मनुष्य के जीवन में आंखों का विशेष महत्व है। यह शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है। इसी से हम दुनिया के हर रंग, अपने आसपास होने वाली चीजें, हर रोशनी, एक-दूसरे की पहचान आदि करते हैं। अगर आंखें न हों तो जिंदगी काफी मुश्किल हो जाती है। बिना आंख वालों को काफी हद तक दूसरों पर भी निर्भर रहना पड़ता है। भारत में करीब 4.6 मिलियन लोग कॉर्नियल ब्लाइंड्नेस (corneal blindness) से पीड़ित हैं। ऐसे लोगों की जिंदगी का अंधेरा नेत्रदान से ही खत्म हो सकता है लेकिन, भारत में नेत्रदान को लेकर लोगों में जागरूकता का अभाव है, जिसकी वजह से बहुत कम लोग ही नेत्रदान (eye donation) के लिए आगे आ रहे हैं। इस आर्टिकल में हम नेत्रदान को लेकर हर पहलु पर बात करेंगे। हम बताएंगे कि क्या है नेत्रदान (eye donation) की प्रक्रिया, कैसे आप नेत्रदान के लिए संकल्प ले सकते हैं?