प्री टीन्स पेरेंटिंग (Pre teens parenting) हर माता-पिता के लिए एक चिंता का विषय बन हो सकता है। जब बच्चे ‘टीनेजर्स’ की दहलीज पर होते हैं, तो उनमें शारीरिक बदलाव के साथ-साथ मानसिक बदलाव भी तेजी से होना शुरू हो जाते हैं। एक तरह से देखा जाए, तो इस दौरान बच्चे जिस भी तरह के परिवेश में रहते हैं या जैसी उनकी परवरिश की जाती है, उसका ही प्रभाव उनके भी व्यवहार में पड़ सकता है। हालांकि, इस समय बहुत कुछ है जिससे आप प्री टीन्स पेरेंटिंग कर सकते हैं और अपने किशोर बच्चों को अच्छी सीख दे सकते हैं। साथ ही, उनके जिम्मेदार व्यवहार को प्रोत्साहित भी कर सकते हैं। हालांकि, टीनेजर्स को संभालना और सही तरीके से परवरिश करना चुनौतियों से भरा होता है। निपटने के लिए इन प्री टीन्स पेरेंटिंग टिप्स की बातों को ध्यान रख सकते हैं।