और द्वारा फैक्ट चेक्ड Nikhil deore
किनोवा (Quinoa) एक दक्षिण अमेरिकी पौधा है, जिसके बीज को गेहूं की तरह अनाज के रूप में खाया जाता है। इसका बोटेनिकल नाम चेनोपोडियम किनोवा (Chenopodium quinoa) है, जो एमेरेंथस (Amaranthaceae) फैमिली से आता है। बीते कुछ वर्षों में यह अनाज भारत में काफी पॉपुलर हो चुका है, जो कि यहां मॉल या ई-कॉमर्स वेबसाइट पर आसानी से उपलब्ध है। किनोवा एक हर्बल सुपरफूड माना जाता है, जिसमें काफी ज्यादा मात्रा में प्रोटीन और एंटीऑक्सिडेंट्स मिलता है और साथ ही, यह ग्लूटेन-फ्री है, जिसकी वजह से पेट संबंधित रोगों के शिकार मरीजों के लिए ये फायदेमंद आहार है।
और पढ़ें : Jojoba: होहोबा क्या है?
किनोवा के कई अलग-अलग वैरायटी मौजूद हैं, जो इस प्रकार हैं-
किनोवा लीव्स (Quinoa leafs): किनोवा पौधे की पत्तियां बेहद लाभकारी मानी जाती हैं, जिनका सेवन सलाद के रूप में किया जाता है।
सफेद किनोवा (White Quinoa): सफेद किनोवा अन्य प्रकार के किनोवा में से एक है और यह बेहद आसानी से उपलब्ध हो जाता है। इसका स्वाद अन्य किनोवा की तुलना में कड़वा होता है, जिसका सेवन खाने में या फिर सलाद के रूप में किया जाता है।
लाल किनोवा (Red Quinoa): लाल किनोवा क्रंची होता है और इसका टेस्ट भी थोड़ा कड़वा होता है। अगर इसे कुक किया जाए, तो भी इसका शेप वैसा ही होता होता है।
ब्लैक किनोवा (Black Quinoa): काले किनोवा का सेवन थोड़ा कम किया जाता है। हलाकि यह आपके स्वाद पर निर्भर करता है कि मीठा या क्रंची पसंद है या नहीं। अगर आप मीठा और क्रंची खाने के शौकीन हैं, तो आप ब्लैक किनोवा खाना पसंद कर सकते हैं।
किनोवा फ्लेक्स (Quinoa flax): किनोवा फ्लेक्स, कॉर्न फ्लेक्स के जैसा होता है। किनोवा फ्लेक्स को स्टीम करके खाया जाता है।
किनोवा आटा (Quinoa flour): किनोवा का आटा वैसे ही तैयार किया जाता है, जैसे गेंहू के आटा पीसकर तैयार किया जाता है। किनोवा आटे से रोटी, पराठे या केक भी बनाया जा सकता है।
ऑर्गेनिक फूड को कैसे बनायें डिलीशियस? जानिए एक्सपर्ट अमृता रायचंद से।
किनोवा (Quinoa) एक अनाज की फसल है। इसमें भारी मात्रा में प्रोटीन (Protein) होता है और दूसरे अनाजों की तुलना में इसमें ग्लूटेन कम होता है। इसका इस्तेमाल आटा, सूप और बीयर बनाने के लिए किया जाता है। जिसका सेवन नीचे दी गई स्थितियों में किया जाता है-
इन ऊपर बताई गई परिस्थितियों में इसका सेवन किया जा सकता है।
यह कैसे काम करता है, इसके बारे में अभी ज्यादा अध्ययन नहीं हुआ है। अधिक जानकारी के लिए कृपया अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से सलाह करें। हालांकि इस बात की पुष्टि हो चुकी है कि किनोवा खाने से लोगों का पेट गेहूं (Wheat) या चावल (Rice) की तुलना में ज्यादा भरा हुआ महसूस करता है। किनोवा खाने से ब्रेड खाने की तुलना में ट्राइग्लिसराइड्स नामक रक्त वसा के भोजन के बाद के स्तर में भी कमी हो सकती है। इसके अलावा, इसका सेवन वजन कम (Weight loss) करने, कॉलेस्ट्रोल (Cholesterol) कंट्रोल करने, हड्डियां मजबूत करने और विटामिन ई (Vitamin E) प्राप्त करने के लिए किया जाता है।
और पढ़ें : Makhana : मखाना क्या है?
अपने चिकित्सक या फार्मसिस्ट या हर्बलिस्ट से परामर्श करें, यदि:
किसी भी हर्बल सप्लीमेंट के सेवन करने के नियम उतने ही सख्त होते हैं, जितने कि अंग्रेजी दवाओं के। सुरक्षा के लिहाज से अभी इसमें और अध्ययन की जरूरत है। किसी भी हर्बल सप्लीमेंट के इस्तेमाल से होने वाले फायदे से पहले आपको उसके खतरों को समझ लेना चाहिए। ज्यादा जानकारी के लिए अपने हर्बल एक्सपर्ट से बात कीजिये।
अभी इस बारे में मौजूदा जानकारी कम है कि किनोवा कितना सुरक्षित है ।
गर्भावस्था और स्तनपान: गर्भावस्था (Pregnancy) और स्तनपान (Breastfeeding) के दौरान इसका उपयोग कितना सुरक्षित है, इस बारे में पर्याप्त अध्ययन नहीं है। सुरक्षा की दृष्टि से इसका परहेज करना ही बेहतर है।
और पढ़ें : Honey : शहद क्या है?
किनोवा इस निम्न चीजों का हो सकता है कारण:
हाई फाइबर साइड इफ़ेक्ट: गैस (Acidity), सूजन (Swelling) या दस्त (Diarrhea)
सैपोनिन से जलन: इसका कड़वा स्वाद होता है और छोटी आंत को नुकसान पहुंचा सकता है।
सीलिएक रोग: यह एक ऐसी बीमारी है जिसमें छोटी आंत ग्लूटेन के प्रति संवेदनशील होती है और उसे भोजन को पचाने में कठिनाई होती है।
इसमें ग्लूटेन नहीं होता है, जो सीलिएक रोग, गेहूं की एलर्जी या ग्लूटेन संवेदनशीलता के निदान के लिए एक अच्छा विकल्प होता है। हालांकि कुछ प्रकार के किनोवा में प्रोलिमिन नामक पदार्थ होते हैं, जो सीलिएक रोग से पीड़ित लोगों के इम्युन प्रतिक्रिया पर असर डाल सकते है ।
और पढ़ें : Kidney Beans: राजमा क्या है?
इसमें कई प्रकार के ऑक्सलेट या ऑक्सैलिक एसिड नामक पदार्थ होते हैं। यह पदार्थ कैल्शियम (Calcium) के साथ मिलकर किडनी की पथरी का निर्माण कर सकते है। कैल्शियम ऑक्सलेट की एलर्जी से जूझ रहे लोगों के लिए ये खतरनाक हो सकता है ।
हर किसी को ऐसे दुष्प्रभावों का अनुभव नहीं करना पड़ता है। आपको वो साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं जो लिस्ट में नहीं है। यदि आपको साइड इफेक्ट को लेकर कोई चिंता है, तो कृपया अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से परामर्श करें।
यह आपकी वर्तमान दवाओं या चिकित्सा स्थितियों पर असर डाल सकता है। इसका उपयोग करने से पहले अपने हर्बलिस्ट या चिकित्सक से परामर्श करें।
और पढ़ें : Kava: कावा क्या है?
दी गई जानकारी को चिकित्सा सलाह के रूप में न देखें। हमेशा इस दवा का उपयोग करने से पहले अपने हर्बलिस्ट या चिकित्सक से परामर्श करें।
इसकी खुराक हर मरीज के लिए अलग हो सकती है। आपके द्वारा ली जाने वाली खुराक आपकी उम्र, स्वास्थ्य और कई अन्य स्थितियों पर निर्भर करती है। हर्बल सप्लीमेंट (Herbal supplements) हमेशा सुरक्षित नहीं होते हैं। कृपया अपनी उचित खुराक के लिए अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से चर्चा करें।
यह निम्नलिखित रूपों में उपलब्ध हो सकता है:
अगर आप किनोवा (Quinoa) से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।
डिस्क्लेमर
हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।
और द्वारा फैक्ट चेक्ड
Nikhil deore