हल्दी में ऐसे गुण पाए जाते हैं, जो शरीर का इम्यून सिस्टम मजबूत बनाते हैं। । नियमित रूप से एक कप हल्दी वाला दूध देने से आपका बच्चा बार-बार बीमार नहीं होगा। यह प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने का कार्य करता है।
नाक बंद होने के समस्या से राहत
शिशुओं के लिए हल्दी के फायदे में नाक बंद होने के समस्या से राहत मिल सकती है। हल्दी के साथ थोड़ा-सा घी मिलाकर नाक की अंदरूनी परत पर लगाएं। ऐसा करने से नाक से साइनस साफ हो जाते हैं। जिससे आपकी नाक के सेंस एक्टिव हो जाते हैं।
गैस्ट्रिक समस्या
गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल रोग में हल्दी का नियमित सेवन पित्त एसिड उत्पादन को तेज करता है। जिससे शरीर में पाचन शक्ति तेज हो जाती है। यह गैस्ट्रिक समस्या जैसे अपच, भूख में कमी, आंतों की गैस, और आईबीएस (IBS-Inflammatory Bowel Syndrome) के इलाज के लिए बेहतर उपाय माना जाता है।
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फंगल संक्रमण
यह आम त्वचा संक्रमण जैसे चकत्ते, मुंहासे और खुजली के लिए, हल्दी बहुत फायदेमंद है। आप शहद और हल्दी को मिला सकते हैं और इस पेस्ट को संक्रमण वाली जगह पर लगा सकते हैं। बच्चों में फंगल संक्रमण का इलाज करने के लिए, एक चम्मच एलोवेरा के साथ एक चम्मच हल्दी पाउडर मिलाएं और संक्रमित क्षेत्र पर लगाएं। इससे आपकी त्वचा रोगमुक्त हो सकती है।
हड्डी जुड़ने में मददगार
अपने बच्चे को एक गिलास गुनगुने दूध में लगभग आधा चम्मच हल्दी मिलाकर प्रतिदिन देने से टूटी हुई हड्डी जुड़ने की प्रक्रिया तेज हो जाती है। इसका असर आपको कुछ ही दिनों में दिखाई देने लगेगा।
सर्दी जुकाम से राहत
सर्दी जुकाम को कम करने के लिए हल्दी से बेहतर दवा कुछ नहीं है। हल्दी को गुड़ में मिलाकर रात में खाएं। सुबह तक बच्चों को सर्दी जुकाम से राहत महसूस होने लगेगी।शिशुओं के लिए हल्दी के फायदे अनेक प्रकार से मिलते हैं, लेकिन सर्दी जुकाम में यह बहुत उपयोगी माना जाता है।
कंजक्टिवाइटिस की समस्या
शिशुओं के लिए हल्दी के फायदे में कंजक्टिवाइटिस की समस्या से राहत देना शामिल है। इससे राहत के लिए, एक भाग हल्दी लें और साफ पानी में इसे मिला दें। इस घोल में एक साफ कपड़ा डुबोएं और आंखों को ढक दे। इससे आपके शिशु की आंखें स्वस्थ, स्पष्ट और दर्द मुक्त रहेंगी।
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बच्चों में पायरिया
बच्चों में अक्सर दांत की समस्या होती है। जिसमें पायरिया शामिल है। नमक में थोड़ा सरसों का तेल और हल्दी मिलाकर प्रतिदिन ब्रश करने से पायरिया और मुंह से आने वाली बदबू कम हो जाती है। इससे बच्चों के दांत को बहुत फायदा होता हैं।