के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. स्नेहल सिंह · होम्योपैथी · Wellness Online Clinic Healing Arts
राइस ब्रैन ऑयल चावल की भूसी से तैयार किया जाता है। इसमें विटामिन-ई, प्रोटीन और फैटी एसिड शामिल होते हैं। एशियाई देशों में इसका प्रयोग बहुत ज्यादा किया जाता है। इस तेल की खास बात ये है कि इसमें फैट नहीं होता है। देखने में ये बिल्कुल मूंगफली के तेल जैसा होता है, लेकिन उससे कई गुना ज्यादा फायदेमंद होता है।
इसका इस्तेमाल निम्नलिखित तरह से किया जाता है। जैसे-
राइस ब्रैन ऑयल कई तरह के विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है। इसमें पाए जाने वाले पॉलीअनसैचुरेटेड फैट सेहत के लिए गुणकारी होते हैं। ये कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करते हैं। इसके अलावा इसके सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता भी मजबूत होती है।
ब्रैन राइस ऑयल में कई पोषक तत्व ऐसे पाए जाते हैं जो हॉर्मोन को संतुलित रखने में मददगार साबित होते हैं। शरीर में अगर हॉर्मोन संतुलित न हो तो कई बीमारियां जैसे मोटापा, पीरियड्स में अनियमिता, अनचाहे बालों की ग्रोथ, पाचन क्रिया में गड़बड़ी जैसी शारीरिक समस्या होने की संभावना बनी रहती है।
कई रिसर्च के अनुसार इस बात की पुष्टी हुई है कि राइस ब्रैन ऑयल का सेवन करने से ह्रदय रोग के खतरे को कम किया जा सकता है। इस तेल में ओरिजनोल नामक पदार्थ होता है जो दिल से संबंधित परेशानियों से राहत दिलाता है। दरअसल इसके सेवन से कोलेस्ट्रॉल लेवल भी ठीक रहता है। इसलिए इसे दिल के मरीज के लिए लाभदायक माना जाता है।
यह शरीर में मौजूद ब्लड शुगर लेवल को ठीक रहने में सहायक होता है और इसके सेवन से टाइप-2 डायबिटीज का खतरा भी कम हो जाता है। इसलिए यह डायबिटीज के पेशेंट के लिए काफी फायदेमंद हो सकता है।
शरीर को बीमारियों से बचाने में इम्यून सिस्टम अहम भूमिका निभाता है। अगर इम्यून सिस्टम स्ट्रॉन्ग नहीं होगा तो बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। हालांकि हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार इस ऑयल के संतुलित मात्रा में सेवन से शरीर फिट रहने के साथ-साथ इम्यून सिस्टम भी स्ट्रॉन्ग होता है।
राइस ब्रैन ऑयल में अनसैपोनीफैबल्स (unsaponifiables) मौजूद होता है, जो लीवर में मौजूद सीरम कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। विटामिन-ई और बायोएक्टिव फाइटोन्यूट्रिएंट्स कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के खतरे को कम करने में मददगार होते हैं। त्वचा के लिए भी ये काफी फायदेमंद होता है। इसमें बायोएक्टिव कंपाउंड (bioactive compound) होते हैं जो एलर्जी से सुरक्षा करने वाली कोशिकाओं को बढ़ाता है। इससे एलर्जी होने का खतरा कम होता है।
दवाइयों की तुलना में हर्ब्स लेने के लिए नियम ज्यादा सख्त नहीं हैं। बहरहाल यह कितना सुरक्षित है इस बात की जानकारी के लिए अभी और भी रिसर्च की जरूरत है। इस हर्ब को इस्तेमाल करने से पहले इसके रिस्क और फायदे को अच्छी तरह से समझ लें। हो सके तो अपने हर्बल स्पेशलिस्ट या डॉक्टर से सलाह लेकर ही इसे यूज करें।
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इसके सेवन से निम्नलिखित साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। जैसे-
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इसे निम्नलिखित तरह से लिया जा सकता है। जैसे-
यह निम्नलिखित रूपों में उपलब्ध है। जैसे-
अगर आप राइस ब्रैन ऑयल से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।
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