के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr. Shruthi Shridhar
कैमोमाइल एक औषधीय गुणों वाला पौधा है। सदियों से इसका इस्तेमाल कई बीमारियों के उपचार के लिए किया जाता है। इसमें कई शक्तिशाली एंटी-ऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं, जो शरीर को होने वाली कई बीमारियों से कवच प्रदान करते हैं। कई अध्ययन में भी ये पता चला है कि केमोमाइल का सेवन सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है। इसके इस्तेमाल चाय के तौर पर भी किया जा सकता है।
अनिद्रा:
कैमोमाइल में एपीजेनिन (Apigenin) नामक एंटी-ऑक्सीडेंट होता है जो नर्व्स को रिलैक्स कर अच्छी नींद में मदद करता है।
डाइजेस्टिव सिस्टम को करे मजबूत:
अच्छे स्वास्थ्य के लिए सही से डायजेशन होना बहुत जरूरी है। चूहों पर किए गए एक शोध में पाया गया कि कैमोमाइल में एंटी-इन्फलामेटरी प्रॉपर्टीज होती हैं, जो डायरिया से लड़ने में कारगर है। साथ ही ये पाचन क्रिया को मजबूत बनाती हैं।
पीरियड्स में होने वाले दर्द को करे दूर:
एग्रीकल्चर एंड कैमिस्ट्री ऑफ जर्नल के अनुसार, कैमोमाइल चाय को पीने से पीरियड्स में होने वाले दर्द से राहत मिलती है। ये यूट्रेस को रिलैक्स कर उन हॉर्मोंस को बनने से रोकती है जिनकी वजह से महावारी के दौरान दर्द होता है।
कैंसर से बचाव:
कैमोमाइल चाय में एंटीऑक्सीडेंट्स गुण होते हैं जो ब्रेस्ट कैंसर, डाइजेस्टिव ट्रेक्ट, स्किन कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर और यूट्रस कैंसर को रोकने में मदद कर सकते हैं। टेस्ट-ट्यूब अध्ययनों में पता चला है कि कैमोमाइल में एंटीऑक्सीडेंट एपिगेनिन होता है, जो कैंसर कोशिकाओं से लड़ने के लिए मददगार होता है।
कैमोमाइल चाय को लेकर एक अध्यय किया गया जिसमें 537 लोगों को शामिल किया गया। अध्ययन में पाया गया कि जो लोग प्रति सप्ताह दो से छह बार कैमोमाइल चाय का नियमित तौर पर सेवन करते थे, उन लोगों की थायराइड कैंसर विकसित होने की संभावना, कैमोमाइल चाय न पीने वालों के मुकाबले काफी कम थी।
दिल को रखे स्वस्थ:
कैमोमाइल टी में प्रचुर मात्रा में फ्लेवोन्स (Flavones) होते हैं, जो ब्लड प्रेशर को कम कर कोलेस्ट्रॉल लेवल को नियंत्रित रखता है। इससे दिल संबंधित बीमारियों के होने की संभावना भी कम होती है।
हड्डियों को मजबूत बनाएंः
बढ़ती उम्र में हड्डियों से जुड़ी बीमारियां जैसे, ऑस्टियोपोरोसिस बीमारी सबसे आम होती है। इस बीमारी के होने के कारण हड्डियां अपना पोषण खोने लगती हैं और धीरे-धीरे कमजोर बन जाती है। ऐसे में हड्डियों को कमजोर होकर टूटने से रोकने के लिए सेलेक्टिव एस्ट्रोजन रिसेप्टर मोड्यूलेटर का उपयोग किया जा सकता है। वहीं, कैमोमाइल टी में एंटी-एस्ट्रोजेनिक प्रभाव मौजूद होता है, जो हड्डियों को पोषित करने और उन्हें मजबूत बनाए रखने में मदद करती है।
इन परेशानियों में भी है मददगार:
कुछ स्टडीज के अनुसार कैमोमाइल के फ्लेवोनोइड और एपिगेनिन जैसे एंटी-ऑक्सीडेंट होते हैं, जो हमें कई बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करते हैं। कैमोमाइल हर्बल सप्लीमेंट्री कैसे काम करता है, इस बारे में पर्याप्त अध्ययन नहीं किए गए हैं। अधिक जानकारी के लिए कृपया अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से राय लें।
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दवाइयों की तुलना में हर्ब्स लेने के लिए नियम ज्यादा सख्त नहीं हैं। बहरहाल यह कितना सुरक्षित है इस बात की जानकारी के लिए अभी और भी रिसर्च की जरूरत है। इस हर्ब को इस्तेमाल करने से पहले इसके रिस्क और फायदे को अच्छी तरह से समझ लें। हो सके तो अपने हर्बल स्पेशलिस्ट या डॉक्टर से सलाह लेकर ही इसे यूज करें।
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जरूरी नहीं कि कैमॅमाइल का इस्तेमाल करने वाले हर लोग इन साइड इफेक्ट्स का अनुभव करें। कुछ साइड इफेक्ट्स हमारी लिस्ट में नहीं भी हो सकते हैं। साइड इफेक्ट्स यदि आप की चिंता का कारण बना हुआ है तो कृपया अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से परामर्श करें।
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कैमोमाइल को लेने की सही खुराक क्या है ?
आप कौन सी दवाइयां ले रहे हैं या आपके मेडिकल कंडीशन क्या है इस बात पर निर्भर करता है कि आप कैमोमाइल ले या नहीं? इसलिए इसका इस्तेमाल करने से पहले अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर्स से सलाह लें।
इस हर्बल सप्लीमेंट की खुराक हर मरीज के लिए अलग हो सकती है। आपके द्वारा ली जाने वाली खुराक आपकी उम्र, स्वास्थ्य और कई अन्य कंडीशंस पर निर्भर करती है। हर्बल सप्लीमेंट हमेशा सुरक्षित नहीं होते हैं। कृपया अपनी उचित खुराक के लिए अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से चर्चा करें।
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डिस्क्लेमर
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