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कहीं आप नाक में स्टैफ इंफेक्शन से अनजान तो नहीं?

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


Bhawana Awasthi द्वारा लिखित · अपडेटेड 05/05/2021

    कहीं आप नाक में स्टैफ इंफेक्शन से अनजान तो नहीं?

    हम जिस वातावरण में रहते हैं, उसमें वायरस और बैक्टीरिया भी रहते हैं। ये दोनों ही संक्रमण फैलाने का काम करते हैं। अगर हम सावधानी न रखें, तो हम आसानी से संक्रमित भी हो जाते हैं। हमारे शरीर में विभिन्न प्रकार के इंफेक्शन या संक्रमण हो सकते हैं। संक्रमण शरीर के अलग-अलग ऑर्गन पर बुरा प्रभाव डाल सकता है। उन्हीं में से एक इंफेक्शन है स्टैफ इंफेक्शन (Staph Infection)। नाक में स्टैफ इंफेक्शन (Nose Staph Infections) स्टैफिलोकोकस बैक्टीरिया (Staphylococcus bacteria) के कारण होता है। इंफेक्शन के कारण कई समस्याओं का सामना भी करना पड़ता है। हम आपको नाक में स्टैफ इंफेक्शन (Nose Staph Infections)  के बारे में जानकारी देंगे और बताएंगे कि कैसे इस बीमारी का ट्रीटमेंट कराया जा सकता है। जानिए स्टैफ इंफेक्शन के बारे में अधिक जानकारी।

    क्या हैं नाक में स्टैफ इंफेक्शन के प्रकार? (Nose Staph Infections type)

    जैसा कि आप जानते हैं कि पर्यावरण में बैक्टीरिया या फिर वायरस आम होते हैं और जब व्यक्ति संक्रमित हो जाता है, तो ये शरीर के किसी ऑर्गन पर बुरा असर डालते हैं। स्टैफ इंफेक्शन कई स्किन कंडीशन को जन्म देता है। ये या तो स्किन या फिर नाक के अंदर फैल सकता है। स्टैफ इंफेक्शन के कारण सेल्युलाइटिस (cellulitis), स्किन में फोड़ा (boils), इम्पेटिगो (impetigo), फॉलिकुलाइटिस (folliculitis), स्केल्ड स्किन सिंड्रोम (scalded skin syndrome) आदि स्किन कंडीशन पैदा हो सकती हैं। वैसे तो ये स्किन कंडीशन खतरनाक या फिर जानलेवा नहीं होती है लेकिन ये बैक्टीरिया शरीर के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। ये बैक्टीरिया एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में संपर्क के माध्यम से फैलता है। स्टैफिलोकोकस बैक्टीरिया (Staphylococcus bacteria) नाक के माध्यम से शरीर में प्रवेश करता है तो ये नाक को भी प्रभावित करता है। जानिए नाक में स्टैफ इंफेक्शन (Nose Staph Infections) कितने प्रकार का हो सकता है।

    नेजल वेस्टिबुलिटिस (Nasal vestibulitis) – नाक में स्टैफ इंफेक्शन ( Nose Staph Infections) अगर फ्रंट एरिया में हुआ है, तो इससे नाक के आगे के हिस्से में सूखी पपड़ी पड़ने के साथ ही ब्लीडिंग की समस्या भी हो सकती है। इस संक्रमण को नेजल वेस्टिबुलिटिस कहते हैं।

    फॉलिकुलाइटिस (Folliculitis) – फॉलिकुलाइटिस नाक के बालों में होने वाला संक्रमण है। जिस स्थान से बाल निकलते हैं, उन्हें हेयर फॉलिकल कहते हैं। इसी स्थान में इंफेक्शन होता है।

    फोड़े होना (Boils) – नाक के अंदर बाल के आसपास फोड़ा होना संक्रमण का कारण हो सकता है। ये अधिक दर्द देने वाला फोड़ा भी हो सकता है। फोड़े में मवाद भी भरता है।

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    नाक में स्टैफ इंफेक्शन के लक्षण (Symptoms of nose Staph Infections)

    नाक में संक्रमण होने पर कुछ लक्षण भी नजर आते हैं। जानिए नाक में स्टैफ इंफेक्शन (Nose Staph Infections) होने पर क्या लक्षण नजर आ सकते हैं।

    • नाक में सूजन आना (swelling)
    • नाक में लालिमा (redness)
    • क्रस्टिंग या पपड़ी जमना (crusting)
    • हल्का खून निकलना (light bleeding)
    • घाव से हल्का मवाद (lesions that ooze pus or fluid)
    • दर्द होना (pain or soreness)
    • फीवर (fever)

    हम सभी किसी न किसी समय बैक्टीरिया के संपर्क में आते हैं लेकिन ये जरूरी नहीं है कि सभी लोग बैक्टीरिया से संक्रमित हो जाए। अगर आपकी स्किन में कोई कट या फिर स्किन जली हुई है, फटी हुई है तो बैक्टीरिया आसानी से शरीर में प्रवेश कर सकता है। नाक के अंदर की स्किन में कट हो सकता है या फिर किन्ही कारणों से स्किन बर्न भी हो सकता है। अत्यधिक नाक बहने के कारण ये समस्या हो सकती है। साथ ही जो लोग नोज पिकिंग करते हैं या फिर नाक के बालों के साथ छेड़छाड़ करते हैं, उनमें ये समस्या आम हो सकती है। नाक में घाव नाक छिदवाने के कारण (nose Piercing) भी हो सकता है।

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    नाक में संक्रमण (Nasal infection) डायग्नोज कैसे किया जाता है?

    अगर आपको नाक में संक्रमण के लक्षण दिखाई पड़ते हैं, तो आपको तुरंत डॉक्टर से जांच करानी चाहिए। डॉक्टर नाक का परिक्षण करने के बाद आपसे लक्षणों के बारे में भी पूछ सकते हैं। डॉक्टर बैक्टीरिया की जांच के लिए नेजल सिक्रीशन कलेक्ट कर टेस्ट कर सकते हैं। टेस्टिंग के माध्यम से मेथिसिलिन रसिस्टेंट स्टेफिलोकोकस ओरियस ( Methicillin-resistant Staphylococcus aureus) संक्रमण के बारे में जानकारी मिल जाती है। इस तरह के बैक्टीरिया कई अलग-अलग एंटीबायोटिक के प्रतिरोधी (resistant) होते हैं। आमतौर पर ये बैक्टीरिया हार्म नहीं पहुंचाते हैं लेकिन जब ये खुद को तेजी से संख्या बढ़ाते हैं, तो संक्रमण बढ़ जाता है और इसके लक्षण भी दिखने लगते हैं। ऐसे में इंफेक्शन का ट्रीटमेंट बहुत जरूरी हो जाता है। जानिए नाक में स्टैफ इंफेक्शन (Nose Staph Infections) का ट्रीटमेंट कैसे किया जाता है।

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    नेजल स्टैफ इंफेक्शन का ट्रीटमेंट (Treatment of nasal Staph Infections)

    नाक में स्टैफ इंफेक्शन (Nose Staph Infections) का ट्रीटमेंट करने के लिए डॉक्टर आपको एंटीबायोटिक्स देंगे। ओरल एंटीबायोटिक्स (oral antibiotics) के साथ ही टॉपिकल एंटीबायोटिक्स ओनमेंट (topical antibiotic ointment) भी दी जा सकती है। अगर आपको लंबे समय से इंफेक्शन की समस्या है, तो आपको स्ट्रॉन्ग एंटीबायोटिक्स लेनी पड़ सकती हैं। अगर नाक में फोड़ा है, तो डॉक्टर इसे सूखाने के लिए बी दवा देंगे। अगर समय पर इंफेक्शन का इलाज नहीं कराया जाता है, तो इसे ज्यादा बढ़ने की संभावना है। आप इस बारे में डॉक्टर से अधिक जानकारी ले सकते हैं। एंटीबायोटिक दवाओं का सेवन करने से आपको कुछ साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं। इस बारे में डॉक्टर से राय जरूर लें।

    नाक में इंफेक्शन: लापरवाही पड़ सकती है भारी

    अगर आप सही समय पर ट्रीटमेंट नहीं कराते हैं, तो आपको अधिक गंभीर समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है। स्किन के अंदर पाई जाने वाले इंफेक्शन का भी आप शिकार हो सकते हैं। इस इंफेक्शन को सेल्युलाइटिस (Cellulitis) कहते हैं। रेयर केस में ब्रेन के बेस में क्लॉट बनने की समस्या भी पैदा हो सकती है। इस बीमारी को कैवर्नस साइनस थ्रोम्बोसिस (Cavernous sinus thrombosis) कहते हैं। वहीं सेप्सिस (Sepsis) की कंडीशन भी इस इंफेक्शन का परिणाम हो सकती है। सेप्सिस खतरनाक बीमारी है, जिसमें शरीर किसी भी इंफेक्शन के लिए एक्ट्रीम रिस्पॉन्स करने लगता है। आपको ये बात समझने की जरूरत है कि स्टैफिलोकोकस बैक्टीरिया (Staphylococcus bacteria) हमारे आसपास या फिर शरीर में उपस्थित होता है लेकिन हमे ज्यादातर मामलों में नुकसान नहीं पहुंचा पाता है। अगर ये शरीर में प्रवेश कर जाता है, तो ये धीरे-धीरे संख्या बढ़ा कर सीरियस कंडीशन का कारण भी बन सकता है। आपको शरीर में होने वाले बदलावों को नजरअंदज नहीं करना चाहिए, वरना गंभीर समस्या भी खड़ी हो सकती है।

    आपको इस आर्टिकल के माध्यम से नाक के संक्रमण (Nose Staph Infections) के संबंध में अधिक जानकारी मिली होगी। अगर आपको किसी भी तरह की समस्या महसूस हो, तो लापरवाही किए बिना डॉक्टर को दिखाएं। आप स्वास्थ्य संबंधी अधिक जानकारी के लिए हैलो स्वास्थ्य की वेबसाइट विजिट कर सकते हैं। अगर आपके मन में कोई प्रश्न है, तो हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज में आप कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछ सकते हैं और अन्य लोगों के साथ साझा कर सकते हैं।

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