आजकल के बच्चों की डांस (Dance) में रुचि हर दिन बढ़ती जा रही है। टीवी और कार्टून देखते हुए बच्चें अलग-अलग धुनों पर थिरकने लगते हैं। तो अगर आपका बच्चा अटेंशन डेफिसिट हाइपर एक्टिविटी डिसऑर्डर (ADHD) से ग्रसित हैं और उसमें बहुत ज्यादा एनर्जी (Anergy) है, तो आप उसे डांस क्लास ज्वाईन करवा सकते हैं। यह क्लास बच्चे को ना केवल एक अलग कला सीखने का मौका देगी बल्कि स्कूल के बाद बच्चे के नए दोस्त बनेंगे जिनसे वह पढाई के अलावा कुछ और कलाएं सांझा कर सकते हैं।
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आर्ट क्लास (Art class)
बहुत से ऐसे बच्चे हैं, जो अटेंशन डेफिसिट हाइपर एक्टिविटी डिसऑर्डर (Attention-deficit/hyperactivity disorder) से ग्रसित होते हैं उनका पढ़ाई में ज्यादा मन नहीं लगता। वह स्कूल तो जातें हैं। लेकिन उनकी परफॉर्मेंस बहुत अच्छी नहीं होती। यह बच्चे किसी एक विषय में बहुत अच्छे होते है। लेकिन बाकी के विषयों में उनका ज्यादा मन नहीं लगता। ऐसे ही कुछ बच्चों को आर्ट और क्राफ्ट बहुत पसंद होता है। तो अगर आपने अपने बच्चें को दिवार पर या कॉपी के पीछे कुछ बनाते या रंगते देखा है तो आप उसे किसी अच्छे आर्ट और क्राफ्ट की क्लासेस ज्वाइन करा सकते हैं। पढ़ाई के साथ-साथ वह एक ऐसी कला सीख सकता है जो वह करना चाहता है जिससे वह अपना दिमाग (Brain) और एनर्जी (Energy) किसी ऐसे काम में लगाएगा जो उसको पसंद है।
कांपटिशन के इस दौर के मद्देनजर लंबे समय के लिए इंज्वायमेंट (Enjoyment), पार्टीसिपेशन और पीयर बॉन्डिंग सबसे अधिक महत्वपूर्ण है।अगर आपके बच्चे के पास असली प्रतिभा है और वह किसी खेल में रुचि रखता है तो उसे कांपटिशन के लिए प्रोत्साहित करें।