पैंक्रियाज, डिओडेनम, गॉलब्लेडर और बाइल डक्ट से ऑपरेशन के दौरान कैंसरस ट्यूमर के हटा दिया जाता है। अगर पैंक्रियाज में और भी कोई बीमारी है तो उसका इलाज भी किया जाता है। ऑपरेशन के बाद पैंक्रियाज, पेट और इंटेस्टाइन को एक साथ जोड़ देते हैं, जिससे खाना आसानी से डाइजेस्ट हो सके।
विप्पल प्रोसीजर के बाद क्या होता है ?
सर्जरी के बाद पेशेंट को जेनरल वॉर्ड में शिफ्ट किया जाता है। वैसे पेशेंट की स्थिति पर भी निर्भर करता है की वो सर्जरी के बाद कैसा महसूस कर रहे हैं। जरूरत पड़ने पर पेशेंट को आईसीयू (ICU) में भी शिफ्ट किया जा सकता है। ऑपरेशन के बाद विप्पल प्रोसीजर एक्सपर्ट्स पेशेंट पर नजर बनाएं रखते हैं। इस दौरान डॉक्टर इंफेक्शन न हो इसपर भी विशेष ध्यान रखते हैं। पेशेंट की डाइट भी स्थिति पर निर्भर करती है। ऑपरेशन के बाद मरीज को धीरे-धीरे चलने सलाह भी दी जाती है। मरीज की स्थिति को देखते हुए अस्पताल में रहने की सलाह दी जाती है।
ऑपरेशन के बाद अगर मरीज की स्थिति बिगड़ती है, तो इंटेंसिव केयर यूनिट (ICU) में रखा जा सकता है। इस दौरान भी एक्सपर्ट की टीम मरीज का पूरा ध्यान रखती है।
मरीज की स्थिति को समझते हुए उन्हें अस्पताल छुट्टी दी जाती है। लेकिन, उन्हें कुछ दिनों के लिए उसी शहर में रहने में रहने की सलाह दी जाती है।
अगर पेशेंट को सेहत से जुड़ी कोई परेशानी है, तो डॉक्टर को जरूर बताना चाहिए।
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विप्पल प्रोसीजर से ठीक होने के बाद क्या करें ?
ऑपरेशन के बाद पेट से आवाज (बॉवेल पेरिस्टलसिस ) नहीं आती है। ठीक होने के दौरान मरीज को साथ ज्यादा खाना खाने की बजाए थोड़ा-थोड़ा और कुछ-कुछ देर में खाते रहें। ऑपरेशन के बाद ज्यादा वसा वाले आहार का सेवन न करें। पौष्टिक आहार और तरल पदार्थों का सेवन करें। 6 सप्ताह तक वैसे एक्टिविटी में शामिल न हों जिनमें ज्यादा मेहनत लगती हो। उसके बाद अपनी सेहत की स्थिति को समझते हुए आप अपने काम पर लौट सकते हैं। लेकिन, अगर मरीज को इंफेक्शन, दर्द, घाव या बुखार होता है, तो ऐसी स्थिति में जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करें।
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