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Theanine: थिएनाइन क्या है?

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr. Shruthi Shridhar


Mona narang द्वारा लिखित · अपडेटेड 13/10/2020

Theanine: थिएनाइन क्या है?

परिचय

थिएनाइन (Theanine) क्या है?

थिएनाइन (Theanine) एक अमीनो एसीड है जो कैमेलिया साइनेंसिस, जिसे थिया साइनेंसिस भी कहा जाता है, से प्राप्त किया जाता है। यह कैमेलिया की दूसरी प्रजातियों में भी पाया जाता है। इसकी भरपूर मात्रा ग्रीन टी में भी पाई जाती है। इसे एल-थिएनाइन भी कहा जाता है। ये कई मशरूम में भी पाया जाता है। यह दिमाग को रिलैक्स करने में मदद करता है। बहुत सारे लोग इसे एंग्जायटी और स्ट्रेस को दूर करने के लिए, अल्जाइमर रोग को रोकने के लिए और मानसीक स्वास्थ्य में सुधार के लिए लेते हैं। इसका प्रयोग ब्लड प्रेशर को नियंत्रण करने के साथ फ्लू से बचने के लिए भी किया जाता है।

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थिएनाइन का उपयोग किस लिए किया जाता है?

  • एंग्जायटी और स्ट्रेस को करे दूर

थिएनाइन ह्दय गति को कम कर दिमाग को रिलेक्स करने में मदद करता है। जर्नल ऑफ क्लीनिकल साइकेट्री में छपी एक स्टडी के अनुसार, रिसर्च ने पाया कि थिएनाइन एंग्जायटी को कम करने में मददगार है।

  • एकाग्रता को बढ़ाता है

थिएनाइन एकाग्रता को बढ़ाने में मददगार है। साल 2012 में की गई एक स्टडी में पाया गया कि जो लोग थक जाते हैं इसे लेने के बाद आधे घंटे तक फोकस के साथ काम कर सकते हैं। शोधकर्ताओं के मुताबिक, थिएनाइन की 100 मिलीग्राम की मात्रा का सेवन करने वाले लोगों ने इसे न लेने वाले लोगों के मुकाबले अपना काम करते समय कम गलतियां की।

  • इम्यूनिटी को बढ़ाए

कुछ रिसर्च बताते हैं कि थिएनाइन इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है। बेवरेजेस जर्नल में छपे एक शोध के अनुसार, ये ऊपरी श्वसन पथ के संक्रमण की संभावना को कम करने में मदद करता है। एक दूसरे शोध में बताया गया कि थिएनाइन इंटेस्टाइनल ट्रेक्ट में सूजन को कम करने में मदद करता है। हालांकि, इन निष्कर्षों की पुष्टी के लिए अभी अधिक शोध की आवश्यकता है।

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  • ट्यूमर और कैंसर ट्रीटमेंट

2011 में की गई एक स्टडी के अनुसार, मशरूम में पाए जाने वाले थिएनाइन का प्रयोग कुछ कीमोथेरेपी दवाओं की प्रभावशीलता में सुधार करने में मदद करता है। इन निष्कर्षों के बाद शोधकर्ताओं को उम्मीद है कि थीएनाइन कैंसर से लड़ने के लिए कीमोथेरेपी की क्षमता में सुधार करने में भी मदद कर सकता है।

इसे लेकर कोई निश्चित प्रमाण नहीं है कि चाय कैंसर को रोकता है। कई अध्ययनों से पता चलता है कि जो लोग नियमित रूप से चाय पीते हैं उनमें कैंसर की दर कम होती है। एक शोध के अनुसार, चाय न पीने वालों की तुलना में चाय पीने वालों को 37% तक पैंक्रियाटिक कैंसर होने की संभावना कम होती है।

  • ब्लड प्रेशर को करे कंट्रोल

जिन लोगों का स्ट्रेस में ब्लड प्रेशर हाई होने लगता है उनके लिए ये फायदेमंद है। 2012 की एक स्टडी के अनुसार, जिन लोगों का टेंशन के बाद ब्लड प्रेशर हाई होता था उनमें थिएनाइन की मदद से इसे नियंत्रित होते देखा गया।

  • अच्छी नींद के लिए

कुछ रिसर्च बताते हैं कि थिएनाइन को लेने के बाद अच्छी नींद आती है। एक स्टडी के अनुसार जानवरों में 250 मिलीग्राम और इंसानों में 400 मिलीग्राम थिएनाइन लेने से अच्छी नींद आई। साल 2018 में किए गए एक अध्ययन में पाया गया है कि लोगों ने 8 सप्ताह के लिए प्रतिदिन 450 से 900 मिलीग्राम की मात्रा में थिएनाइन का सेवन किया। इस दौरान उन्हें अच्छी नींद आई।

कैसे काम करता है थिएनाइन?

थिएनाइन में एक रसायनिक संरचना होती है जो बिल्कुल ग्लूटामेट के जैसे होती है। ग्लूटामेट एक तरह का एमिनो एसिड है, जो ब्रेन में नर्व इम्पल्स को ट्रांसमिट करने में मदद करता है। थिएनाइन के कुछ प्रभाव बिल्कुल ग्लूटामेट के समान प्रतीत होते। थिएनाइन कुछ मस्तिष्क रसायनों जैसे GABA, डोपामाइन और सेरोटोनिन को भी प्रभावित कर सकता है।

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उपयोग

कितना सुरक्षित है थिएनाइन का उपयोग?

ज्यादातर सभी के लिए सीमित मात्रा में थिएनाइन लेना सुरक्षित है। कुछ शोध बताते हैं कि इसमें में एंटी-ट्यूमर गुण होती हैं, लेकिन चाय में अमीनो एसीड के अलावा भी कुछ ऐसे रसायन होते हैं जो कैंसर से पीड़ित लोगों के लिए नुकसानदायक साबित हो सकते हैं।

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जो लोग कीमोथैरेपी ले रहे हैं वो अपने ट्रीटमेंट के दौरान अगर ज्यादा मात्रा में ग्रीन टी पी रहे हैं तो एक बार अपने डॉक्टर से इसे लेकर जरूर कंसल्ट करें।

अधिक मात्रा में कैफिनेटिड टी पीना नुकसानदायक हो सकता है।

प्रेग्नेंट औरते इसका सेवन न करें क्योंकि इस समय उनकी इम्यूनिटी लो होती है। ऐसे में डॉक्टर के परामर्श के बिना किसी चीज का सेवन नहीं करना चाहिए।

ब्रेस्ट फीड कराने वाली महिलाएं इसका सेवन डॉक्टर से कंसल्ट करने के बाद सीमित मात्रा में ही लें। बच्चों को ग्रीन टी न दें।

लो बल्ड प्रेशर वाले इसका सेवन न करें। इसके सेवन से उनका ब्लड प्रेशर पहले से भी कम हो सकता है, जो खतरनाक साबित हो सकता है।

दवाइयों की तुलना में हर्ब्स लेने के लिए नियम ज्यादा सख्त नहीं हैं। बहरहाल यह कितना सुरक्षित है इस बात की जानकारी के लिए अभी और भी रिसर्च की जरूरत है। इस हर्ब को इस्तेमाल करने से पहले इसके रिस्क और फायदे को अच्छी तरह से समझ लें। हो सके तो अपने हर्बल स्पेशलिस्ट या डॉक्टर से सलाह लेकर ही इसे यूज करें। 

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साइड इफेक्ट्स

थिएनाइन से मुझे क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं?

  • जी मिचलाना
  • पेट की खराबी
  • चिड़चिड़ापन

सभी लोगों में ये साइड इफेक्ट्स नजर आए ऐसा जरूरी नहीं है। इसकी अधिक जानकारी के लिए किसी हर्बलिस्ट या चिकित्सक से जरूर संपर्क करें।

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डोसेज

थिएनाइन को लेने की सही खुराक क्या है?

निम्नलिखित खुराक वैज्ञानिक अध्ययनों में जांच की गई मात्रा पर आधारित हैं। सामान्य तौर पर, इसको कम खुराक से शुरू करें, और धीरे-धीरे तब तक बढ़ें जब तक इसका प्रभाव न हो।

  • नींद और स्ट्रेस के लिए: 100 मिलीग्राम to 400 मिलीग्राम
  • कैफीन के साथ: 12-100 मिलीग्राम थिएनाइन, 30-100 मिलीग्राम कैफीन

इस हर्ब की खुराक हर मरीज के लिए अलग हो सकती है। आपके द्वारा ली जाने वाली खुराक आपकी उम्र, स्वास्थ्य और कई अन्य स्थितियों पर निर्भर करती है। अपनी उचित खुराक के लिए अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से चर्चा करें।

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उपलब्ध

किन रूपों में उपलब्ध है?

  • टी
  • सप्लीमेंट
  • टैब्लेट
  • पिल्स
  • एक्सट्रेक्ट

किसी भी प्रकार के सप्लीमेंट या हर्बल प्रोडक्ट का उपयोग करने से पहले अपने चिकित्सक से उचित सलाह जरूर लें।

डिस्क्लेमर

हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

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