के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr Sharayu Maknikar
जापानी पुदीना एक पौधा है। इसका साइंटिफिक नाम Mentha Canadensis है। जमीन से ऊपर उगने वाले इसके हिस्से से तेल को निकाला जाता है, जिसे दवा बनाने के लिए प्रयोग में लाया जाता है। इसे मेंथा के नाम से भी जाना जाता है। यह जापान से भारत लाया गया है जिसकी वजह से इसे जापानी पुदीना कहा जाता है। इसके पौधे की ऊंचाई 1 मीटर तक होती है। हरे रंग की पत्तियों पर सफेद रोंये होते हैं। इसके फूल सफेद या हल्के बैंगनी रंग के होते हैं, जो गुच्छों में खिलते हैं।
मेन्था अत्यंत उपयोगी औषधीय पौधा होता है। इसके ताजा शाक से तेल निकाला जाता है। जिसका इस्तेमाल विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं के उपचार के लिए किया जाता है। इसके तेल में मेंथॉल, मेन्थोन और मिथाइल एसीटेट जैसे तत्व पाए जाते हैं। हालांकि, इसके तेल में मेन्थाल की मात्रा सबसे अधिक होती है। इसकी मात्रा लगभग 75 से 80 फिसदी तक होती है।
इसकी खेती विश्व के कई देशों में की जाती है। मौजूदा समय में भारत, चीन, जापान, ब्राजील और थाइलैण्ड जैसे देशों में इसकी खेती मुख्य रूप से की जा रही है। वहीं, भारत में इसकी खेती, मध्य प्रदेश, छतीसगढ़, जम्मू-कश्मीर, उत्तरांचल, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, और उत्तर प्रदेश में विशेष रूप से की जाती है। हालांकि, इसकी खेती के लिए लिए शुष्क मौसम भी जरूरी होता है।
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ऊपर बताए गए किसी भी स्वास्थ्य स्थिति में इसका इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।
जापानी पुदीना कैसे कार्य करता है, इस संबंध में पर्याप्त जानकारी उपलब्ध नहीं है। इसकी अधिक जानकारी के लिए अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से सलाह लें। हालांकि, कुछ शोध यह बताते हैं कि पुदीना ऑयल आंत की गैस को रोकता है। यह पित्त के प्रवाह को स्टिमुलेंट और इंफेक्शन से लड़ता है।
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निम्नलिखित परिस्थितियों में इसका इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर या हर्बलिस्ट से सलाह लें:
अन्य दवाइयों के मुकाबले औषधियों के संबंध में रेग्युलेटरी नियम अधिक सख्त नही हैं। इनकी सुरक्षा का आंकलन करने के लिए अतिरिक्त अध्ययनों की आवश्यकता है। जापानी पुदीना का इस्तेमाल करने से पहले इसके खतरों की तुलना इसके फायदों से जरूर की जानी चाहिए। इसकी अधिक जानकारी के लिए अपने हर्बालिस्ट या डॉक्टर से सलाह लें।
जापानी पुदीना का उपयुक्त रूप से मौखिक सेवन या त्वचा पर लगाना ज्यादातर लोगों के लिए सुरक्षित है।
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जापानी पुदीना से आपको निम्नलिखित साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं:
जापानी पुदीना ऑयल को सूंघने पर यह कितना सुरक्षित है, इस संबंध में पर्याप्त जानकारी उपलब्ध नही है। हालांकि, हर व्यक्ति को यह साइड इफेक्ट्स नहीं होते हैं। उपरोक्त दुष्प्रभाव के अलावा भी जापानी पुदीना के कुछ साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं, जिन्हें ऊपर सूचीबद्ध नहीं किया गया है। यदि आप इसके साइड इफेक्ट्स को लेकर चिंतित हैं तो अपने डॉक्टर या हर्बलिस्ट से सलाह लें।
जापानी पुदीना आपकी मौजूदा दवाइयों के साथ रिएक्शन कर सकता है या दवा का कार्य करने का तरीका परिवर्तित हो सकता है। इसका इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर या हर्बलिस्ट से संपर्क करें।
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उपरोक्त जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं हो सकती। इसका इस्तेमाल करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर या हर्बलिस्ट से सलाह लें।
हर मरीज के मामले में जापानी पुदीना की डोज अलग हो सकती है। जो डोज आप ले रहे हैं वो आपकी उम्र, हेल्थ और दूसरे अन्य कारकों पर निर्भर करता है। औषधियां हमेशा ही सुरक्षित नही होती हैं। जापानी पुदीना के उपयुक्त डोज के लिए अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से सलाह लें।
जापानी पुदीना निम्नलिखित रूपों में आता है:
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