रोजाना हस्तमैथुन या पार्टनर के साथ सेक्स करने से स्पर्म काउंट में कमी जरूर आती है लेकिन यह केवल कुछ ही समय के लिए होता है। यह शुक्राणुओं के उत्पादन को कुछ समय के लिए धीमा कर देता है लेकिन इससे स्पर्म का भंडार हमेशा के लिए खत्म नहीं होता है।
अगर आप गर्भधारण की तैयारी कर रहे हैं तो लगातार वीर्यस्खलन (Ejaculation) फायदेमंद हो सकता है। वीर्यस्खलन के कारण भले ही स्पर्म काउंट में कमी आती हो, लेकिन इससे नए बनने वाले शुक्राणुओं की क्वालिटी बेहतर होती है क्योंकि वह पुरुष के अंडकोष में अधिक समय के लिए नहीं रहते हैं।
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ध्यान देने योग्य बातें
पीनस साइज से जुड़े मिथ केवल एक देश में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में है। कभी-कभी इसके इलाज का कारण आपके लिए जटिलता पैदा कर सकता है। इसलिए दूसरों के कहने से या उनके साइज से अपने पीनस में अंतर स्पष्ट न करें। रही बात आपके साथी के संतुष्टी कि तो पीनस यदि महिला के वजाइना के अंदर जा सकता है, तो महिलाओं में उसके प्रवेश से ही उत्तेजना पैदा होती है। संतुष्टी केवल संभोग में पीनस वजाइना से ही नहीं दिया जा सकता है।
एक महिला कि संतुष्टि इस पर निर्भर करता है कि उसका पार्टनर उस के साथ संभोग (sexual intercourse) कि तैयारी कैसे करता है। उसको किस प्रकार संभोग के लिए तैयार करता है। ज्यादातर महिलाओं में ऑर्गेज्म सेनसेशन से ही आता है। इसीलिए पीनस साइज से जुड़े मिथ को ध्यान में न रखें।
उम्मीद करते हैं कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा और पेनिस साइज से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।