एंटरिक-कोटेड कैप्सूल: 1 से 2 कैप्सूल (पेपरमिंट ऑयल का 0.2 मिली), आईबीएस / प्रति दिन 2 से 3 बार।
तनाव सिरदर्द: 90% इथेनॉल के साथ 10% पुदीने का तेल को एक टिंचर भर माथे पे हल्के से लगाएं जब तक कि वो माथे में समा न जाए।
खुजली और त्वचा की जलन: मेन्थॉल, एक्टिव पेपरमिंट में, क्रीम या मलहम रूप में प्रति दिन 3 से 4 बार लगाएं। इससे ज्यादा बार न लगाएं।
बेरियम एनीमा के दौरान शुक्राणु कम करने के लिए:
पेपरमिंट ऑयल के साथ 8 मिलीलीटर एक्टिवएजेंट टिवेन 80 को 100 मिलीलीटर पानी में मिलाएं। इसके बाद, अघुलनशील अंश हटा दिया जाता है। फिर शेष 30 मिलीलीटर पेपरमिंट सोल्यूशन के साथ 300 मिलीलीटर में बेरियम सॉल्शयून में मिलाया जाए ।
पेट खराब : 90 एमजी पेपरमिंट ऑयल और कैरवे तेल जो कि कई विशिष्ट उत्पाद जैसे, पेपरमिंट पत्ती और कई अन्य जड़ी-बूटियां (इबेरोगैस्ट, फ्यूचर्स, इंक) से मिलकर बना होता है। इन दोनों के कॉम्बिनेशन से बनी 1 एमएलन की खुराक का इस्तेमाल जाता है।
इस हर्बल सप्लीमेंट की खुराक हर मरीज के लिए अलग-अलग हो सकती है। आपके द्वारा ली जाने वाली खुराक आपकी उम्र, स्वास्थ्य और कई अन्य स्थितियों पर निर्भर करती है। हर्बल सप्लीमेंट हमेशा सुरक्षित नहीं होते हैं। कृपया अपनी उचित खुराक के लिए अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से बात करें।
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उपलब्ध
पेपरमिंट किस रूप में आता है?
- पेपरमिंट का तेल
- पेपरमिंट कैप्सूल
- पेपरमिंट मरहम
- पेपरमिंट क्रीम
- पेपरमिंट चाय