पायसम एक लोकप्रिय साउथ इंडियन डिजर्ट है। ओणम के मौके पर स्वीटडिश में इसे खासतौर पर बनाया जाता है। इसे बनाने के लिए दाल, गुड़ और नारियल के दूध का प्रयोग किया जाता है। डाइटीशियन प्रियंका सोनी बताती हैं- पायसम में प्रयोग की गई दाल कार्ब्स से भरपूर होती है। वहीं गुड़ में उच्च मात्रा में आयरन होता है।
सादया में बनाई गई सभी डिश में ऊपर से हल्का हिंग का छिड़काव किया जाता है, जो हमारे डाइजेसटिव सिस्टम के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
ओणम थाली मे परोसे जाने सभी व्यंजन में एक चीज कॉमन है और वो है हिंग। सभी में हिंग का छिड़काव किया जाता है। बता दें हिंग खाने के पाचन के लिए अच्छी होती है। इतने सारे कारण जानने के बाद भी क्या आपको ओणम के मौके पर इस स्पेशल ओणम थाली को चखने के लिए अन्य कारणों की आवश्यकता है?
सादया के इतने फायदे जानने के बाद ओणम के त्योहार के मौके पर आप सभी को इस स्पेशल ओणम थाली का स्वाद जरूर लेना चाहिए और इस थाली की स्पेशियलटी और पौष्टिकता भी एक-दूसरे के साथ शेयर जरूर करें। ऐसा करने से आप अपने आपको हेल्दी रखने के साथ-साथ अपने दोस्तों या करीबियों को भी हेल्दी रहने में मददगार हो सकते हैं।