थायरॉइड बायोप्सी में डॉक्टर आपकी थायरॉइड ग्रंथि से संदिग्ध टिशू (कोशिका) का छोटा सा हिस्सा सुई की मदद से निकालता है। सुई को संदिग्ध हिस्से तक पुंहचाने में मदद के लिए थायरॉइड अल्ट्रासाउंड ट्रांस्ड्यूसर की मदद से इमेज बनाई जाती है।
थायरॉइड बायोप्सी (Thyroid Biopsy) क्यों की जाती है ?
थायरॉइड बायोप्सी का मकसद इस बात का विश्लेषण और मूल्यांकन करना है कि कहीं गांठ और गोइटर (घेंघा) खतरनाक तो नहीं है और ये कोई समस्या तो नहीं खड़ी करेंगे।
थायरॉइड बायोप्सी की मदद से डॉक्टर गांठ और गोइटर के कारणों का पता लगता है, लेकिन आपको थायरॉइड की सभी समस्याओं के लिए इसकी आवश्यकता नहीं पड़ती। उदाहरण के लिए, आपके लक्षण, ब्लड टेस्ट और इमेजिंग यह बताने के लिए पर्याप्त हैं कि आपको ग्रेव्स रोग है या नहीं।
हो सकता है आपका डॉक्टर एक सेंटीमीटर (करीब आधा इंच) से बड़े किसी गांठ की जांच करना चाहेगा, खासतौर पर जब इमेजिंग में यह दिखे कि गांठ ठोस है, उसके ऊपर कैल्शियम है और इसके आसपास स्पष्ट सीमाएं नहीं हैं।
बिना गांठ के भी आपकी बायोप्सी की जा सकती है, यदि आपको बहुत दर्द हो और थायरॉइड जल्दी बढ़ रहा हो।
थायरॉइड बायोप्सी (Thyroid Biopsy) से पहले आपको क्या पता होना चाहिए ?
टेस्ट की योग्यता कई कारकों पर निर्भर करती है, जैसे व्यक्तिगत स्थिति, मेडिकल हिस्ट्री और सामान्य स्वास्थ्य।
आपको सिर पीछे की ओर झुकाकर लेटना असहज लग सकता है। बायोप्सी वाले हिस्से में 1-2 दिन तक दर्द और संवेदनशीलता महसूस हो सकती है।
थायरॉइड के लिए फाइन निडल एस्पीरेशन बायोप्सी से जुड़े जोखिम में रक्तस्राव (Bleeding), संक्रमण (Infection) और सिस्ट का बनना शामिल है, लेकिन ये जटलिताएं बेहद दुर्लभ हैं।
मरीज को यदि थायरॉइड बायोप्सी वाली जगह पर बहुत गहरा निशान या सूजन हो, उस हिस्से में लगातार दर्द या बुखार आए तो तुरंत डॉक्टर को संपर्क करना चाहिए।
बायोप्सी में लगने वाला समय उसके तरीके पर निर्भर करता है। आपको अस्पताल में एक रात के लिए रुकना पड़ सकता है।
आमतौर पर फाइन निडल एस्पीरेशन बायोप्सी का ही इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन कुछ कारणों से दूसरी बायोप्सी का भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
थायरॉइड बायोप्सी के बारे में किसी तरह का प्रश्न होने पर और उसे बेहतर तरीके से समझने के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
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आपको परिणाम कुछ ही दिनों में मिल जाएगा। आमतौर पर इसमें 2 हफ्ते का समय लगता है। अपने डॉक्टर से पूछें कि आपको परिणामों के बारे में कब पता लगाना चाहिए।
आगे क्या करना है यह बायोप्सी (Biopsy) के परिणामों पर निर्भर करता है। यदि यह कैंसर (Cancer) नहीं है और आप में अन्य कोई लक्षण नहीं दिखते हैं, तो आपको फॉलो अप के लिए तैयार रहना होगा। इसमें अन्य चीज़ों की जांच की जाएगी, जैसे- गांठ में हुआ बदलाव या कोई नई गांठ दिखना।
यदि यह कैंसर है तो आपको सर्जरी की जरूरत है। अधिकांश थायरॉइड कैंसर का इलाज (Thyroid cancer cancer) किया जा सकता है।
दूसरे मामलों में, आपको अंडरएक्टिव और ओवरएक्टिव थायरॉइड (Overactive thyroid) के लिए उपचार की आवश्यकता होगी। या एक बड़े गांठ के लिए जो आपकी सांस लेने और भोजन निगलने के रास्ते में है।
कभी-कभी FNA से निश्चित परिणाम नहीं मिलता है। अक्सर फिर इसे दोहराया जाता है, लेकिन तब भी परिणाम स्पष्ट नहीं आए तो आपके लक्षण और अन्य परिणामों के आधार पर डॉक्टर आपको अन्य विकल्प बताएगा। इसका मतलब है कि आपको दूसरे तरह की बायोप्सी (Biopsy) करवानी होगी, जैसे- थायरॉइड सर्जरी (Thyroid Surgery) या वॉचफुल वेटिंग।
सभी लैब और अस्पताल के आधार पर थायरॉइड बायोप्सी (Thyroid biopsy) की सामान्य सीमा अलग-अलग हो सकती है। परीक्षण परिणाम से जुड़े किसी भी सवाल के लिए कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
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