बच्चे की पॉटी ट्रेनिंग (Potty training): पॉटी करते वक्त बच्चे की पैंट निकाल दें
नेकर निकालना पॉटी ट्रेनिंग का एक अहम हिस्सा है। ऐसा करने से बच्चे को एहसास होगा कि उसे आप क्या करने के लिए कह रहे हैं। सुबह उठते ही बच्चे की डायपर या नेकर निकाल दें और उसे शौचालय जाने के लिए कहें। ऐसा हर रोज करने से बच्चे को पॉटी के लिए शौचायल में जाने की आदत हो जाएगी।
पॉटी चेयर का इस्तेमाल करें:
पॉटी ट्रेनिंग के पहले दिन से ही बच्चे को पॉटी सीट पर बैठने का तरीका सिखाएं। हालांकि बच्चा छोटा है तो पॉटी सीट पर सही से नहीं बैठ पाएगा। इसलिए पॉटी चेयर का इस्तेमाल करें। बच्चों के अंदर बड़ों को देख कर सीखने की आदत होती है। इसलिए बच्चे को पॉटी चेयर पर बैठाने के साथ ही आप भी पॉटी सीट पर बैठें और बच्चे को पॉटी करना सिखाएं।
बच्चे की पॉटी ट्रेनिंग (Potty training): बच्चे को खुद से कपड़े उतारना और पहनना सिखाएं
बच्चे को पॉटी ट्रेनिंग के दौरान खुद से पैंट उतारने के लिए कहें। ऐसा करने से उसे समझ में आएगा कि कपड़ें में गंदगी नहीं करनी है। पॉटी करने के बाद उसे हाथ धुलना सिखाएं और फिर नेकर पहनने को कहें। जिससे बच्चे को पॉटी करने की प्रक्रिया समझ में आ जाए।
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दिन के साथ रात में भी दें पॉटी ट्रेनिंग :