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फीमेल कंडोम और मेल कंडोम में क्या अंतर है?

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. हेमाक्षी जत्तानी · डेंटिस्ट्री · Consultant Orthodontist


Nidhi Sinha द्वारा लिखित · अपडेटेड 21/07/2021

    फीमेल कंडोम और मेल कंडोम में क्या अंतर है?

    कंडोम का नाम सुनते ही हम सभी के मन में सिर्फ पुरुषों के कंडोम का ही विचार आता है। आमतौर लोग सिर्फ पुरुषों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले कंडोम के बारे में ही बात करते हैं, जिसकी वजह से फीमेल कंडोम (Female condom) पीछे रह जाती है। यहां तक कि कई लोगों को यह तक पता नहीं होगा कि फीमेल कंडोम भी होती है। अगर आप फीमेल कंडोम के बारे में नहीं जानते हैं, तो आपको भी इसके बारे में जानना चाहिए। जिस तरह पुरुषों कंडोम का इस्तेमाल करते हैं, वैसे ही महिलाएं भी फीमेल कंडोम का इस्तेमाल (Use of Female condom) करती हैं।

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    क्या है फीमेल कंडोम (Female condom)?

    अनचाहे गर्भ से बचने के लिए अब जरूरी नहीं कि सिर्फ पुरुष ही कंडोम का इस्तेमाल करें। या महिलाएं दवाओं का सेवन करें। बल्कि, अब अनचाहे गर्भ (Unwanted pregnancy) से बचने से के लिए महिलाएं फीमेल कंडोम की मदद ले सकती हैं। सेक्स के दौरान (During sex) उनका साथी कंडोम का इस्तेमाल करते हैं या नहीं इसके बारे में उन्हें विचार करने की भी जरूर नही होती। फीमेल कॉन्डम (Female condom) से महिलाएं न सिर्फ अनचाहे गर्भ से सुरक्षित रहती हैं बल्कि, तमाम तरह की बीमारियों और सेक्स जनित रोगों से भी खुद को सुरक्षित रख सकती हैं।

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    जानिए महिला कंडोम और पुरुष कंडोम के बीच का अंतर (Difference between male & female condom)

    1. पुरुषों और महिलाओं के लिए कंडोम दिखने में अलग-अलग होते हैं। लेकिन, दोनों ही अनचाहे गर्भ और बीमारियों से सुरक्षित रखने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं।
    2. मेल कंडोम लेटेक्स, पॉलीयुरेथेन, पॉलीआईसोप्रेन या भेड़ की खाल से बनाया जाता है। जबकि, फीमेल कंडोम पॉलीयुरेथेन या नाइट्राइल से बनाया जाता है, जो एक चिकनाई युक्त पाउच जैसा होता है। इसमें दो सिरे होते हैं: पहला सिरा खुला होता है और दूसरा बंद रहता है। साथ ही, इसके दोनों सिरों पर दो छल्ले भी होते हैं, जिससे कॉन्डम को योनि के अंदर सही जगह फिट किया जाता है।
    3. मेल कंडोम का इस्तेमाल लिंग के उत्तेजित होने पर किया जा सकता है। जबकि, फीमेल कॉन्डम का इस्तेमाल महिलाएं सेक्स करने के आठ घंटे पहले भी कर सकती हैं। पुरुषों का कॉन्डम लिंग के अधिकांश हिस्से को ढककर रखता है। जबकि, फीमेल कॉन्डम महिला के जननांगो के अंदरूनी और बाहरी दोनों हिस्सों को ढककर रखता है।
    4. इसके अलावा, मेल कंडोम लेटेक्स का बना होता है, जो एलर्जी (Allergy) का कारण बन सकता है। जबकि, फीमेल कंडोम हाइपोएलर्जिक होते हैं, जो हर तरह की एलर्जी से स्किन की रक्षा करता है।

    कैसे किया जाता है कंडोम कंडोम का इस्तेमाल? (Use of Female condom)

    • फीमेल कंडोम का इस्तेमाल करने के लिए इसे योनि के अंदर फिट किया जाता है। इसके अलावा, गुदा सेक्स या मैथुन के दौरान भी फीमेल कंडोम का इस्तेमाल किया जा सकता है, जिससे दोनों साथी एसटीडी (STD) के जोखिम से अपना बचाव कर सकते हैं।

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    फीमेल कंडोम इस्तेमाल करने के दौरान सावधानी

    सेक्स करते समय मेल या महिला कंडोम (Female condom) में से सिर्फ एक कंडोम का ही इस्तेमाल करें। अगर पुरुष साथी कॉन्डम का इस्तेमाल कर रहें हो, तो महिला कंडोम का इस्तेमाल न करें। क्योंकि, दोनों अगर एक साथ में कंडोम का इस्तेमाल करते हैं, तो वे एक साथ चिपक सकते हैं और जगह से बाहर खींच सकते हैं या योनि के अंदर ही फट भी सकते हैं।

    सेक्स के दौरान फीमेल कंडोम (Female condom) फट जाए तो क्या करें

    यह संभावना नहीं है कि एक फीमेल कंडोम टूट जाए खासकर अगर सही तरीके से उपयोग किया जाता है। हालांकि अगर फीमेल कंडोम टूट जाता है या योनि से हटाए जाने पर रिसाव होता है, या अगर बाहरी रिंग योनि के अंदर ऊपर चली जाती है – या अगर कुछ और गलत हो जाता है जैसे लिंग और कंडोम के बीच सेक्स के दौरान लिंग का फिसलना।

    अगर ऐसा कुछ भी होता हैं तो कुछ सरल चीजें जो आप कर सकते हैं:

    • सेक्स (Sex) के दौरान पेनिस तुरंत हटा लें
    • जितना हो सके उतना सीमन निकालें
    • अपनी योनि या एनल (Anal) एरिया के अंदर धोने से बचें क्योंकि यह आगे संक्रमण फैला सकता है या जलन पैदा कर सकता है
    • अगर आप योनि सेक्स कर रहे हैं, तो बाथरूम में जाए और अपने यूरेथरा के पास होने वाले किसी भी सीमन को बहा दें।
    • अगर आप गर्भावस्था को रोकने के लिए किसी अन्य गर्भनिरोधक (Contraceptive) का उपयोग नहीं कर रही हैं, तो आप यौन संबंध बनाने के 72 घंटों के अंदर इमरजेंसी कॉन्ट्रासेप्टिव (Emergency contraceptive) लेने के बारे में सोच सकते हैं।

    अधिकांश सेक्सुअल हेल्थ प्रोफेशनल आपको असुरक्षित यौन संबंध के 10 दिन बाद या यदि कंडोम टूटता है (या पहले यदि आप किसी भी लक्षण के बारे में चिंतित हैं) और फिर तीन महीने बाद फिर से यौन स्वास्थ्य परीक्षण कराने की सलाह देंगे। ऐसा इसलिए है क्योंकि अलग-अलग एसटीआई संक्रमण (STI Infection) के बाद अलग-अलग समय में पता लगाने योग्य हो जाएंगे।

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    क्या है डॉक्टर्स की राय?

    कंस्लटिंग होम्योपैथ और क्लिनिकल सेक्सोलॉजिस्ट एक्सपर्ट, डॉ. शाहबाज सायद M.D (Hom), PGDPC के साथ बात-चीत पर आधारित

    डॉ. शाहबाज सायद का कहना है कि महिला कंडोम भारत में अभी कॉमन नहीं है। लगभग 50 से 70 फीसदी महिलाओं को महिला कंडोम (Female condom) के बारे में पता भी नहीं होता है। वहीं, अगर 20 फीसदी महिलाओं को इसके बारे में पता है, तो उन्हें यह नहीं पता होता कि इसका इस्तेमाल किस तरह से करना चाहिए, जो यह साफ दर्शाता है कि संभोग के दौरान सुरक्षित सेक्स (Sex) और अनचाही प्रेग्नेंसी (Unwanted pregnancy) से बचने के लिए महिलाओं को पुरुष साथी पर ही निर्भर होना पड़ता है। जबकि, विदेशों में महिला कंडोम का इस्तेमाल बहुत ही आम है। कई मामलों की तरह वहां सेक्स के लिए भी महिला और पुरुष की बराबर की भागीदारी होती है।

    दूसरी तरफ, ओरल सेक्स (Oral sex) का चलन भी भारत में तेजी से बढ़ रहा है। लेकिन, ओरल सेक्स (Oral Sex) के दौरान कपल्स कंडोम का इस्तेमाल करना जरूरी नहीं समझते हैं।जबकि, ओरल सेक्स के दौरान यौन संचारित (Transmitted disease) रोगों के फैलने का खतरा सबसे अधिक रहता है। इसलिए, संभोग करने या ओरल सेक्स के दौरान भी कंडोम का इस्तेमाल करना जरूरी होता है।

    हालांकि, मेल कंडोम की तरह महिला कंडोम की जानकारी अभी बहुत लोगों को नहीं है। साथ ही, महिला कंडोम कुछ ही मेडिकल स्टोर पर उपलब्ध हो सकते हैं। इसके अलावा, यह मेल कंडोम की तुलना में महंगे भी हो सकते हैं। यह भी ध्यान रखें कि पुरुष कंडोम की तरह महिला कंडोम (Female condom) अलग-अलग साइज, गंध या फ्लेवर में नहीं आता है।

    डिस्क्लेमर

    हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

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