के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr. Shruthi Shridhar
कैनोला ऑयल कैनोला के बीजों से प्राप्त किया जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम ब्रैसिका नेपस है। बालों से लेकर स्किन के लिए ये तेल बहुत फायदेमंद है। दिल से लेकर कैसर जैसी घातक बीमारियों के लिए भी इसको उपयोगी माना जाता है। इसमें एंटीआक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। अगर कुकिंग ऑयल की बात करें तो कैनोला ऑयल अन्य खाना बनाने वाले ऑयल की तुलना में सबसे कम फैट होता है। इसलिए इसका सेवन लाभकारी होता है।
और पढ़ेंः परवल के फायदे एवं नुकसान – Health Benefits of Parwal (Pointed Guard)
इसका उपयोग निम्नलिखित शारीरिक लाभ के लिए किया जाता है। जैसे-
कैनोला तेल में प्लांट स्टेरॉल की अच्छी मात्रा होती है। प्लांट स्टेरॉल शरीर में कोलेस्ट्रॉल के एब्सोर्प्शन को रोकता है। इस तरह कोलेस्ट्रोल के लेवल को 10 से 15% तक कम करता है। इसमें मोनो अनसैचुरेटेड फैट की भी मात्रा अच्छी होती है। कैनोला तेल LDL यानी खराब कोलेस्ट्रोल को कम करता है और HDL (अच्छा कोलेस्ट्रॉल) को बढ़ाने में मदद करता है।
और पढ़ें : पपीता क्या है?
[mc4wp_form id=’183492″]
अपने डॉक्टर, फार्मासिस्ट या हर्बलिस्ट से राय लें, यदि:
दवाइयों की तुलना में हर्ब्स लेने के लिए नियम ज्यादा सख्त नहीं हैं। बहरहाल यह तेल कितना सुरक्षित है इस बात की जानकारी के लिए अभी और भी रिसर्च की जरूरत है। इस ऑयल को इस्तेमाल करने से पहले इसके रिस्क और फायदे को अच्छी तरह से समझ लें। हो सके तो अपने हर्बल स्पेशलिस्ट या डॉक्टर से सलाह लेकर ही इसे यूज करें।
और पढ़ें : बलूत क्या है?
विशेषज्ञों का कहना है कि कैनोला तेल स्वस्थ है लेकिन, इसका अधिक सेवन हानिकारक हो सकता है। हालांकि यह इसकी मात्रा पर निर्भर करता है। अगर आप इसका इस्तेमाल लिमिटेड मात्रा में करते हैं तो इसके कोई साइड इफेक्ट नहीं हैं।
यदि आप साइड इफेक्ट को लेकर चिंतित हैं, तो कृपया अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से परामर्श करें।
और पढ़ेंः साल ट्री के फायदे एवं नुकसान – Health Benefits of Sal Tree
हर मरीज के लिए कैनोला ऑयल की डोज अलग हो सकती है। आपके द्वारा ली जाने वाली डोज आपकी उम्र, स्वास्थ्य और कई अन्य स्थितियों पर निर्भर करती है। जड़ी बूटी हमेशा सुरक्षित नहीं होती हैं। कृपया अपने उचित डोज के लिए अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से चर्चा करें।
अगर आप कैनोला ऑयल का प्रयोग नहीं कर पा रहें हैं, तो इसके बदले निम्नलिखित ऑयल का इस्तेमाल कर सकते हैं। जैसे-
सरसों का तेल- सरसों के तेल में विटामिन, मिनरल, कैल्शियम और आयरन जैसे तत्व मौजूद होते हैं, जो सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं।
ऑलिव ऑयल- इसमें विटामिन ई ,फोलिक एसिड ,स्क्वेलीन और टेरापेन जैसे फैटी एसिड होने के कारण यह सेहत के लिए लाभकारी होता है।
कोकोनट ऑयल- नारियल का तेल कोलेस्ट्रॉल लेवल को नियंत्रित रखने में मददगार होता है। तलने वाले खाद्य पदार्थों के लिए इसका प्रयोग अच्छा माना जाता है।
एवोकैडो- एवोकैडो ऑयल के सेवन से हृदय रोग के खतरे को कम किया जा सकता है, जैसे कि टोटल, LDL और HDL कोलेस्ट्रॉल, साथ ही साथ ब्लड ट्राइग्लिसराइड्स में भी सुधार हो सकता है। एक रिसर्च के अनुसार एवोकैडो या इसका तेल सब्जियों के साथ खाने से शरीर में एंटीऑक्सिडेंट की मात्रा तेजी से बढ़ती है।
और पढ़ें : कैफीन क्या है?
कैनोला ऑयल निम्नलिखित रूपों में उपलब्ध है। जैसे-
अगर आप कैनोला ऑयल से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।
डिस्क्लेमर
हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।
के द्वारा मेडिकली रिव्यूड
Dr. Shruthi Shridhar