आसान है क्रंचेस
क्रंचेस को करने के लिए आपको किसी फेंसी जिम, किसी खास स्थान या उपकरण की आवश्यकता नहीं पड़ती। इसे आप आसानी से घर पर ही कर सकती हैं। वो भी तब, जब आप फ्री हों। इसे करने के लिए आपको केवल थोड़ी-सी जगह और समय चाहिए। आप जब भी अपने रोजाना के कार्यों से फ्री हों, तो कुछ देर इस एक्सरसाइज को करना न भूलें। एक बात का ध्यान रखें कि आप इसे अच्छे से सीखने के बाद ही करें।
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शरीर का संतुलन
जैसा कि पहला ही बताया गया है कि क्रंचेस करने से पेट की मसल्स मजबूत होती हैं, लेकिन एब्डोमिनल क्रंचेस करने आपके शरीर का संतुलन बढ़ता है। यही नहीं, क्रंचेस शरीर के पॉस्चर को सुधारने में भी लाभदायक है। अगर कोर मांसपेशियां कमजोर होंगी, तो उनमे खिंचाव और चोट लगने की संभावना अधिक रहेगी। लेकिन यह एक्सरसाइज करने से कोर मांसपेशियां भी मजबूत होती हैं।
पॉस्चर होता है ठीक
पेट के लिए क्रंचेस करना शरीर के पॉस्चर को सुधारने में बहुत महत्वपूर्ण है। अगर पॉस्चर सुधरेगा, तो आप यह पाएंगे कि रोजाना की गतिविधियों में आप अच्छे से कार्य कर पा रहे हैं। साथ में आपको कमर के निचले हिस्से में दर्द या कमर की मसल्स में चोट से भी छुटकारा मिलेगा।
महिलाओं के लिए क्रंचेस के लाभ यहीं खत्म नहीं होते। क्रंचेस पीठ के निचले हिस्से, कूल्हे और रीढ़ की हड्डी के लिए भी बहुत फायदेमंद है। क्रंचेस व्यायाम के और भी कई प्रकार हैं, जो आपके लिए कई तरह से फायदेमंद है। इस कसरत के पूरे लाभ पाने के लिए आप इस एक्सरसाइज को सही से करना सीखें। उसके बाद नियमित रूप से इसे करें। थोड़े ही दिनों में आप खुद में आए बदलाव को महसूस करेंगी।
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कितनी तरह के होते हैं क्रंचेज?
क्रंचेस के लाभ तो आपने पढ़ लिए अब जानते हैं इन्हें आप कितनी तरह से कर सकते हैं…
बेसिक क्रंच (Basic Crunch):
बेसिक क्रंच को करने के लिए सबसे पहले सीधे लेट जाएं। अपने हाथों को सिर के पीछे रखें और घुटनों को मोड़ लें। आपके पैर जमीन पर बिल्कुल सीधे होने चाहए। अब आप शोल्डर की मदद से उठें। कभी भी क्रंच करते समय अपनी गर्दन या सिर को न खींचें। ऐसा करने से आपको चोट भी लग सकती है।