
कल यानी रविवार को लॉकडाउन के दूसरे फेज का अंत हो गया। देश में तीसरे लॉकडान की शुरूआत आज 4 मई से हो गई है। भारत में कोरोना मरीजों की संख्या 40,000 के पार पहुंच गई है। लॉकडाउन 2.0 में कोरोना पेशेंट की संख्या आखिरी दिन अचानक से बढ़ गई है। रविवार यानी 3 मई को 2667 लोग कोरोना से संक्रमित पाए गएं। ये संख्या एक दिन में संक्रमित मरीजों की सबसे अधिक संख्या है। मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ से जारी की गई रिपोर्ट के मुताबिक सोमवार सुबह तक मामलों की कुल संख्या 42,533 हो चुकी है। साथ ही कोरोना वायरस के कारण अब तक 1,373 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। लॉकडाउन 2.0 में कोरोना पेशेंट की संख्या आखिरी के तीन दिनों में अचानक से बढ़ गई। वहीं 24 घंटे में एक हजार से ज्यादा लोगों के ठीक होने की खबर भी आ रही है। इस आर्टिकल के माध्यम से जानिए कि लॉकडाउन में संक्रमित मरीजों की संख्या में कितना इजाफा हुआ और कितने लोग ठीक हो गए हैं।
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लॉकडाउन 2.0 में कोरोना पेशेंट: तो क्या अचानक से बढ़ेगी संख्या ?
लॉकडाउन में संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। कोलकाता बेस्ड इंडियन एसोसिशन फॉर द कल्टिवेशन ऑफ साइंस की ओर से की गई स्टडी में ये बात सामने आई है कि जून के महीने में कोरोना पेशेंट की संख्या अपने पीक पर होगी। समय के साथ ही लोगों की टेस्टिंग भी अधिक होगी, इससे अधिक केस पॉजिटिव आने की संभावना है। स्टडी के मुताबिक भारत में संक्रमण के शुरुआती दिनों में ही लॉकडाउन लगा दिया गया था, जिस कारण से संक्रमित लोगों की संख्या में कमी आई है। महाराष्ट्र में लॉकडाउन के फेज 2.0 के अंतिम दिन संक्रमित मरीजों की संख्या में कमी दर्ज की गई है। रविवार को 678 पॉजिटिव केस सामने आए, जबकि शुक्रवार को 1008 केस सामने आए थे। फिलहाल लॉकडाउन 3.0 शुरू हो चुका है और साथ ही लोगों को कुछ राहत भी दी गई है। लॉकडाउन के तीसरे फेज के पहले दिन 24 घंटे में एक हजार से ज्यादा लोगों के ठीक होने की खबर भी आ रही है।
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लॉकडाउन में संक्रमित मरीजों की संख्या: संक्रमण के कारण 3.3 प्रतिशत मृत्युदर
लॉकडाउन के फेज 2.0 के आखिरी दिनों में हेल्थ मिनिस्ट्री की ओर से जारी किए बयान में कहा गया कि पिछले 14 दिनों में कोविड-19 के पेशेंट में 13 % से 25 % तक इम्प्रूवमेंट दर्ज किया गया है। हेल्थ मिनिस्ट्री के ज्वांइट सेकेट्री लव अग्रवाल ने कहा कि कोविड-19 के दोगुने मामले दिल्ली, यूपी, जम्मू और कश्मीर, ओडीसा, राजस्थान, तमिलनाडू और पंजाब में 11 से 20 दिनों में पाए गए हैं। वहीं कर्नाटक, लद्दाक, हरियाणा, उत्तराखंड और केरल में 20 से 40 दिनों में कोरोना पेशेंट की संख्या दो गुनी हो रही है। फिलहाल भारत में कोरोना के कारण मृत्युदर 3.3 % है जिसमे 65 प्रतिशत पुरुष हैं और 35 प्रतिशत महिलाएं हैं। फिलहाल कुछ छूट के साथ लॉकडाउन को बढ़ा दिया गया है और लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखने की अपील भी की जा रही है।
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लॉकडाउन 2.0 में कोरोना पेशेंट: वेस्ट बंगाल में डेथ रेट में ग्रोथ
इंटर मिनिस्ट्रियल यानी केंद्रीय दल ने मीडिया रिपोर्ट के माध्यम से जानकारी दी है कि पश्विम बंगाल में कोरोना के कारण सबसे अधिक मृत्युदर 12.8 प्रतिशत है। आपको बताते चले कि हेल्थ मिनिस्ट्री के अनुसार जारी आकड़ों में पश्चिम बंगाल में 963 लोग अब तक कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं जबकि कोरोना वायरस के कारण अब तब पश्चिम बंगाल में 35 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं गुजरात में कोरोना के पॉजिटिव मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी दर्ज की जा रही है।
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राहत मिली है, कोरोना नहीं हुआ है खत्म
देशभर में लॉकडाउन का तीसरा फेज चालू हो चुका है। देश के विभिन्न राज्यों में कुछ राहत के साथ लोगों को लॉकडाउन में छूट दी गई है। देश के कई राज्यों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने की खबर आ रही है। इस बीच कई दुकानों को खोला गया है और ऐसे कम ही लोग हैं जो सामाजिक दूरी का पूरी तरह से ख्याल रख रहे हो। कोरोना महामारी से बचने के लिए लोगों से उचित दूरी बनाए रखना बहुत जरूरी है। कुछ लोगों को ये महसूस हो रहा है कि अब धीरे-धीरे कोरोना खत्म हो जाएगा। जबकि ऐसा नहीं है क्योंकि कोरोना का संक्रमण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से फैल जाता है। बेहतर होगा कि लॉकडाउन के नियमों का पालन करें और दूसरों को भी इस बारे में जानकारी दें।
इन बातों का रखें ध्यान
लॉकडाउन में संक्रमित मरीजों की संख्या की संख्या में बढ़त दर्ज की जा रही है और साथ ही कोरोना पेशेंट भी तेजी से ठीक हो रहे हैं। कोरोना से बचने के लिए बेहतर है कि सावधानी अपनाई जाए। अभी खतरा खत्म नहीं हुआ है इसलिए सभी लोगों को जरूरत पड़ने पर सावधानी से घर के बाहर निकलना चाहिए। नीचे कुछ सावधानियां दी गई हैं, इन्हें ध्यान से पढ़ें।
- घर से बाहर जाने पर मास्क का प्रयोग जरूर करें।
- अगर आपके पास ग्लव्स हैं तो उसे जरूर पहनें।
- घर में आने के बाद किसी भी वस्तु को हाथ न लगाएं और सबसे पहले हाथ धुलें।
- घर में जो भी सामान लाएं हैं, उसे सैनिटाइज करें।
- बच्चों को भी दिन में कई बार हाथ साफ करवाएं।
- अगर डिलिवरी मैन कुछ दे जाता है तो पहले पार्सल को सैनिटाइज करें।
- घर में बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें और समय पर उन्हें जरूरी दवाएं खिलाएं।
- अगर आपको या फिर घर के अन्य सदस्य को कोरोना वायरस के लक्षण नजर आएं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें
- बिना डॉक्टर की सलाह के दवा न खाएं।
- संक्रमण के दौरान जिन लोगों से मिले हो, उनके बारे में जानकारी दें।
- बिना घबराएं हॉस्पिटल में इलाज कराएं और डॉक्टर के निर्देशों का पालन करें।
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