एडीएचडी (ADHD) (अटेंशन डेफिसिट हाइपर एक्टिविटी डिसऑर्डर) एक ऐसी समस्या है, जो आजकल के ज्यादातर बच्चों में देखी जा सकती है। जिसे हम सभी सामान्य भाषा में हाइपरएक्टिव बच्चा (Hyperactive child) भी कहते हैं। इससे पीड़ित बच्चा बहुत ज्यादा बोलता है, छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा करता है, अपनी उम्र से बड़ी बातें करता है और काफी शरारती व जिद्दी हो जाता है। इस स्थिति में पेरेंट्स परेशान हो जाते हैं। वह बच्चों को कंट्रोल करने के लिए डांटने के साथ-साथ कई बार पीटने भी लग जाते हैं। यह ठीक तरीका नहीं है। इससे बच्चे में नकारात्मकता आ जाती है और उसका व्यवहार और खराब हो जाता है। एडीएचडी के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए अक्टूबर माह को एडीएचडी (ADHD) अवेयरनेस मंथ (महीना) के रूप में मनाया जाता है। आपके बच्चे के साथ भी अगर ऐसी समस्या है तो, यह खबर आपके काम की है। इसमें हम बताएंगे कि आखिर क्या है एडीएचडी और कैसे इस समस्या से आप निपट सकते हैं। हाइपरएक्टिव बच्चा (Hyperactive child) हो तो ,उसे संभालना बेहद जरूरी है। अगर हाइपरएक्टिव बच्चा (Hyperactive child) है और माता-पिता यह सोच कर निश्चिन्त रहते हैं कि बड़ा होकर बच्चा ठीक हो जाएगा तो, यह गलत है। हाइपरएक्टिव बच्चा है तो, डॉक्टर से संपर्क करें और इसके इलाज के विकल्पों को समझें।