमारी के लगभग 15 लाख नए मामले देखे जाते हैं। इससे भी ज्यादा चौंकाने वाला तथ्य यह है कि ब्रेन स्ट्रोक की बीमारी होने वाले हर 100 में से लगभग 25 रोगियों की उम्र 40 साल से छोटी होती है।