अक्सर धूम्रपान छोड़ने की कोशिश करने वाले लोग वेपिंग को एक अच्छा विकल्प मान लेते हैं। लेकिन हाल ही में आई नेशनल सेंटर फॉर हेल्थ रिसर्च की यह रिपोर्ट आपको चौंका देगी। इस रिपोर्ट के मुताबिक वेपिंग की वजह से अबतक 450 से ज्यादा लोग गंभीर फेफड़ों की बीमारी के शिकार हो चुके हैं। इससे ये साफ है कि वेपिंग को पूरी तरह सुरक्षित कहना महज एक मिथक है। स्मोकिंग की तुलना में वेपिंग के कई प्रकार हो सकते हैं। ई-सिगरेट के प्रचलन के चलते कई बड़े ब्रांड्स ने इसके अलग-अलग प्रारूप बाजार में उतारे हैं। वेपिंग इसी का एक प्रकार है।