जब रैश ने शिशु की कोमल त्वचा को प्रभावित कर रखा हो, तब अब्जॉर्बेंट वाले डायपर्स के इस्तेमाल से बचें। इनके बदले आपको साफ और सॉफ्ट सूती कपड़े से बने डायपर का इस्तेमाल करना चाहिए। शिशु की नाजुक त्वचा के लिए कपड़े का डायपर ही अच्छा रहता है।
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डायपर लेते समय रखें इन बातों का ध्यान
डिस्पोजेबल डायपर कपड़ों के डायपर्स की तुलना में थोड़े महंगे होते हैं और इसका दोबारा उपयोग नहीं किया जा सकता है। इसलिए आपको ये अधिक खरीदने पड़ते हैं। डिस्पोजेबल डायपर सिंथेटिक फैब्रिक से बने होते हैं। इनमें इस्तेमाल किए जाने वाले केमिकल्स हानिकारक हो सकते हैं, क्योंकि साथ ही इनके उपयोग से बच्चों को रैश होने के खतरे भी ज्यादा होते हैं।
डायपर से होने वाले चकत्तों (Diaper Rashes) से बचने के लिए जितनी जल्दी हो सके शिशु के डायपर बदलें। रोज कुछ घंटों के लिए शिशु को बिना डायपर के रखें, ताकि बच्चे के पिछले हिस्से में थोड़ी हवा लग सके।
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बच्चों के डिस्पोजेबल डायपर्स चुनते समय इन बातों का रखें ख्याल
बच्चों के लिए डायपर्स चुनना आसान नहीं है। बाजार में बहुत से ब्रांड हैं, जो अपने-अपने प्रोडक्ट को बेहतर साबित करने की होड़ में लगे हुए हैं। सारे ही ब्रांड अपने डायपर्स को इस तरह मार्केट करते हैं कि लगता है कि वे ही बेस्ट हैं। ऐसे में पेरेंट्स को डायपर चुनते वक्त इन बातों का रखना चाहिए ख्याल।
सोखने की क्षमता
डायपर का काम होता है कि वह बच्चों के पेशाब और मल को अच्छे से सोख सकें और साथ ही लीक न करें और न ही भारी महसूस हो। अगर डायपर लीक करता है, तो बच्चे की स्किन गीलेपन की संपर्क में आती है और इस कारण उसे रैशेज या अन्य तकलीफें हो सकती हैं।