बोन ब्रोथ में मौजूद अमीनो एसिड विशेष कर सेअमीनो एल और ग्लूटामिन शरीर में होने वाली सूजन को कम करने में प्रभावी है। इसमें कैल्शियम, विटामिन ए, डी, के, सी और बी की उच्च मात्रा पाई जाती है। अन्य पोषक तत्वों में इसमें मिनरल्स जैसे जिंक, पोटैशियम, मैग्नीशियम, कॉपर, आयरन आदि आवश्यक तत्व मौजूद होते हैं। इसलिए इस सूप के सेवन से हमारे शरीर की हड्डियां और दांत स्वस्थ रहते हैं। बोन ब्रोथ में मौजूद अर्गिनीन, विशेष रूप से पुरानी सूजन के उपचार में मददगार हो सकता है। एक एनिमल ट्रायल से पता चलता है कि इसके सेवन से अस्थमा के लक्षणों में सुधार काफी सुधार आता है। चूहों पर हुए एक अन्य अध्ययन से पता चलता है कि आर्गिनिन के साथ पूरक मोटापे से ग्रस्त व्यक्तियों में सूजन से लड़ने में मदद करता है।
4.नींद की समस्या को ठीक करता है:
बोन ब्रोथ में ग्लाइसिन पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। एक अध्ययन के अनुसार ग्लाइसिन के सेवन से अच्छी नींद आती है। इसलिए इसका सेवन उन लोगों के लिए भी ज्यादा अच्छा है, जिन्हें नींद की समस्या हमेशा बनी रहती है और दवा की जरूर पड़ती है। इसके अलावा जिन लोगों को तनाव और डिप्रेशन की समस्या रहती है। वो भी इसे ले सकते हैं नींद और मस्तिष्क की कार्यक्षमता में सुधार होता है। बोन ब्रोथ में पाया जाने वाला एमिनो एसिड ग्लाइसिन, आपको आराम करने में मदद कर सकता है। कई अध्ययनों में पाया गया है कि ग्लाइसीन नींद को बढ़ावा देने में मदद करता है। एक अध्ययन में पता चला है कि बिस्तर में जानें से पहले 3 ग्राम ग्लाइसिन लेने से उन व्यक्तियों में नींद की गुणवत्ता में काफी सुधार हुआ है, जिन्हें पहले सोने में कठिनाई होती थी।
5- अर्थराइटिस की समस्या पर
यह सूप उन लोगों के लिए भी फायदेमंद है, जिन लोगों को लंबे समय से जोड़ों के दर्द की समस्या बनी हुई है। इसमें ग्लूकोसामिन होता है, जोकि जोड़ों के दर्द में राहत पहुंचाता है। इसी के साथ यह शरीर को आवश्यक पोषण देता है, जिससे यह जोड़ों के दर्द को कम करने के साथ-साथ अन्य स्वास्थ्य लाभ भी प्रदान होते हैं।
6- इसमें कई महत्वपूर्ण विटामिन और खनिज होते हैं
बोन ब्रोथ में बहुत सारे पौष्टिक तत्व होते हैं, जैसे कि विटामिन ए, विटामिन के-2, जस्ता, आयरन, बोरान, मैंगनीज, और सेलेनियम, साथ ही ओमेगा -3 और ओमेगा -6 फैटी एसिड जैसे खनिज प्रदान करता है। वही खनिज जो आपकी अपनी हड्डियों को बनाने और मजबूत करने के लिए आवश्यक हैं । बोन ब्रोथ में इस्तेमाल की जानें वाली मछली की हड्डियों में आयोडीन भी होता है, जोकि थायरॉयड और चयापचय के लिए आवश्यक है। इसके बोन में पाए जाने वाला प्रोटीन में कोलेजन भी होता है, जो पकाए जाने पर जिलेटिन में बदल जाता है और कई महत्वपूर्ण अमीनो एसिड का उत्पादन करता है। बहुत से लोगों को अपने आहार में इन पोषक तत्वों की पर्याप्त मात्रा नहीं मिलती है, इसलिए हड्डी शोरबा पीना एक अच्छा तरीका है।
और पढ़ें: उम्र के हिसाब से जरूरी है महिलाओं के लिए हेल्दी डायट