और द्वारा फैक्ट चेक्ड Nikhil deore
अदरक का इस्तेमाल मिचली, मोशन सिकनेस, प्रेग्नेंसी और कैंसर कीमोथेरिपी के दौरान होने वाली उल्टी को रोकने के लिए किया जाता है। इसके अलावा इसका इस्तेमाल पेट संबंधी समस्याएं जैसे अपच को ठीक करने या ओस्टियो अर्थराइटिस के दर्द को कम करने या हृदय से जुड़ी बीमारियों में भी होता है।
इसमें ऐसे कई सारे गुण मौजूद होते हैं, जो सूजन और मिचली को कम करने का काम करते हैं। कई शोधकर्ता मानते हैं कि इसमें मौजूद गुण मुख्यतः पेट और आंतो के लिए काम करते है। इसके अलावा ये औषधीय गुण दिमाग और नर्वस सिस्टम पर भी असर डालते हैं, जिसकी वजह से मिचली को नियंत्रित किया जाता है।
और पढ़ें : Lavender : लैवेंडर क्या है?
इसका इस्तेमाल करने से पहले आपको डॉक्टर या फार्मासिस्ट या फिर हर्बल विशेषज्ञ से सलाह लेनी चाहिए
हर्बल सप्लीमेंट के उपयोग से जुड़े नियम, दवाओं के नियमों जितने सख्त नहीं होते हैं। इनकी उपयोगिता और सुरक्षा से जुड़े नियमों के लिए अभी और शोध की जरूरत है। इस हर्बल सप्लीमेंट के इस्तेमाल से पहले इसके फायदे और नुकसान की तुलना करना जरूरी है। इस बारे में और अधिक जानकारी के लिए किसी हर्बल विशेषज्ञ या आयुर्वेदिक डॉक्टर से संपर्क करें।
बच्चों में :
ऐसा माना जाता है कि दो साल से छोटे बच्चों के लिए अदरक सुरक्षित नहीं है।
प्रेग्नेंसी के दौरान :
प्रेग्नेंसी के समय अदरक का इस्तेमाल अभी विवादास्पद है। ऐसे कई मामले हैं जहां अदरक, होने वाले बच्चों के सेक्स हॉर्मोन को प्रभावित करता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गर्भवती महिला को रोजाना एक ग्राम से ज्यादा अदरक का सेवन नहीं करना चाहिए।
स्तनपान के दौरान :
स्तनपान के दौरान अदरक के इस्तेमाल को लेकर अभी बहुत ज्यादा जानकारी उपलब्ध नहीं है। इसलिए बेहतर यही होगा कि स्तनपान के समय अदरक का सेवन करने से परहेज करें।
आमतौर पर अदरक के सेवन से निम्नलिखित साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं
हालांकि हर किसी को ये साइड इफेक्ट हों ऐसा जरूरी नहीं है। कुछ ऐसे भी साइड इफेक्ट हो सकते हैं, जो ऊपर बताए नहीं गए हैं। अगर आपको इनमें से कोई भी साइड इफेक्ट महसूस हो या आप इनके बारे में और जानना चाहते हैं, तो नजदीकी डॉक्टर से संपर्क करें।
और पढ़ें : Mace: जावित्री क्या है?
अदरक के सेवन से आपकी बीमारी या आप जो वतर्मान में दवाइयां खा रहे हैं उनके असर पर प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए सेवन से पहले डॉक्टर से इस विषय पर बात करें।
अदरक निम्नलिखित दवाओं के असर को प्रभावित कर सकता है। जैसे:
और पढ़ें : Makhana : मखाना क्या है?
यहां पर दी गई जानकारी को डॉक्टर की सलाह का विकल्प न मानें। किसी भी दवा या सप्लीमेंट का इस्तेमाल करने से पहले हमेशा डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
अदरक की खुराक हर मरीज के लिए अलग हो सकती है। आपके द्वारा ली जाने वाली खुराक आपकी उम्र, स्वास्थ्य और कई चीजों पर निर्भर करती है। सही खुराक की जानकारी के लिए हर्बलिस्ट या डॉक्टर से चर्चा करें।
बच्चों में:
वयस्कों में :
खाने के रूप में इस्तेमाल : चार ग्राम से ज्यादा मात्रा में अदरक का सेवन नहीं करना चाहिए।
और पढ़ें : Witch Hazel: वीच-हेजल क्या है?
लगाने के रुप में इस्तेमाल (Topical Route) :
ऑस्टियो-आर्थराइटिस में: एक खास किस्म का जेल जिसमे अदरक और प्लाई (प्लाईजर्सिक जेल, थाईलैंड इंस्टीट्यूट ऑफ़ साइंटिफिक एंड टेक्नोलोजिकल रिसर्च) चार ग्राम रोजाना, चार अलग-अलग खुराकों में छह हफ्ते के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
निम्नलिखित शारीरिक परेशानी या स्थिति होने पर अदरक का सेवन अपनी मर्जी से न करें। जैसे:
यही नहीं पित्त दोष की वजह से स्टोन की बीमारी और बच्चों को बुखार होने पर अदरक का सेवन नहीं करवाना चाहिए।
अदरक सप्लीमेंट निम्नलिखित रूपों में उपलब्ध हो सकता है
आयुर्वेदिक जानकारों के मुताबिक अदरक में ऐसे कई औषधीय गुण मौजूद होते हैं, जो बॉडी की इम्यून पवार (रोग प्रतिरोधक क्षमता) को बढ़ाने में मदद करते हैं। इसलिए सर्दियों के मौसम के साथ-साथ मौसम बदलने की वजह से होने वाले सर्दी-जुकाम से बचने के लिए अदरक के सेवन की सलाह दी जाती है। हालांकि अदरक स्वास्थ्य के लाभकारी होने के साथ-साथ अगर इसका सेवन आवश्यकता से ज्यादा किया गया, तो इसके साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं। इसलिए जरूरत से ज्यादा इसका सेवन न करें। अगर आप अदरक से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।
डिस्क्लेमर
हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।
और द्वारा फैक्ट चेक्ड
Nikhil deore