कोविड-19 के इलाज के लिए
हेटेरो ने कहा है कि वह अपने रेमडेसिवीर वर्जन के एक वायल की कीमत 5,000-6,000 रुपये रखेगा, ताकि पांच दिन के ट्रीटमेंट के लिए हर मरीज पर 30,000 रुपये से अधिक खर्च न आए। हालांकि, सिप्ला ने अभी तक अपने मूल्य का खुलासा नहीं किया है। क्योंकि रेमडेसिवीर को अभी कोविड-19 के इलाज के लिए अभी तक अनुमोदित नहीं किया गया है। इसे केवल “इमरजेंसी यूज’ के लिए डीसीजीआई द्वारा अनुमोदित किया गया है।
यह एंटी-वायरल दवा गंभीर रेनल इम्पेयरमेंट, लिवर एंजाइम, गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए अनुशंसित नहीं है। इसी के साथ ही रेमडेसिवीर 12 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए कोविड-19 के इलाज के लिए अनुशंसित नहीं किया गया है। यह एंटी-वायरल दवा, इंजेक्शन के रूप में दिन में 100 मिलीग्राम की खुराक से ज्यादा नहीं दी जानी चाहिए। इस दवा का ट्रीटमेंट सिर्फ पांच दिनों तक ही सीमित है। सिप्ला और हेटेरो लैब्स के अलावा, जुबिलेंट लाइफसाइंसेस (Jubilant Life sciences) और माइलन (Mylan) भारत में दवा की आपूर्ति और विस्तार करेंगे।
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फेबीफ्लू
फेबीफ्लू का निर्माण मुंबई स्थित ग्लेनमार्क फ़ार्मास्युटिकल्स द्वारा किया जाएगा, जो फेवीपिराविर (Favipiravir) के जेनेरिक वर्जन के रूप में होगा। यह एंटी-वायरल दवा जापान में इन्फ्लूएंजा के इलाज के लिए दी जाती है। बता दें यह दवा ओरल मेडिकेशन के रूप में केवल हल्के से मध्यम कोविड-19 मामलों में आपातकालीन स्थिति में ही उपयोग की जाती है।
वर्तमान में कोविड-19 के इलाज के लिए 18 नैदानिक परीक्षणों में इसका टेस्ट किया जा रहा है और दो स्टडीज के परिणामों ने सकारात्मक परिणाम मिले हैं जबकि अन्य टेस्ट के डेटा का इंतजार है। ग्लेनमार्क ने दावा किया है कि कोविड-19 में फेवीपिरवीर ने 88 प्रतिशत तक क्लीनिकल इम्प्रूवमेंट दिखाया है, जिसमें चार दिनों में वायरल लोड में तेजी से कमी भी दर्ज की गई है।