के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr Sharayu Maknikar
मशरूम एक प्रकार का फंगस है, जो कि खाया जा सकता है। यह ना सिर्फ फैट-फ्री, लो सोडियम, लो कैलोरी और कोलेस्ट्रॉल फ्री है, बल्कि इसमें फाइबर, विटामिन और मिनरल भी प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। इसका बोटेनिकल नाम अगरिकुस बिस्पोरस (Agaricus bisporus) है, जो कि खुंभी (agaric) फैमिली से आता है। मशरूम विभिन्न आकार, प्रकार और रंगों में आते हैं और स्वादिष्ट भी होते हैं। आमतौर पर इसका इस्तेमाल एक सब्जी के तौर पर किया जाता है।
जंगली मशरूम भी दिखने में मशरूम की तरह ही होता है, इसलिए जहरीले मशरूम के सेवन से बचने के लिए हमेशा एक विश्वसनीय किराने की दुकान या बाजार से ही खरीदें। इसके अलावा मशरूम खरीदते समय इसकी जांच करे कि वो वह छूने में कठोर हो, मुलायम या नमी युक्त न हो और मोल्ड-फ्री भी हो। सामान्य तौर पर इसे आप पांच दिनों तक फ्रिज में स्टोर कर सकते हैं। इसकी सब्जी बनाने से पहले इसे अच्छे से साफ कर लेना चाहिए।
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न्यूयॉर्क के डायटिशियन एक्सपर्ट मार्जोरी नोलन, एमएस, आरडी के मुताबिक, “मशरूम आपके लिए बहुत अच्छा होता है। इनमें प्रोटीन के साथ-साथ सेलेनियम जैसे एंटीऑक्सिडेंट भी अच्छी मात्रा में होता है, जो सेल को हुए नुकसान को रोकने में मदद करता है और कॉपर, लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन में सहायक होता है। ऐसे लोग जिन्हें केले खाने पसंद नहीं होता, वे मशरूम के सेवन पर विचार कर सकते हैं। इसमें अधिक मात्रा में पोटैशियम और कम कैलोरी होती है। इसके अलावा इसमें विशेष रूप से विटामिन बी 12 की भी अधिक मात्रा पाई जाती है। तो, अगर कोई शुध्द शाकाहारी है, तो वे इसकी मदद से मांस से पाए जाने वाले स्त्रोतों की भी पूर्ती कर सकते हैं।
इन स्वास्थ्य स्थितियों के उपचार के लिए मशरूम का उपयोग किया जाता है:
इस पर हुए शोध के मुताबिक, इसके अलावा कई और परिस्थियों में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। अधिक जानकारी के लिए अपने चिकित्सक या फार्मसिस्ट या हर्बलिस्ट से पूछें।
नेचुरल विटामिन डी, एंजाइम से भरपूर मशरूम का इस्तेमाल करने से शरीर से बीमारियां दूर रहती हैं। इसमें एंटी बॉयोटिक पाए जाते हैं, जो हमारे शरीर में नई कोशिकाओं का निर्माण करते हैं। अधिक जानकारी के लिए कृपया अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से चर्चा करें।
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अपने चिकित्सक या फार्मसिस्ट या हर्बलिस्ट से परामर्श करें, यदि:
हर्बल सप्लीमेंट के उपयोग से जुड़े नियम, दवाओं के नियमों जितने सख्त नहीं होते हैं। इनकी उपयोगिता और सुरक्षा से जुड़े नियमों के लिए अभी और शोध की जरुरत है। इस हर्बल सप्लीमेंट के इस्तेमाल से पहले इसके फायदे और नुकसान की तुलना करना जरुरी है। इस बारे में और अधिक जानकारी के लिए किसी हर्बलिस्ट या आयुर्वेदिक डॉक्टर से संपर्क करें।
प्रेग्नेंसी और स्तनपानः मशरूम पर हुए शोध में इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है कि आखिरकार गर्भावस्था और स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए यह सुरक्षित है या नहीं। अगर आप गर्भावस्था और बच्चों को स्तनपान करवा रही हैं तो एक बार इसका इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।
सर्जरीः मशरूम पर हुए शोध के मुताबिक, कई बार इसका इस्तेमाल करने से लोगों को खुजली या फिर शरीर में कई तरह की एलर्जी हो सकती है, इसलिए सर्जरी से कुछ वक्त पहले इसका इस्तेमाल करने से बचना चाहिए। शोधकर्ताओं का कहना है कि सर्जरी से कम से कम 2 सप्ताह पहले ही इसका इस्तेमाल करने से बचना चाहिए।
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एलर्जीः मशरूम खाना स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक होता है, लेकिन इसका इस्तेमाल करने से कई लोगों को एलर्जी की समस्या हो सकती है। यह एलर्जी इतनी घातक हो सकती है जिससे आपको सांस लेने में परेशानी, फेफड़ों में दर्द और शरीर में लाल निशान हो जाते हैं। अगर आपको इसका सेवन करने से किसी तरह की कोई परेशानी होती है तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करिए।
फूड पॉइजनिंग: पुराने वक्त में यह कुछ ही देशों में पाया जाता है, लेकिन वर्तमान में इसका उत्पादन भारत जैसे देशों में भी होने लगा है। इसपर हुए शोध में यह बात सामने आई है कि इसका उत्पादन कॉम्रशियल तरीके से किया जाता है तो इसमें कैम्पिलाबैक्टर होने की संभावना होती है। जिससे कई बार मशरूम खाने से लोगों को फूड पॉइजनिंग की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
थकावट: मशरुम में मौजूद अमीनो एसिड ट्रिप्टोफैन की वजह से थकावट हो सकती है।
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इस हर्बल सप्लीमेंट की खुराक हर मरीज के लिए अलग हो सकती है। आपके द्वारा ली जाने वाली खुराक आपकी उम्र, स्वास्थ्य और अन्य कई चीजों पर निर्भर करती है। हर्बल सप्लीमेंट हमेशा सुरक्षित नहीं होते हैं। इसलिए सही खुराक की जानकारी के लिए हर्बलिस्ट या डॉक्टर से चर्चा करें।
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यहां पर दी गई जानकारी को डॉक्टर की सलाह का विकल्प ना मानें। किसी भी दवा या सप्लीमेंट का इस्तेमाल करने से पहले हमेशा डॉक्टर की सलाह जरुर लें। अगर आप रोजाना किसी खास तरह की दवाई का सेवन कर रहे हैं तो एक बार इसका इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
इस हर्बल सप्लीमेंट की खुराक हर मरीज के लिए अलग हो सकती है। आपके द्वारा ली जाने वाली खुराक आपकी उम्र, स्वास्थ्य और अन्य कई चीजों पर निर्भर करती है। हर्बल सप्लीमेंट हमेशा सुरक्षित नहीं होते हैं। इसलिए सही खुराक की जानकारी के लिए हर्बलिस्ट या डॉक्टर से चर्चा करें।
इन दिनों बाजारों में मशरूम एक सब्जी के तौर पर आसानी से मिलता है, लेकिन कुछ जगहों पर इसका स्टार्च और चिप्स भी उपलब्ध है।
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