आमतौर पर साइलेंट स्ट्रोक के लक्षण बिना डॉक्टर के परीक्षण के पहचानें नहीं जा सकते हैं। आमतौर पर, साइलेंट स्ट्रोक की पहचान करने के लिए मस्तिष्क का एमआरआई (MRI) (magnetic resonance imaging) टेस्ट करना जरूरी होता है। मिनी स्ट्रोक या ट्रांसिएंट इस्केमिक अटैक क्या है?
मिनी स्ट्रोक को प्री स्ट्रोक या ट्रांसिएंट इस्केमिक अटैक (transient ischemic attacks- TIA) भी कहा जाता है।
प्री स्ट्रोक (Pre Stroke) के कारण क्या है?
यह तब आता है जब खून के थक्के बनने के कारण मस्तिष्क के किसी एक हिस्से में खून के प्रवाह में थोड़ी देरी के लिए रूक जाता है। हालांकि, इसके लक्षण अगले 24 घंटे के अंदर गायब हो जाते हैं। साथ ही, इसके कारण किसी भी तरह के स्थायी विकलांगता की समस्या नहीं होती है।
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मिनी स्ट्रोक (TIA) के लक्षण क्या हैं?
साइलेंट स्ट्रोक (Silent stroke) और मिनी स्ट्रोक (Mini Stroke) के लक्षण कुछ अलग हो सकते हैं। नीचे हम आपको मिनी स्ट्रोक (Mini Stroke) के लक्षण बताने जा रहे हैं, जैसे :
- चक्कर आना मिनी स्ट्रोक का लक्षण हो सकता है।
- भ्रम होना मिनी स्ट्रोक का लक्षण हो सकता है।
- धुंधला दिखाई देना मिनी स्ट्रोक का लक्षण हो सकता है।
- शरीर के सिर्फ एक ही तरफ अटैक महसूस करना मिनी स्ट्रोक का लक्षण हो सकता है।
- अस्थायी रूप से बोलने में असमर्थ होना मिनी स्ट्रोक का लक्षण हो सकता है।
- सुनने में परेशानी होना मिनी स्ट्रोक का लक्षण हो सकता है।
- शब्दों को समझने में परेशानी होना मिनी स्ट्रोक का लक्षण हो सकता है।