बच्चे के जन्म का पहला घंटा जज्चा और बच्चा दोनों के लिए ही काफी महत्वपूर्ण होता है। बच्चे के जन्म का पहला घंटा शुरू होने से पहले प्रसव के कई चरणों से होकर एक बच्चे का जन्म होता है। प्रसव के सारे चरण कितना समय लेंगे, यह इस बात पर निर्भर कर सकता है कि महिला की पहली प्रेगनेंसी है या दूसरी-तीसरी। अगर यह महिला की पहली प्रेग्नेंसी है, तो जाहिर की प्रसव का समय अधिक हो सकता है, क्योंकि प्रसव के पहले चरण में महिला की योनि की दीवारों का पतला होना, फैलना, खिंचना और धीरे-धीरे करके बच्चे के सिर का खिसकने जैसे कार्य शामिल होते हैं। वहीं, दूसरी बार इस प्रक्रिया में थोड़ा कम समय लग सकता है, क्योंकि महिला की योनि पहले के मुकाबले दूसरी बार अधिक ढीली हो गई होती है। इसी तरह तीसरे बच्चे के प्रसव के दौरान यह चरण और भी कम समय का हो सकता है।