के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr. Shruthi Shridhar
यह एक बारहमासी फूलों वाला पौधा है। आमतौर पर इसे कैटमिंट या कैटसूट के रूप में भी जाना जाता है| इसका बायोलॉजिकल नाम नेपेटा कैटेरिया है। इसके फूलों और पत्तियों का इस्तेमाल दवाइयों के रूप में किया जाता है। ये अपनी सिडेटिव प्रॉपर्टीज के लिए जाना जाता है, जो मन को शांत करता है। कई लोग हर्बल टी में भी इसका प्रयोग करते हैं।
कैटनिप का इस्तेमाल माइग्रेन, एंग्जाइटी, इन्सोम्निया, सर्दी, पीरियड्स में ऐंठन, डाइजेस्टिव डिसऑर्डर, अस्थमा और इन्फ्लूएंजा के इलाज के लिए इंटरनली किया जाता है। गठिया और बवासीर के इलाज के लिए इसका इस्तेमाल एक्सटर्नली किया जाता है। आमतौर पर कैटनीप माइल्ड रेस्पिरेटरी कंडीशंस के लिए इस्तेमाल किया जाता है और अक्सर शिशुओं और बच्चों को दिया जाता है। टॉनिक के तौर पर इसका इस्तेमाल यूरिन बढ़ाने के लिए भी किया जाता है।
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इन परेशानियों में भी मददकार है यह हर्ब:
यह हर्बल सप्लीमेंट कैसे काम करता है, इस बारे में पर्याप्त स्टडीज नहीं किए गए हैं। अधिक जानकारी के लिए कृपया अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से चर्चा करें। हालांकि, कुछ स्टडीज के मुताबिक, इसके केमिकल कंपोनेंट्स में से एक, नेपेटालैक्टोन, कैटनिप के कामिंग और सिडेटिव इफेक्ट के लिए जिम्मेदार हो सकता है। रिसर्च ने साबित किया है कि कैटनिप एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एंटी-माइक्रोबियल काम कर सकता है।
कैटनीप में नेपेटालाक्टोन (nepetalactone) नामक पदार्थ होता है जो बॉडी को रिलेक्स कर मूड को बूस्ट करने में मदद करता है। इसके साथ ही यह एंग्जायटी, थकान और नर्वसनेस को दूर करने में भी मददगार है।
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दवाइयों की तुलना में हर्ब्स लेने के लिए नियम ज्यादा सख्त नहीं हैं। बहरहाल यह कितना सुरक्षित है इस बात की जानकारी के लिए अभी और भी रिसर्च की जरूरत है। इस हर्ब को इस्तेमाल करने से पहले इसके रिस्क और फायदे को अच्छी तरह से समझ लें। हो सके तो अपने हर्बल स्पेशलिस्ट या डॉक्टर से सलाह लेकर ही इसे यूज करें।
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कुछ लोगों में कैटनिप को लेने के बाद ड्राउजिनेस महसूस हो सकती है। यदि आप इसे इंसोम्निया से राहत पाने के लिए ले रहे हैं तो इसे कभी भी दिन की शुरुआत में न लें। बेहतर होगा कि आप इसे रात के समय में लें। कई लोगों को कैटनिप चाय पीने के बाद सिरदर्द या पेट खराब की शिकायत हो सकती है। यदि ऐसा हो तो इसका सेवन न करें। कई लोगों को उल्टी और एनोरेक्सिया की तकलीफ हो सकती है।
हर कोई इन साइड इफेक्ट्स का अनुभव नहीं करता है। ऊपर बताए गए लिस्ट में कुछ साइड इफेक्ट्स शामिल नहीं भी हो सकते हैं। यदि आप साइड इफेक्ट्स को लेकर परेशान है तो बेहतर होगा अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से सलाह लें। इस हर्बल को लेने के बाद आपको कोई साइड इफेक्ट नजर आते हैं तो तुरंत उसका इस्तेमाल बंद करें और डॉक्टर से कंसल्ट करें। इमरजेंसी होने की स्थिती में अपने स्थानीय आपातकालीन सेवाओं को कॉल करें या अपने नजदीकी इमरजेंसी वॉर्ड जाएं।
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एडल्ट्स के लिए: 1 लीटर पानी में 10 टीस्पून सूखे पत्तों को डालकर 10 मिनट तक छोड़कर ढक्कन से ढक दें।
या टिंक्चर के रूप में: 1-5 ml दिन में 3 बार।
हर मरीज के लिए खुराक अलग हो सकती है। आपके द्वारा ली जाने वाली खुराक आपकी उम्र, स्वास्थ्य और कई अन्य स्थितियों पर निर्भर करती है। जड़ी बूटी हमेशा सुरक्षित नहीं होती हैं। कृपया अपने उचित खुराक के लिए अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से चर्चा करें। कभी भी अपनी खुराक स्वयं से निर्धारित करने की गलती न करें। आपके द्वारा की गई छोटी सी गलती स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकती है।
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कैटनिप निम्नलिखित रूपों में उपलब्ध है:
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हम आशा करते हैं आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा। हैलो हेल्थ के इस आर्टिकल में इस हर्बल से जुड़ी ज्यादातर जानकारियां देने की कोशिश की है, जो आपके काफी काम आ सकती हैं। अगर आपको ऊपर बताई गई कोई सी भी शारीरिक समस्या है तो इस हर्ब का इस्तेमाल आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। बस इस बात का ध्यान रखें कि हर हर्ब सुरक्षित नहीं होती। इसका इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर या हर्बलिस्ट से कंसल्ट करें तभी इसका इस्तेमाल करें। कैटनिप से जुड़ी यदि आप अन्य जानकारी चाहते हैं तो आप हमसे कमेंट कर पूछ सकते हैं।
डिस्क्लेमर
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