के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr Sharayu Maknikar
बुलिमिया, जिसे बुलिमिया नर्वोसा के रूप में भी जाना जाता है, एक खाने की बीमारी है। इस बीमारी में व्यक्ति अनियंत्रित खाना-खाने का शिकार हो जाता है। खूब सारा खाना खाने के बाद वो इससे छुटकारा पाने के लिए स्व-प्रेरित उल्टी (Self-induced vomiting) करने की कोशिश करने लगता है या इसे निकालने के लिए किसी दवा का सहारा ले सकता है। इस बीमारी को मानसिक स्वास्थ्य से जोड़कर भी देखा जाता है। बहुत से लोग जिन्हें बुलिमिया होता है, वे एनोरेक्सिया नर्वोसा से पीड़ित हो सकते हैं।
बुलिमिया ज्यादातर पुरुषों के मुकाबले महिलाओं को अधिक प्रभावित करता है। यह किशोर लड़कियों और युवा महिलाओं में भी अधिक सामान्य है। अगर आपको संदेह है या आपके किसी नजदीकी व्यक्ति को बुलिमिया से पीड़ित है तो अपने डॉक्टर से सलाह लें।
और पढ़ें : Bulimia Nervosa: बुलीमिया नेर्वोसा क्या है? जानें इसके कारण, लक्षण और उपाय
बुलिमिया के सामान्य संकेत और लक्षणों में शामिल हैं: दिन में विशिष्ट समय के बाद ज्यादा मात्रा में भोजन करना। अक्सर व्यक्ति अनअपेक्षित रूप से ज्यादा मात्रा में उच्च कैलोरी के खाद्य पदार्थ खाता है। इसके दौरान, व्यक्ति खाने पर नियंत्रण नहीं करता है। इस बीमारी के निम्न लक्षण हो सकते हैं-
बुलिमिया वाले लोगों का वजन अक्सर सामान्य होता है, लेकिन वे अधिक वजन का महसूस करते हैं। क्योंकि हर व्यक्ति का वजन अक्सर सामान्य होता है, इसलिए अन्य लोग इस खाने के विकार को नहीं देख सकते हैं।
लक्षण जो अन्य लोग देख सकते हैं उनमें शामिल हैं:
सभी लक्षण ऊपर दिए नहीं गए हैं। अगर आपको किसी लक्षण के बारे में कोई परेशानी है, तो अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
अपने डॉक्टर को यह बताना ज़रूरी है कि क्या आपको या आपके किसी नजदीकी व्यक्ति को बुलिमिया के लक्षण हैं। बुलिमिया वाले ज्यादातर लोग नहीं मानते की उन्हें कोई समस्या है। वे थेरेपी का विरोध कर सकते हैं लेकिन उन्हें यह याद जरूर दिलाएं कि बुलिमिया शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है।
और पढ़ें : Urticaria : पित्ती क्या है? जाने इसके कारण, लक्षण और उपाय
बुलिमिया का कारण अब तक पता नहीं चला है। ज्यादातर कम आत्मसम्मान वाले लोगों को बुलिमिया का खतरा ज्यादा होगा। इस में जेनेटिक, साइकोलॉजिकल, फॅमिली सोसाइटी और कल्चरल फैक्टर्स महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। बुलिमिया के कारण एक या एक से अधिक जोखिम बढ़ सकती हैं।
और पढ़ें : Mumps : गलसुआ क्या है? जाने इसके कारण ,लक्षण और उपाय
जिन चीजों के कारण जोखिम बढ़ सकती है, उनमे शामिल हैं:
पुअर बॉडी इमेज: ऐसे कई हैं जो सुंदरता और सफलता को प्रभावित करते हैं। अगर आपकी सामाजिक छवि ख़राब हो तो आपको बुलिमिया हो सकता है
खुद में आत्म-सम्मान की कमी होना: कम आत्म-सम्मान होने से अवसाद, खुद का महत्व कम समझना।
आघात या सेक्शुअल एब्यूज हिस्ट्री: अध्ययनों से पता चला है कि जिन महिलाओं की बुलिमिया होता है उनमें यौन शोषण की हिस्ट्री मिली है।
अन्य मानसिक विकार: मेंटल प्रोब्लेम्स, गुस्से पर काबू न कर पाना, डिप्रेशन, एंग्जायटी डिसऑर्डर्स, ऑब्सेसिव-कम्पलसिव डिसऑर्डर।
प्रोफेशन या एक्टिविटी होना: इसमें ऐसे व्यवसायों को शामिल किया जाता है जिनमें स्लिम होना जरुरी है। इसमें एक अभिनेत्री, एक मॉडल और एक डांसर का का होना शामिल है। इसमें एथलीट भी शामिल हो सकते हैं जिन्हें एक निश्चित वजन बनाए रखने की आवश्यकता होती है।
जीवन का मुख्य बदलाव: आमतौर पर जीवन का मुख्य बदलाव ज्यादा तनाव का कारण बन सकता है, जो बुलिमिया को ट्रिगर कर सकता है। इन जीवन बदलाओं में युवावस्था, कॉलेज जाना या ब्रेकअप होना शामिल हो सकता है।
सभी जोखिम कारक ऊपर नहीं दिए गए हैं इसका मतलब यह नहीं है कि आप बुलिमिया से प्रभावित नहीं हो सकते। आपको अधिक जानकारी के लिए विशेषज्ञ डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
एक उचित निदान देने के लिए, आपका डॉक्टर निचे दिए गए टेस्ट्स करने के की सलाह दे सकते हैं:
और पढ़ें : Seborrheic dermatitis : सेबोरीक डर्मेटाइटिस क्या है? जाने इसके कारण, लक्षण और उपाय
क्या कुछ घरेलू उपचार या जीवनशैली के बदलाव से ये बीमारी ठीक हो सकती है?
दिए गए कुछ घरेलू नुस्खे और बदलाव आपके इस बीमारी को ठीक करने में मददगार साबित होंगे:
अगर आपको कोई भी सवाल या चिंता सता रही है तो सही सुझाव के लिए अपने डॉक्टर से बात करें।
[mc4wp_form id=’183492″]
हैलो हेल्थ ग्रुप कोई भी मेडिकल सलाह, निदान और उपचार प्रदान नहीं करता है।
डिस्क्लेमर
हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।
के द्वारा मेडिकली रिव्यूड
Dr Sharayu Maknikar