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माइक्रोब क्या है?
माइक्रोब से मलेरिया की रोकथाम जानने से पहले आपको माइक्रोब को जानना होगा। माइक्रोब एक प्रकार का मलेरिया को ब्लॉक करने वाला सूक्ष्म बग है। माइक्रोब को माइक्रोस्पोरिडिया (MB) कहते हैं, माइक्रोस्पोरिडिया एक प्रकार की सुक्ष्म फंफूद है। केन्या और यूनाइटेड किंगडम के वैज्ञानिकों ने केन्या स्थित विक्टोरिया झील के किनारों पर मच्छरों पर रिसर्च की। जिसमें उन्हें कीड़ों-मकौड़ों के पेट और गुप्तांगों में माइक्रोब मिला।
रिसर्चर्स ने पाया कि जिन मच्छरों के पेट और गुप्तांगों में माइक्रोब पाया गया, उनमें प्लाज्मोडियम (मलेरिया को पैदा करने वाला परजीवी) नहीं मिला। नेचर कम्यूनिकेशन में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक माइक्रोब से मलेरिया की रोकथाम संभव है। यूं कह सकते हैं कि मलेरिया का अंत माइक्रोब की मदद से हो सकता है। अगर माइक्रोब सभी मच्छरों में पाए जाने लगे तो वह प्लाज्मोडियम को मच्छर के शरीर में पनपने से रोकेगा। जिससे मलेरिया मच्छर के काटने के बाद भी नहीं होगा।
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माइक्रोब से मलेरिया की रोकथाम कैसे की जा सकती है?
माइक्रोब से मलेरिया की रोकथाम पर अभी रिसर्च जारी है। फिलहाल के लिए वैज्ञानिकों ने सिर्फ इतनी ही पुष्टि की है कि माइक्रोब से मलेरिया की रोकथाम मच्छर के इम्यून सिस्टम को बेहतर कर के की जा सकती है। जब मच्छर का इम्यून सिस्टम माइक्रोब के कारण सही रहेगा तो मच्छर में प्लाज्मोडियम का इंफेक्शन नहीं हो सकता है। जब माइक्रोब मच्छर के शरीर में पाया जाएगा, तो वह मलेरिया के परजीवी को पनपने के लिए उपयुक्त परिवेश नहीं देगा। जिससे भी मलेरिया का फैलाव घटेगा।