अपने जीवन में हंसी को जोड़ने के लिए लाफ्टर योग (laughter yoga) या लाफ्टर थेरेपी ग्रुप की खोज करें और उसे जॉइन करें। जॉर्जिया स्टेट यूनिवर्सिटी के एक अध्ययन में पाया गया कि एक लाफ्टर थेरेपी ग्रुप से अधिक उम्र के वयस्कों के मानसिक स्वास्थ्य के साथ-साथ उनके एरोबिक एंड्यूरेंस (aerobic endurance) में भी सुधार हुआ। साथ ही, स्टडी से भी पता चला कि दूसरों की हंसी सुनना अक्सर आपकी हंसी को ट्रिगर कर सकता है।
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एक भी दिन बिना हंसी के नहीं
जैसे आप व्यायाम और ब्रेकफास्ट के लिए अपना टाइम सेट करते हैं। वैसे ही सुनिश्चित करें कि हर दिन आप कुछ ऐसा करने की कोशिश करेंगे जो आपको हंसाए। अपनी लाफ्टर थेरेपी के लिए 10 से 15 मिनट का अलग समय सेट करें। जितना अधिक आपको हर दिन हंसने की आदत डालेंगे, उतना ही डिप्रेशन से आप दूर रहेंगे।
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लाफ्टर थेरेपी में क्या न करें?
खुद की लाइफ में हंसी जोड़ने के लिए दूसरों पर हंसना बिलकुल भी ठीक नहीं है। उन पर हंसने की बजाय, उनके साथ हंसने को प्रायोरिटी दें। अक्सर आपको नहीं पता होता कि सामने वाला किस चुनौतीपूर्ण स्थिति से गुजर रहा है। ऐसे में उसके एपिरेंस या उसकी कमजोरियों पर हंसना उस व्यक्ति को दुखी कर सकता है। इसलिए इसे अवॉयड करें।
हंसी की पावर किसी खुशी को दुगुनी कर सकती है। यह लोगों को बदल देती है। लाफ्टर भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक समस्याओं को ठीक करता है। यह हंसी शारीरिक बीमारियों और दर्द को भी कम करती है और लोगों को मानसिक रूप से तेज रहने में भी मदद करती है। लाफ्टर एक्सपर्ट्स की मानें तो हंसने से मेंटल फंक्शन, मेंटल अलर्टनेस और मेमोरी को बूस्ट करता है। इसलिए हंसे और लोगों को भी हंसाएं।