सीओपीडी की थर्ड स्टेज को गंभीर अवस्था भी माना जाता है। इस स्टेज में पेशेंट को अधिक गंभीर लक्षण दिखने लगते हैं। ज्यादा खांसी आना, खांसी के साथ ही कफ की समस्या, सांस लेने में अधिक समस्या महूस होना, छाती में कसापन लगना, एंकल और फीट में सूजन आना आदि लक्षण दिखने लगते हैं। अगर समय पर ट्रीटमेंट न कराया जाए तो स्थिति बदतर हो सकती है। आप ऐसे में डॉक्टर की सलाह से पल्मोनरी रिहेबिलिटेशन प्रोग्राम में कम्प्लीट कर सकते हैं। साथ ही एक्सरसाइज ट्रेनिंग क्लासेज भी ली जा सकती हैं। इस बारे में आपका डॉक्टर आपको बेहतर ढंग से समझा सकता है।
सीओपीडी के प्रकार: सीओपीडी की चौंथी स्टेज ( Very Severe)
सीओपीडी की चौंथी स्टेज अधिक गंभीर होती है। ये स्टेज शरीर के महत्वपूर्ण कार्यों में रुकावट डालने का काम करती है। आपको सांस लेना बहुत मुश्किल लग सकता है। क्रॉनिक रेस्पिरेट्री फेलियर की समस्या का सामना भी करना पड़ सकता है। ऐसे में फेफड़ों से ऑक्सीजन सही मात्रा में ब्लड में नहीं पहुंच पाती है और न ही ब्लड से कार्बन डाइ ऑक्साइड निकल पाती है। समस्या अधिक गंभीर लगने पर डॉक्टर सर्जरी की सलाह दे सकते हैं
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लाइफस्टाइल में सुधार है जरूरी
सीओपीडी की समस्या (COPD problem) से बचने के लिए जीवनशैली में बदलाव बहुत जरूरी है। अगर आप स्मोकिंग कर रहे हैं तो तुरंत बंद कर दें। स्मोकिंग खुद के साथ ही दूसरे व्यक्ति को भी नुकसान पहुंचाती है। आपको एक्सरसाइज के साथ ही पौष्टिक आहार का सेवन करना चाहिए। आप चाहे तो रोजाना योगा (Yoga) को भी अपनी दिनचर्या में शामिल कर सकते हैं। अगर आपके आसपास प्रदूषण अधिक मात्रा में है तो घर में सुरक्षित रहे। आप घर से बाहर जाते समय मास्क का उपयोग भी कर सकते हैं। ऐसा करने से वायु प्रदूषण (Air pollution) से बचने में मदद मिलेगी। साथ ही स्ट्रेस से बचाव भी बीमारी से बचाने का काम करता है।
किसी भी बीमारी की यदि आप समय पर पहचान कर लेते हैं तो उसका ट्रीटमेंट आसान हो जाता है। बीमारी के बढ़ने के साथ ही रिस्क भी बढ़ जाता है। बेहतर होगा कि आप शरीर में होने वाले किसी भी तरह के बदलाव को नजरअंदाज न करें और किसी भी तरह के लक्षणों के दिखने पर डॉक्टर से तुरंत इलाज कराएं।आप स्वास्थ्य संबंधि अधिक जानकारी के लिए हैलो स्वास्थ्य की वेबसाइट विजिट कर सकते हैं। अगर आपके मन में कोई प्रश्न है तो हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज में आप कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछ सकते हैं।